पटना : विपक्षी दलों पर एससी/एसटी एक्ट के मुद्दे पर जनता को भरमाने का आरोप लगाते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि केंद्र के चार वर्षों को देखें तो सबका साथ, सबका विकास को अपना मूलमंत्र मानने वाली नरेंद्र मोदी सरकार ने न तो किसी समुदाय के साथ भेदभाव किया है और न ही विपक्षी दलों वाली तुष्टिकरण की नीति पर चलने की कोशिश की है। विपक्ष लाख ड्रामा करे लेकिन यह एक तथ्य है कि इन चार वर्षों में सरकार के विकास कार्यों की रौशनी हर जाति, हर धर्म और हर वर्गों पर समान रूप से पड़ी है। सरकार की योजनाओं तथा विकास कार्यों से प्रभावित हो आज बड़ी संख्या में लोग भाजपा से जुड़ रहे हैं। यह सब विपक्षी दलों को फूटी आंख भी नहीं सुहा रहा है। इसीलिए अब यह भावनात्मक मुद्दों पर झूठ बोल जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैंं। अभी ताजा मुद्दा एससी एसटी एक्ट का है। याद करें तो इस मसले पर कोर्ट का निर्णय आने के बाद पहले इन दलों ने दलित समाज के लोगों को भड़काया। यहां तक कि इन्होंने संविधान तक को खतरे में बता दिया था। अब जब केंद्र सरकार ने इस एक्ट को पुनर्बहाल कर दिया तब यह दल आज सवर्ण समाज को खतरे में बता रहे हैं। ध्यान देने की बात है कि आज केंद्र द्वारा किए जा रहे सभी कार्यों का जबरदस्ती श्रेय लेने वाली कांग्रेस, इस मुद्दे पर चुप्पी साधे बैठी है और अंदर ही अंदर लोगों को भड़काने का काम कर रही है। इसमें इसके सहयोगी भी पूरा साथ निभा रहे हैं। याद रहे कि इन सभी दलों ने एससी/एसटी एक्ट पर सदन में लाए प्रस्ताव पर अपनी पूरी सहमती जताई थी। लेकिन आज यह दल ऐसा जता रहे हैं जैसे दलितों की सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे के हक में काम करके केंद्र सरकार ने कोई बहुत बड़ा गुनाह कर दिया है।