चिता पर लिटाते ही जी उठा मुर्दा

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गया : गया के विष्णुपद स्थित श्मशान घाट में सोमवार को एक मुर्दा चिता पर लिटाने के बाद अग्नि देने से ठीक पहले जी उठा। इसे देख पहले तो परिजन डर से भागने लगे, फिर शीघ्र ही उन्होंने खुद को संयत किया तथा प्राथमिक चिकित्सा करवाकर उस मृत घोषित व्यक्ति को अस्पताल में दाखिल कराया।

सोमवार को गया शहर के कुजापी निवासी 80 वर्षीय रामकृत प्रसाद की मौत हो गई जिसके बाद अंतिम संस्कार के लिए उनका शव गया विष्णुपद स्थित श्मशान घाट लाया गया था। श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के पूर्व किए जाने वाले कर्मकांड पूरा कर जब परिजन शव को चिता पर लिटाने जा रहे थे, इसी क्रम में अचानक मुर्दे की सांस चलने लगी। घटना की खबर जंगल की आग की तरह आसपास के क्षेत्रों में फैल गई और इसे देखने के लिए लोगों का हुजूम श्मशान घाट पर जमा हो गया। आनन—फानन में परिजनों ने श्मशान घाट पर ही चिकित्सक को बुलाया। जिसने जांच कर मुर्दे के जीवित होने की पुष्टि की। इसके बाद परिजन वहां से उन्हें लेकर सीधे इलाज के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए रवाना हो गए। इस संबंध में कुजापी के मुखिया राजीव प्रकाश बंटी ने बताया कि 80 वर्षीय रामकृत प्रसाद की सोमवार को सुबह अचानक तबीयत खराब हो गई थी। सुबह करीब 5:00 बजे चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृत्यु के बाद परिजन उन्हें अंतिम संस्कार के लिए विष्णुपद स्थित श्मशान घाट लेकर पहुंचे जहां अचानक उनकी सांसें लौट आईं।

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(पंकज कुमार सिन्हा)

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