छपरा : छपरा नगर निगम में बिना प्रोसिडिंग के ही बैठक को पास और समाप्त करने का दौर जारी है। ताजा बैठक अपनी तरह की चौथी बैठक है जिसमें बिना प्रोसिडिंग सबकुछ कर दिया गया। वार्ड पार्षदों का कहना है कि यह कौन सा तरीका है जिसमें बिना प्रोसिडिंग पार्षदों के विरोध के बावजूद भी कई योजनाओं को पास कर दिया गया। न कोई चर्चा होती है ना किसी का मंतव्य ही लिया जाता है। वहीं बैठक में शामिल एक पार्षद का कहना था कि डोर टू डोर सफाई के लिए एनजीओ को काम दिया गया है। लेकिन 30 परसेंट ही काम हो पाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि सारी जिम्मेदारी मेयर की बनती है जबकि एनजी ओ 100 परसेंट पैसा उठाता है। वहीं कई पार्षदों का कहना था कि पिछले बार नगर में लाईट की व्यवस्था में किए गए खर्च का ब्यौरा मांगे जाने पर जवाब नहीं मिला। जबकि कई योजनाओं को बिना टेंडर किए एनजीओ को काम दे दिया जाता है। वहीं बैठक का विरोध करने वालों में नाजिया सुल्तान, डब्लू सिंह, विजय राय, नीलू देवी, रेखा देवी सहित दर्जनों पार्षदों के विरोध के बावजूद भी बजट पास कर दिया गया।
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