बिहार में टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे हैं महत्वपूर्ण कदम: अश्विनी कुमार चौबे

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पटना : बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है ।इस बीच बिहार में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि बिहार में प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। सीबी नेट व ट्रू नेट से स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग के व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर टीम और बिहार सरकार मिलकर काम कर रही है।

प्रथम फेज में 15 ट्रूनेट जांच मशीन कराया गया है उपलब्ध

अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि बिहार में 86 ट्रू नेट जांच मशीन उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें प्रथम फेज के तहत 15 मशीन उपलब्ध करा दिया गया है। बाकी यथा शीघ्र उपलब्ध करा दिया जाएगा । 72 सीबी नेट मशीन जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध है। इन दोनों माध्यमों से जांच की प्रक्रिया यथाशीघ्र शुरू हो जाएगी। साथ ही पहले से जहां टेस्ट की व्यवस्था है। वहां पर उपकरण व अन्य संसाधनों को अपग्रेड करने को लेकर आईसीएमआर की टीम कार्य कर रही है। जिससे बिहार में प्रतिदिन टेस्ट करने की क्षमता में भारी बढ़ोतरी हो जाएगी।

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मौजूदा समय में जो व्यवस्था है, उससे प्रतिदिन 1811 टेस्ट किया जा रहा है। अन्य सभी व्यवस्थाएं होने के उपरांत 8622 टेस्ट प्रतिदिन होने लगेंगे। दोनों मशीनों से टेस्ट का परिणाम भी काफी जल्द प्राप्त हो जाएगा।

प्रतिदिन विभिन्न राज्यों के साथ की जा रही है बैठक

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री चौबे ने बताया कि प्रतिदिन विभिन्न राज्यों के साथ बैठक कर उनकी परेशानियों एवं जरूरतों को समझा जा रहा है। केंद्र सरकार सभी राज्यों को जरूरत के अनुसार मदद उपलब्ध कराया रही है। राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से बातचीत के दौरान उनसे सुझाव एवं समस्याओं के बारे में भी पूछा जाता है। इसके उपरांत उसका समाधान निकाला जा रहा है। इस कड़ी में सभी राज्यों की टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाया जा रहा है।

इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ कुछ दिन पहले वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बैठक हुई थी। इसमें कोविड-19 एवं एईएस आदि पर चर्चा हुई थी। अभी तक बिहार उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक उत्तर पूर्वी के सभी राज्यों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हो चुकी है।

गैर संचारी एवं जल जनित रोगों पर भी ध्यान देने को कहा गया

चौबे ने बताया कि राज्यों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उच्च स्तरीय बैठक में सभी से आग्रह किया गया है कि गैर संचारी एवं जल जनित रोगों पर भी ध्यान दिया जाए। साथ ही हर जिले में अत्यंत गंभीर श्वासन संक्रमण और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों के कम से कम 250 केसों का सर्विलांस करके उनका ओपीडी या अस्पताल में इलाज पर भी सभी राज्य ध्यान दें। इस तरह के उपाय प्रारंभिक अवस्था में किसी भी संक्रमण का पता लगाने में सहायक साबित होंगे। मौसम बदलने के साथ ही क्षेत्र अनुसार मौसमी बीमारियों के संकेत मिलने लगे हैं। कोविड-19 में कहीं मौसमी बीमारियों से ध्यान ना हट जाए इसे भी लेकर गंभीरता बरतने को कहा गया है।

वैज्ञानिकों एवं डॉक्टरों को दी बधाई

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री चौबे ने स्वदेशी जांच किट कोविड कवच निर्माण के लिए वैज्ञानिकों एवं डॉक्टरों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। कोरोना संक्रमण का पता लगाने में यह अहम भूमिका अदा करेगी।

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