गांधी और अटल जी की पत्रकारिता आज भी अनुकरणीय

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नालंदा :विश्व संवाद केंद्र के सौजन्य से जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय नालंदा के सभा भवन में सात दिवसीय पत्रकार प्रशिक्षण कार्यक्रम का 3 सितंबर को समापन कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसमें बोलते हुए हिंदुस्तान अखबार के उपसंपादक सह नालंदा—शेखपुरा ब्यूरो प्रमुख डॉ.प्रोफेसर जीतेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी के योगदान को हम सभी स्वीकार करते हैंं। लेकिन महात्मा गांधी अपनी पत्रकारिता की ताकत को अपनी सफलता का राज बताते थे। डॉ. सिंह ने बताया कि महात्मा गांधी अगर पत्रकार नहीं होते और पत्रकारिता का उपयोग बड़े पैमाने पर सफलतापूर्वक नहीं किए होते तो स्वतंत्रता आंदोलन इतना सफल नहीं होता। महात्मा गांधी यंग इंडिया, हरिजन, आदि के संपादक रहे। वहीं कई पत्र पत्रिकाओं से भी वे जुड़े रहे।

वहीं दूसरी ओर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की राजनीतिक सफलता में उनका पत्रकार होना, पत्रकारिता करना और कवि होने के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
अटल जी ने प्रारंभ में ही पत्रकार के रूप में पांचजन्य के संपादक के रूप में सफल शुरुआत की थी। उनको कवि के रूप में भी व्यापक प्रसिद्धि प्राप्त हुई, जिसके कारण उनकी राजनीतिक सफलता हकीकत में परिणत हुई और वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने। डॉ. सिंह ने कहा कि आज भी लोकतंत्र में पत्रकारिता सर्वश्रेष्ठ पायदान पर है। इसका उदाहरण हाल में ही घटित घटना में देखने को मिली जिसमें सर्वोच्च न्यायालय के चार प्रमुख न्यायाधीशों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारिता की ताकत को स्वीकार्यता प्रदान की थी।
पत्रकारिता प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिंदुस्तान अखबार के उपसंपादक आशुतोष कुमार आर्य ने कहा कि वैश्विक पत्रकारिता में नारद मुनि और महाभारत के संजय के योगदान को विश्व स्वीकार करता है। इन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं भ्रामक समाचारों, सुनी सुनाई बातों से बचने, शब्द भंडार की वृद्धि करने के साथ ही संतुलित शब्दों का उपयोग को अहम बताया। पटना दूरदर्शन के प्रोग्राम एंकर एवं वैशाली न्यूज़ चैनल के समाचार वाचक डॉक्टर संजय विजित्वर ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में पत्रकारों के लिए व्यवहार कुशलता, भाषा शैली, व्यक्तित्व प्रभाव, शालीनता, साक्षात्कार के लिए पूर्व विस्तृत जानकारी प्राप्त करना आदि विषयों पर अपने अनुभव को छात्रों के साथ शेयर किया।

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जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी नालंदा रविंद्र कुमार ने पत्रकार प्रशिक्षण कार्यक्रम में पत्रकारिता में सरकार प्रशासन और जनता के बीच में संतुलन बनाने का जरूरत बताई। इन्होंने कहा कि समाचार में इस बात का ख्याल जरूर रखा जाए कि बेजरूरी तनाव, गलतफहमी, अफवाह आदि फैलाने वाली खबरों से बचा जाए। कार्यक्रम में विश्व संवाद केंद्र के संपादक संजीव कुमार ने दो दिन प्रशिक्षण कार्य का अवलोकन संपादन किया और प्रशिक्षणार्थियों को महत्वपूर्ण टिप्स दिया।
(कुमुद रंजन सिंह)

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