नवादा : केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने केंद्रीय विद्यालय के लिए भूमि उपलब्ध कराने की मांग को लेकर आज नवादा समाहरणालय के पास अपने समर्थकों के साथ उपवास किया। मौके पर उन्होंने राज्य सरकार की जमकर आलोचना की।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में शिक्षा का बेङा गर्क कर दिया है। वे नहीं चाहते कि गरीबों के बच्चों को शिक्षा मिले। यही कारण है कि नवादा में केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन तक उपलब्ध नहीं करायी जा रही। शराबबंदी की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार में सब कुछ कागजों पर चल रहा है। शराब की बङी खेप बरामद हो रही है। अपराधी बेलगाम हो गये हैं। शराब माफिया पुलिस के जवानों की हत्या कर रहे हैं। औसतन प्रतिमाह छह लोगों की हत्या बिहार में हो रही है। फिर भी अपराध घटने का दावा किया जा रहा है।
एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। अहंकार में डूबी जदयू व बिहार भाजपा जुमलेबाजी पर चल रही है। जहां का मुख्यमंत्री दूसरे को नीच कह रहा हो, वहां नैतिकता का सवाल कहां?
उन्होंने कहा कि हमारी 25 सूत्री मांग को नतीश जी सार्वजनिक रूप से मान लें। मैं सारे अपमान को भूलकर एनडीए में रहने को तैयार हूं। दस दिसम्बर को संसदीय दल की बैठक के बाद ही कोई निर्णय लूंगा। नवादा समाहर्ता ने भूमि का चयन कर स्वीकृति के लिए राज्य सरकार के पास कब का प्रस्ताव भेज दिया है। लेकिन सरकार स्वीकृति प्रदान करने में जान बूझकर रोङे अटका रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगने का आह्वान किया।
मौके पर युवा रालोसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मो कामरान, प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी, जिलाध्यक्ष उमाशंकर , मुसाफिर कुशवाहा समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।