लक्जरी कार की धौंस दिखा बन जाता था अफसर…जानें फिर क्या हुआ?
नवादा : नवादा से एक चौंकाने वाली खबर आ रही है। यहां पुलिस ने लक्जरी कार की धौंस दिखाकर अफसर बन जाने और फिर पैसे ऐंठने वाले एक शख्स को शिकंजे में लिया है। जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली से पुलिस ने फर्जी श्रम निरीक्षक को तब दबोच लिया जब वह जिंदल कंपनी के कागजातों की जांच करने पहुंचा हुआ था। संदेह उत्पन्न होते ही कंपनी वालों ने पुलिस को सूचित किया। सूचना के आलोक में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार कर लिया । इस बावत कंपनी के अधिकारियों के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की गयी है।
नवादा में फर्जी श्रम निरीक्षक का कारनामा
बताया जाता है कि नवादा में कार्यरत श्रम निरीक्षक देवेन्द्र प्रसाद का पुत्र विमलेश प्रसाद रजौली के विभिन्न भागों में प्रतिष्ठानों की जांच करने पहुंच जाया करता था तथा विभिन्न तकनीकी पचड़ों से उन्हें बचाने के नाम पर अवैध वसूली किया करता था। लोगों को शक पूर्व से ही था तथा कोई कुछ बोल नहीं पाता था। मंगलवार को वह जिंदल कंपनी के कागजातों की जांच करने आया तो उससे परिचय पत्र की मांग कंपनी के अधिकारियों ने की। उसके पास से उसके बजाय उसके पिता का परिचय पत्र मिलते ही पुलिस को सूचित किया गया। थानाध्यक्ष रवि रंजन ने त्वरित कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार युवक नालंदा जिला का बताया जाता है।