क्या है कुशवाहा की ‘खीर’ पॉलिटिक्स?

1

पटना : यादव…यादव.. यादव!… यादव के गाय का दूध और कुशवाहा समाज का चावल मिल जाने पर ही मीठी खीर बन सकती है। रालोसपा के राष्ट्रीय अध्य्क्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पटना के एसके मेमोरियल हॉल में शनिवार को इस उदघोष के साथ ही बिहार में अपनी भावी रणनीति का संकेत भी दे दिया। मौका था बीपी मंडल जन्मशताब्दी समारोह का।
बीपी मंडल मंच की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में उद्घाटनकर्ता के तौर पर श्री कुशवाहा ने कहा कि मंडल कमीशन में जितनी अनुशंसा दी गयी है, उन सब को लागू करना हमारी पार्टी की रणनीति है। कोर्ट पूछता है कि अतिपिछड़ों के लिए दिए गए 27% आरक्षण में इनकी जनसंख्या कितनी है?
इस बात को ध्यान में रख कर जो सामाजिक आर्थिक जनगणना की गई थी, उसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार सार्वजनिक करे। न्यायपालिका के मुद्दे पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि न्यायपालिका में जज नहीं बनाए जा रहे, बल्कि कॉलेजियम सिस्टम के माध्यम से उत्तराधिकारी तैयार किये जा रहे हैं। जब तक न्यायपालिका में प्रजातांत्रिक व्यवस्था नहीं लागू होगी तब तक रालोसपा ‘हल्ला बोल दरवाजा खोल’ आंदोलन चालाता रहेगा। रालोसपा प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण का समर्थन करता है।
इस मौके पर कार्यक्रम के अध्य्क्ष राजेश यादव ने बीपी मंडल को याद करते हुए कहा कि मंडल आयोग के बाद उन्हें और हमारे समाज को पहचान प्राप्त हुई। अगर यादव समाज पूर्ण रूप से समर्थन दे तो अगला मुख्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा जी ही होंगे। लखीसराय के शंभु यादव ने कहा सरकार में रहते हुए भी हमें दबाया जा रहा है। हमारे कार्यकर्तओं की हत्या की जा रही है। इसका हम पुरजोर विरोध करते हैं। चाहे हम सरकार में रहे या सरकार में नहीं रहे।
इस मौके पर उपेंद्र कुशवाहा का स्वागत मुकुट पहना कर किया गया।

(अभिलाष दत्ता)

swatva

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here