तीसरे चरण का यह लॉकडाउन हम सबों के लिए परीक्षा : राधामोहन
चंपारण : मोतिहारी, रेलवे स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन, मोतिहारी सांसद सह पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने संसदीय क्षेत्र के मंडल अध्यक्षों एवं उसके ऊपर के कार्यकर्ताओं से बात की। उन्होंने सबों को संबोधित करते हुए कहा कि तीसरे चरण का यह लॉक डाउन हम सबों के लिए परीक्षा है। हम सबों को धैर्य, अनुशासन, सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए इस परीक्षा में सफल होना है। संगठन के आप सभी प्रमुख सहयोगियों के कारण ही मैं अपने क्षेत्र के 50 हजार से ज्यादा लोगों की सेवा की है। इस हेतु आप सबों को बधाई देता हूं। अब हम सबों को मिलकर इस पर ध्यान देना है कि प्रवासी मजदूरों एवं छात्रों की घर वापसी प्रारंभ हो रही है।
सभी प्रखंड मुख्यालयों में क्वारंटाइन सेन्टर बनाये गये हैं। जिला मुख्यालय में भी क्वारंटाइन सेन्टर एवं आइसोलेशन सेन्टर बनाया गया है। जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रही है। सभी राज्य सरकारें बाहर के लोगों का रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। सभी राज्यों के नोडल अधिकारी, राज्यों एवं रेलवे से बात कर योजना बना कर लोगों को लाना शुरू किया है। लॉक डाउन का पालन करते हुए सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए इस अभियान में निश्चित रूप से समय लगेगा। राज्य सरकार द्वारा पंजीकृत लोगों को ही यात्रा की अनुमति मिल रही है। राज्य सरकार टिकट किराया राशि एकमुश्त रेलवे को देकर यात्रियों के टिकट लेंगी और उन्हें सौंपेंगी एवं स्टेशनों पर भी राज्य सरकारें सुरक्षा मुहैया करायेगी।
श्री सिंह ने कहा कि संगठन के जिला समिति में अध्यक्ष जी सहित हम सभी 320 कार्यकर्ता हैं। हम सबों ने प्रथम एवं दूसरे चरण के लॉक डाउन में जिस प्रकार लोगों की सेवा की है, तीसरे चरण में भी हम सबों को अग्रिम मोर्चा पर रहकर सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए समाज की सेवा करना है। आज मैं दूसरी बार आप सबों एवं मीडिया के शहरी एवं ग्रामीण सभी बंधुओं के लिए एक-एक वाशेबुल मास्क एवं सैनिटाइजर उपलब्ध करा रहा हूं।
यह जानकारी भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी गुलरेज शहजाद ने दी।
चौदह नेपाली युवक की हुई जांच
चंपारण : मोतिहारी, रक्सौल के हजारीमल हाई स्कूल स्थित आपदा राहत केन्द्र में रविवार की रात सीतापुर से आए 14 नेपाली युवको को लाया गया। सभी लोग सीतापुर में एक नेटवर्किंग कंपनी में काम करते थे और लॉकडाउन होने के बाद पैसा खत्म होने के कारण पैदल ही घर के तरफ चल दिए थे। जब वे मोतिहारी पहुंचे तो वहां से जिला प्रशासन के द्वारा गाड़ी की व्यवस्था कप सभी को रक्सौल के क्वारंटाइन सेंटर पर पहुंचाया।
सेंटर पर रखने से पूर्व सभी नेपाली युवको की स्क्रिनिंग करायी गयी। इसके बाद उन्हे केन्द्र में प्रवेश की अनुमति मिली। आपदा राहत केन्द्र हजारीमल के प्रभारी मृत्युजंय मृणाल व नगर मिशन प्रबंधक राकेश रंजन के अनुसार रक्सौल के आपदा राहत केन्द्र पर करीब 60 लोग रह रहे है। जिनके दो समय के भोजन व एक समय के नास्ते की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि रोज कैंप में आ रहे नये लोगों के कारण पहले से कैंप में रह रहे लोगों को संक्रमण का डर सता रहा है। कैंप में पहले से रह रहे लोगों ने कोरेनेटाइन की अवधि पूरी होने के बाद घर जाने की मांग की है। नप के उच्च वर्गीय सहायक श्री मृणाल ने बताया कि हमारी कोशिश है कि कैंप में रह रहे लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। उनकी हर सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है। मौके पर सोनू कुमार मंडल, चौकिदार राज कुमार मिश्र सहित अन्य मौजूद थे।
राजन दत्त द्विवेदी