पटना AIIMS में हड़ताल ,स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी उलझनें
पटना : बिहार में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी पटना में अबतक 3245 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। गुरुवार शाम से शुक्रवार शाम तक 24 घंटे में 477 मरीज मिलें हैं। वहीं शुक्रवार रात तक 99 मरीज मिले हैं। अभी आज यानि की शनिवार का रिपोर्ट आना बाकी ही है। इस बीच पटना एम्स के नर्सिंग स्टाफ कर्मचारी और सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। पिछले 2 महीने से सैलरी नहीं मिलने के कारण स्टाफ ने काम बंद कर दिया है।
पटना एम्स को सरकार ने कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया
मालूम हो कि कुछ दिन पूर्व ही पटना एम्स को सरकार ने कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया है। यहां सिर्फ कोरोना के मरीजों का ही इलाज किया जा रहा है। लेकिन नर्सिंग स्टाफ कर्मचारी और सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के बाद यहां स्वास्थ्य सेवाओं पर संकट खड़ा हो गया है। हड़ताल पर गए नर्सिंग स्टाफ कर्मचारियों और सफाई कर्मियों का कहना है कि पिछले 3 महीने से यह सभी कोविड-19 काम कर रहे हैं, इसके बावजूद इनको पिछले 2 महीने से सैलरी नहीं मिली है।
मालूम हो की इसके पहले राजधानी पटना में RMRI के एक साइंटिस्ट समेत 8 टेक्नीशियन कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के कारण वहां कोरोना जांच रोक दी गई है।अब 19 जुलाई तक यहां जांच नहीं की जाएगी। यहां एक दिन में दो हजार से ज्यादा कोरोना सैंपल की जांच की जाती थी। इस बिच पटना एम्स के नर्सिंग स्टाफ कर्मचारी और सफाई कर्मी हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य विभाग की उलझनें और बढ़ गई है।