पटना : भाजपा के विधान पार्षद डा. सूरजनंदन कुशवाहा के हृदय गति रूकने से हुए आकस्मिक निधन से मर्माहत उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने शोक संदेश में इसे बिहार भाजपा व अपनी व्यक्तिगत अपूरणीय क्षति बताया है। श्री मोदी ने कहा है कि बिहार में पहली बार डा. कुशवाहा ने ही सम्राट अशोक की जयंती मनाना प्रारंभ किया और उसके बाद सरकार ने सम्राट अशोक की जयंती के मौके पर राजकीय अवकाश की घोषणा की।
श्री मोदीे ने कहा कि डा. कुशवाहा के निधन से हुई क्षति की भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है। डा. कुशवाहा का निधन गुजर रहे साल का सबसे बड़ा आघात है। विधान पार्षद बनने के पूर्व पार्टी के महासचिव के तौर पर उनके कार्य सदा स्मरणीय रहेंगे। सौम्य, शालीन व्यक्तित्व व मिलनसार स्वभाव के डा. कुशवाहा भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय थे। श्री मोदी ने दिवगंत आत्मा की चीर शांति व परिजनों, पार्टीजनों, समर्थकों, शुभचिन्तकों को इस पीड़ादायक आघात को सहने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
सूरज नंदन कुशवाहा के निधन पर अश्विनी चौबे ने जताया शोक
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने भारतीय जनता पार्टी के विधान पार्षद डॉ सूरजनंदन कुशवाहा के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया है। श्री चौबे ने कहा कि “डॉ कुशवाहा जैसे कुशाग्र बुद्धि, सरल व्यक्तित्व, साफ छवि और कुशल संगठन कर्ता के एकाएक निधन से बिहार भाजपा को बहुत बड़ी क्षति हुई है। मेरे तो वह अनुज थे, मुझे पारिवारिक और व्यक्तिगत क्षति हुई है।”
केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे के मीडिया प्रभारी वेदप्रकाश ने बताया कि श्री चौबे शाम तक नई दिल्ली से पटना आ जाएंगे ताकि डॉ कुशवाहा के अंतिम दर्शन और अंत्येष्टि संस्कार में शामिल हो सकें। श्री चौबे ने कहा कि “डॉ कुशवाहा विद्यार्थी काल से ही भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ और जुझारू कार्यकर्ता के रूप में लगातार काम करते रहे। लगभग 30 वर्षों तक बिहार भाजपा के संगठन में विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने पार्टी की सेवा की। विधान पार्षद रहते हुए हमेशा उन्होंने जन कल्याण से संबंधित मामलों को सदन में उठाया तथा अल्पकाल में ही सदन में गंभीर चर्चा करनेवाले सदस्य के रूप में अपनी पहचान बनाई। मैं उनके निधन पर मैं शोक व्यक्त करता हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। इस भारी दुःख की घड़ी में ईश्वर उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।”