नवादा : नवादा के सिरदला प्रखंड क्षेत्र के बङगांव से गायब हुई नाबालिग छात्रा का किसी ने अपहरण नहीं किया था, बल्कि खुद उसके मां-बाप ने ही डेढ लाख में उसे बेच दिया था। इसका खुलासा खुद नाबालिग ने किया है। नाबालिग के बयान पर नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की गई है।
बताया जाता है कि सिरदला प्रखंड क्षेत्र के बङगांव से एक नाबालिग छात्रा का अपहरण किये जाने की सूचना लङकी के पिता ने एक माह पूर्व थाने में दर्ज करायी थी। पुलिस मामले की जांच आरंभ की थी। इस क्रम में नावालिग अचानक शनिवार को थाना में उपस्थित हुई तथा अपने ही मां-पिता समेत अन्य परिजनों पर डेढ लाख रूपये में उसे एक अधेङ के हाथों बेच दिये जाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। लङकी के बयान पर महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है जिसमें पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।
बकौल छात्रा मेरे मां-बाप व अन्य परिजनों ने मेरा सौदा झारखंड राज्य के गिरिडीह जिला नागङी गांव के अधेङ रंजीत तिवारी के साथ डेढ लाख रूपये में करने के बाद जबरन देवघर में शादी करा दी। इसका खुलासा तब हुआ जब मैं घर आने की जिद करने लगी। मेरे साथ मारपीट का दौर आरंभ हुआ तो किसी तरह भागकर अपनी वहन के पास पहुंची जहां से हमें घर पहुंचाया गया।
इस बाबत पिता ने आरोप का खंडन करते हुए बताया कि वह अपने प्रेमी के साथ फरार हो गयी थी तथा घर आकर ढाई लाख रूपये की मांग के साथ ऐसा नहीं करने पर झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दे रही थी। अब प्राथमिकी दर्ज करा दबाव बनाने का प्रयास कर रही है। अब सबसे बङा सवाल यह है कि क्या सच में नाबालिग का सौदा हुआ? यह जांच का विषय है, जिसकी जांच पुलिस ने आरंभ की है।