पीयू : डिस्टेंस एडूकेशन में 2 वर्षों से क्यों बंद है दाखिला? जानें, छात्रों का दर्द

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पटना : पटना विश्वविद्यालय के दूर शिक्षा निदेशालय में छात्रों के लिए दाखिले के दरवाजे अब तक बंद हैं। इससे हर साल लगभग ढाई-तीन हजार छात्र-छात्राएं नामांकन से वंचित हो रहे हैं। सत्र 2013-2016 के बाद से यहां दाखिले की प्रक्रिया बंद है।
यह हाल केंद्रीय विवि का दर्जा पाने के लिए छटपटा रहे पटना विश्वविघालय का है, जबकि माना जाता है कि यह बिहार के विश्वविद्यालयों में अव्वल हैै। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा यहां नामांकन पर 2016 से ही रोक लगी हुई है। ऐसा इसलिए कि विश्विद्यालय को नैक की मान्यता नहीें मिली है। हालांकि दूर शिक्षा निदेशालय प्रशासन को लगा था कि दाखिले की अनुमति सत्र 2018 -2021 में मिल जाएगी। लेकिन नामांकन की अनुमति विश्वविद्यालय को अब तक नहीं मिली है।
दूर शिक्षा निदेशालय में स्नातक कला में जिन विषयों की पढ़ाई की व्यवस्था है, उनमे हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, बांग्ला, मैथिली, संस्कृत, इतिहास, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, प्रचीन भारतीय इतिहास, सांख्यिकी एवं भूगोल शामिल हैं।
वहीं गैर परंपरागत विषयों की बात करें तो यहां पीजी डिप्लोमा इन मार्केटिंग मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन फाईनांसियल मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म आदि विषयों की पढाइ होती है। पर रोक लग जाने से यहां विद्यार्थी दाखिला नहीं ले पा रहे हैं। छात्र-छात्राएं इस आस में रोज काॅलेज का चक्कर काट रहे हैं कि कब विश्वविद्यालय अनुदान द्वारा लगी रोक हटेगी और वह दाखिला ले पायेंगे। काॅलेज प्रशासन ने तो दाखिले के बंद दरवाजे के खुलने की उम्मीद ही छोड़ दी है, पर विद्यार्थियों को आज भी इसका इंतजार है।
बीना कुमारी सिंह

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