पटना : ब्रजनंदन जी सिर्फ पत्रकार नहीं, बल्कि एक विचार थे और साथ में समाजसेवी भी। आज समाचार पत्र के वरिष्ठ पत्रकार ब्रजनन्दन जी की प्रथम पुण्यतिथि पर आज राजधानी के स्वयंवर वैंक्वेट हॉल में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम, विशिष्ट अतिथि हरेंद्र प्रसाद, ब्रजनंदन जी के सुपुत्र सिद्धार्थ और तमाम पत्रकार उपस्थित रहे।
हरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि ब्रजनन्दन बाबू एक प्रकार नहीं, हमारे अभिभावक की तरह थे। हर समय हमारी गलती को बताते और उसका सुधार भी करते थे। लेखनी के धनी थे। सभी के प्रति प्रेम और स्नेह का भाव रखने वाले व्यक्ति थे। सबसे पहले ब्रजनंदन बाबू ने आर्यावर्त समाचार पत्र में काम किया। वे नवोदित पत्रकारों को पटना विश्वविद्यालय में शिक्षा भी प्रदान करते थे। उनकी कमी हमें सदा खलेगी।
पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि मैंने आज तक ब्रजनंदन बाबू जैसा पत्रकार नहीं देखा। वे कोई गिफ्ट या उपहार नहीं लिया करते थे। साधारण सी जिंदगी व्यतीत करने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने समाज के लिए कई काम किए। स्कूल और तालाब भी बनवाया और किसी की मदद भी नहीं ली। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू से लेकर नरेंद्र मोदी तक, सभी का कवरेज़ किया था। आज वो हमारे बीच नहीं हैं, इसका हमें बहुत खेद है। सामाजिक विकास में हमेशा बढ़—चढ़कर हिस्सा लिया करते थे। उन्होंने उनके नाम पर एक पुस्तक लिखने और एक मूर्ति बनवाकर स्थापित करने को कहा ताकि समाज के हर वर्ग को प्रेरणा मिलती रहे।
मौके पर प्रमोद सिन्हा ने कहा कि ब्रजनंदन बाबू शालीनता के धनी थे। पारदर्शिता और निष्पक्ष बातें हमेशा किया करते थे। उन्होंने घोषणा किया कि अगली पुण्य तिथि पर और भी भव्य तरीके से किसी बड़े हॉल में उनकी पुण्यतिथि मनाई जाएगी। इस मौके पर पांच व्यक्तियों को ब्रजनंदन सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
सोनू कुमार