पटना : शादी-विवाह का मौसम शुरू हो चुका है। अगहन का महीना चल रहा है। कई घरों में शहनाई बजने की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। यानी शादी भी होगी, बैंड बाजा भी बजेगा, नाच-गाना भी होगा। हालांकि यह शादी सीजन थोड़ा छोटा होगा क्योंकि 14 दिसंबर से 14 जनवरी तक खरमास रहेगा। मकर संक्रांति के बाद से मंगल कार्य फिर से शुरू हो जायेगा। पंडित अरुण झा ने बताया कि अगहन के महीने में इस बार कम लगन की तिथियां काफी कम हैं।फिर भी तीन-चार लगन हैं। चूंकि खरमास भी इसी महीने शुरू होगा, लेकिन यदि शादी की बात चल रही है तो तिथि वैगेरह आप तय कर सकते हैं।
बोरिंग रोड मंदिर के पुजारी पंडित शिवशंकर पांडेय ने बताया कि अगहन महीने में 10 दिसंबर से शादी-विवाह और मंगल कार्य शुरू हो जायेगा और 14 दिसंबर को खत्म हो जायेगा। क्योंकि उसी दिन से खरमास भी शुरू हो जायेगा। मकर संक्रांति से पुन: सारे शुभ कार्य शुरू हो जाऐंगे। जनवरी महीने में 17 जनवरी के बाद से धुंआधार लगन है। 17,18 जनवरी के अलावा 21, 22, 23 फिर 27, 28 29 30 जनवरी को भी अच्छा लगन है। फिर फरबरी और माघ के महीने में शुभ तिथियों की भरमार है। यह पूछने पर कि खरमास महीने में सभी शुभ काम क्यो बंद हो जाते हैं, उन्होंने बताया कि बंधन से जुड़ा कोई भी काम इस महीने में नहीं होता है। लड़के और लड़कियों का विवाह भी एक तरह से बंधन है। शास्त्रों के अनुसार धार्मिक बंधन या सात जन्मों का बंधन कुछ भी कहें इसे। उसी तरह इस माह में खर से रस्सी जो बनता है वो कार्य भी बंद रहता है।
वहीं पानी टंकी के पुजारी ने बताया कि अगहन का महीना शादी-विवाह के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस महीने में माता सीता और भगवान राम का भी विवाह हुआ था।
मानस दुबे