मैट्रिक परीक्षा के टाप टेन के छात्र-छात्राओं को डीएम ने किया सम्मानित
नवादा : जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा के हाथों मैट्रिक परीक्षा 2020 में जिला के 10 टॉपर छात्र/छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं गिफ्ट के साथ सम्मानित करने का कार्यक्रम गुरूवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित किया गया।
सर्वप्रथम जिला पदाधिकारी के द्वारा सभी उपस्थित सफल विद्यार्थियों का परिचय लिया गया। इनमें सिद्धि कुमारी, पिता- जय प्रकाश कुमार ने 470 अंक लाकर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले सौरभ कुमार, पिता- शत्रुघ्न मिस्त्री हैं। तृतीय स्थान पर दो छात्रों के नाम हैं- कौशल कुमार, पिता- अजय प्रसाद एवं शिवम कुमार, पिता-नवलेश कुमार। चतुर्थ स्थान राजन कुमार, पिता-सत्येन्द्र सिंह। पंचम स्थान पर गौरव कुमार, पिता-मिथलेश कुमार हैं। षष्टम स्थान पर दो छात्र के नाम हैं प्रिया कुमारी, पिता- हुल्लास प्रसाद एवं अमन कुमार, पिता- नवीन कुमार। इसी प्रकार सप्तम स्थान प्राप्त करने वाले भी दो छात्र हैं, दीपक कुमार, पिता-नन्दलाल प्रसाद एवं स्पर्ष राजवीर,पिता-रामानन्द कुमार।
जिला पदाधिकारी ने छात्र/छात्राओं का उत्साह वर्द्धन करते हुए उन्हें पूरी लगन एवं मेहनत से पढ़ाई करते रहने को कहा एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने बारी-बारी से गिफ्ट एवं प्रशस्ति पत्र देते हुए बच्चों से उनके जिज्ञासा के बारे में पूछा साथ ही गिफ्ट के तौर पर दी जा रही पुस्तक ’’अग्नि की उड़ान’’ एवं ’’हमारा संविधान’’ को अच्छी तरह से अध्ययन करने को कहा। उनके द्वारा रटने को छोड़ विषयों को समझकर पढ़ाई करने पर बल दिया गया। कागजी ज्ञान के अलावा सामान्य ज्ञान में निरंतर बढ़ोत्तरी करते रहने को कहा गया।
उन्होंने उपस्थित छात्र/छात्राओं के साथ-साथ जिले के सभी छात्र/छात्राओं को कड़ी मेहनत करते हुए भविष्य में अच्छा करने को कहा ताकि वे अपने लक्ष्यों को पा सकें साथ ही परिवार एवं जिला का नाम रौशन करें। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त वैभव चौधरी,कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा जमाल मुस्तफा, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार आदि उपस्थित थे।
पति-पत्नी के बीच विवाद में पति ने की खुदखुशी
नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड क्षेत्र के वनगंगा गांव में पति-पत्नी के विवाद में पति ने खुदखुशी कर लिया। सूचना के आलोक में थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा है।
बताया जाता है कि 25 वर्षीय महेश राजवंशी की किसी बात को लेकर पत्नी के साथ विवाद हो गया । विवाद के बाद पत्नी घर छोङ मैके चली गयी । नाराज पति ने गले में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली । मृतक अपने पीछे पत्नी के अलावा दो छोटी छोटी बच्ची छोङ गया है। थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा है।
पुलिस ने छापेमारी कर ठगों के ठिकाने से चार मोटरसाइकिल समेत अन्य सामग्री की बरामद
नवादा : जिले के पकरीबरांवा एसडीपीओ मुकेश कुमार साह के निर्देश पर थानाध्यक्ष मोहम्मद सरफराज इमाम ने थाना क्षेत्र के थालपोश गांव में छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने लोगों को विभिन्न माध्यम से ठगी करने वाले गिरोह के ठिकाने से चार दो पहिया वाहन (एक बुलेट, एक ग्लैमर एवं दो हौरनेट होंडा वाहन), 13 विभिन्न बैंकों सहित अन्य प्रकार की मुहर, 5 एंड्रॉयड मोबाइल एवं 3 अन्य मोबाइल बरामद किया गया। हालांकि घटनास्थल से सभी लोग पुलिस को देख भाग निकले।
एसडीपीओ ने बताया कि जल्द ही पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा। फिलहाल, जब्त मोबाइल को खंगाला जा रहा है। बता दें कि इस गांव में साइबर अपराधियों को जमावड़ा रहता है। कई स्तर से ठगी करने का बड़ा गिरोह गांव में रहकर अपने धंधे को संचालित करता है। पूर्व में भी इस इलाके में पुलिसिया कार्रवाई हुई है। लेकिन, धंधे पर विराम नहीं लगा है।
जिले में लाई गई ट्रू नेट मशीन, एक से दो दिनों में शुरू होगी कोरोना की जांच
नवादा : कोरोना जांच के लिए ट्रू नेट मशीन नवादा मंगा ली गई है। सदर अस्पताल में मशीन को इंस्टॉल करने का काम शुरू कर दिया गया है। सिविल सर्जन डॉ. विमल प्रसाद सिंह ने बताया कि अगले एक-दो दिनों में नवादा में ही कोरोना की जांच हो जाएगी। इससे काफी सहूलियत होगी। उन्होंने बताया कि ट्रू नेट मशीन के जरिए सैंपलों की जांच होगी। अगर यहां मशीन से जांच में रिपेार्ट पॉजिटिव आती है तो उसे पुन: कंफर्म करने के लिए सैंपल को पटना भेजा जाएगा।
मशीन को इन्स्टॉल करने पहुंचे एक कंपनी के कर्मी सुमित कुमार ने बताया कि एक दिन में तकरीबन 105 सैंपलों की जांच हो जाएगी। एक घंटे में चार सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हो जाएगी।
गौरतलब है कि फिलहाल सैंपल को जांच के लिए पटना भेजा जा रहा है। वहां अन्य जिलों के सैंपलों की भी जांच हो रही है। जिसके चलते जांच रिपोर्ट मिलने में थोड़ा विलंब हो रहा है। लेकिन, अब नवादा में ही कोरोना की जांच शुरू हो जाने से चंद मिनटों में रिपोर्ट प्राप्त हो जाएंगे। इससे सैंपल देने वालों को भी सहूलियत होगी और स्वास्थ्य विभाग को भी परेशानी से मुक्ति मिलेगी ।
अनलॉक होते ही नगर में लगने लगा जाम
नवादा : अनलॉक-एक के बाद बाजार में दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। पैदल यात्रियों के साथ ही दो पहिया-तिपहिया वाहन भी काफी संख्या में सड़क पर नजर आने लगे हैं। फलस्वरूप बाजार में अब जाम की समस्या भी उत्पन्न होने लगी है।
गुरूवार को नगर के प्रजातंत्र चौक के पास काफी देर तक जाम लगा रहा। स्थिति यह थी कि शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो पा रहा था। ऐसे में कोरोना के संक्रमण को रोक पाना कठिन साबित हो सकता है। गौरतलब है कि जिले में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अभी कोरोना का खौफ समाप्त नहीं हुआ है। बावजूद काफी संख्या में लोग सड़क पर उतर रहे हैं। जाम के चलते लोग एक-दूसरे से टकरा रहे थे। बेपरवाह होकर लोग सड़कों पर घूम रहे हैं। इतना ही नहीं स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन का भी पालन नहीं किया जा रहा है। बाजार में दिखने वाले अधिकांश लोग बगैर मास्क के दिख रहे हैं।
गाइडलाइन की हो रही अनदेखी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण को रोकने के लिए कई गाइडलाइन जारी किया है। बाजार खुलने के बाद न तो दुकानदार मास्क लगा रहे हैं और न ही ग्राहक। ऐसे लोगों में कोरोना के प्रति तनिक भी सजगता नहीं दिख रही है। सामान्य दिनों की तरह खरीद-बिक्री जारी है। चंद लोग ही मास्क पहने नजर आते हैं। दुकानों में शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं हो रहा है। प्रशासनिक स्तर पर भी कोई रोक-टोक नहीं है। ऐसे में आने वाले दिनों में बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
वाहनों की जांच अभियान जारी
पुलिस महकमे द्वारा नगर के विभिन्न स्थानों पर वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान यह देखा जा रहा है कि वाहनों पर गाइडलाइन के अनुसार निर्धारित संख्या में अधिक सवारी तो नहीं बैठाए गए हैं। इसके साथ ही वाहनों के दस्तावेज, हेलमेट आदि की जांच की जा रही है। नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों को फटकार लगाई जा रही है। साथ ही जुर्माना भी वसूला जा रहा है। पर आमजनों की तरफ से लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले दो महीने से वाहनों की जांच और जुर्माना वसूली जारी है। बावजूद अभी भी कुछ लोग बगैर हेलमेट और दस्तावेज के बाइक चलाते मिल जा रहे हैं।
दोस्तों ने चैरिटी की तो अपने-अपने घर पहुंच सके प्रवासी
नवादा : आमतौर पर देखा गया है कि जब स्कूल के बिछड़े दोस्त एक जगह मिलते हैं तो ढेर सारी कहानियों का पिटारा खुल जाता है। सभी पुरानी यादों को यादकर अतीत में चले जाते हैं। फिर उसके बाद मिलने जुलने का वादा करते हैं। मगर इस भागदौड़ की जिदगी में यह अब इतना आसान भी नहीं है। स्कूल का वक्त कुछ और था और आज का वक्त कुछ और। सभी अपनी जिदगी में सेट होकर अपनी जिदगी जी रहे होते हैं। मगर यहां कुछ ऐसा हुआ कि स्कूल के पुराने दोस्त मिले तो प्रवासियों के लिए मददगार साबित हुए।
कोरोना काल के दौरान लोग एक-दूसरे की मदद करने के लिए सामने आते रहे। कोई किसी के लिए राशन पहुंचा रहा था तो कोई घर तक पहुंचा रहा था। इन दोस्तों ने भी लोगों को मदद करने की सोची। कभी नवादा के जीवन दीप पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले कुछ मित्र मिले तो कुछ ऐसा करने की ठानी जिससे लोगों का भला हो सके।
लॉकडाउन के दौरान बनी यह ग्रुप, 17 साल बाद सभी मिले एक साथ
लॉकडाउन की अवधि में व्हाट्सएप पर जेडीपीएस2के3 ग्रुप बना। वर्ष 2003 में स्कूल में एक साथ पढ़ने वाले कई विद्यार्थी इस मंच पर आए। ग्रुप का निर्माण पटना एम्स में कार्यरत सर्जन डॉ. ऋषि कुमार ने किया। कई दिनों तक सभी पुराने दोस्त इससे जुड़ते चले गए और आज इस ग्रुप में कुल 34 लोग शामिल हैं। सभी अपने अपने कैरियर में सेट है। इस ग्रुप में डॉक्टर, इंजीनियर, लॉयर, बिजनेसमैन, पत्रकार, एयरफोर्स एवं अन्य मल्टीनेशनल कंपनी की प्रोफेशन से जुड़े लोग शामिल हैं। कुछ भारत में हैं तो कुछ विदेशों में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कोरोना की त्रासदी को देखते हुए सभी ने मानवता के लिए लोगों को मदद करने की सोची। किसी के पास बेहतर विकल्प नही मिल पा रहा था। बाद में इसी ग्रुप के एक सदस्य अभिषेक कुमार की एनजीओ ‘स्तुति वाणी’ के माध्यम से लोगों को उसके घर तक लाने के लिए मदद की बात कही गई।
हरियाणा के झज्जर से बिहार पहुंचे 40 लोग
चैरिटी के बाद ग्रुप के सदस्यों ने हरियाणा की एक टूर ट्रेवल एजेंसी से बिहार के नवादा के लिए बस को बुक किया। जिसमें नवादा, गया, औरंगाबाद, जहानबाद, शेखपुरा, सिवान के कुल 40 लोग सवार हुए। बस झज्जर से 1 जून को चली और सुबह नवादा में सभी यात्रियों को छोड़कर वापस हरियाणा चली गई। इस ग्रुप के माध्यम से 15 और लोगों के लिए ट्रेन की टिकट कटाई गई। ये प्रवासी जहानाबाद और सिवान के हैं। ये सभी मजदूर हरियाणा में जूता निर्माण फैक्ट्री में काम करते थे। मगर लॉकडाउन के दौरान फैक्ट्री बंद हो जाने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई। लिहाजा घर लौटने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।
श्रमदान से सिउर पईन की सफाई की गई
नवादा : बंदूक नहीं कुदाल चाहिए, हर हाथ को काम चाहिए। मिल बैठकर खाएंगे, धरती से सोना उगाएंगे आदि नारों के बीच रोह प्रखंड क्षेत्र के सि उर पईन के मुहाना की श्रमदान से सफाई की गई।
आहर-पईन बचाओ अभियान के राष्ट्रीय संयोजक एमपी सिन्हा के नेतृत्व में दर्जनों महिला-पुरुषों नें हाथों में कुदाल-खंती के साथ श्रमदान किया। श्रमदान स्थल पर कार्य कर रहे लोगों का उत्साह देखते बन रहा था। अंत में श्रमदान कर रहे लोगों को पुरस्कार स्वरूप सूखा राशन भी दिया गया। श्रमदान में सबसे बड़ी बात यह भी है कि लोग शारीरिक दूरी का पालन करते दिखे। सभी अपने चेहरे पर मास्क भी लगा रखे थे। मौके पर महेंद्र सिंह, भगीरथ यादव, सुरेंद्र सिंह, राजकिशोर सिंह आदि लोग उपस्थित थे।
एमपी सिन्हा ने कहा कि खेतीबारी के लिए सिचाई स्रोत का मजबूत होना आवश्यक है। किसान को बंदूक से मतलब नहीं है। उन्हें तो हल-बैल, कुदाल-खुरपी आदि की ही जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि रजाइन पइन की सफाई उनकी प्राथमिकता रही है। इसके जिर्णोद्धार के लिए आगे भी प्रयासरत रहूंगा।
70 वर्ष के उम्र में श्रमदान कर रहे लोगों का नेतृत्व कर रहे सिउर पईन के श्रमदान समिति के अध्यक्ष राजकिशोर सिंह उर्फ किशोर सिंह के जज्बे को देखते हुए एमपी सिन्हा ने बीस हजार रुपये राशि का चेक देकर सम्मानित किया। परन्तु उन्होंने समाज के सामने आदर्श प्रस्तुत करते हुए पुरस्कार की राशि को गांव के पईन समिति को सौंप दिया। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार राशि हमारी मेहनत का नहीं। गांव के युवाओं के बल का परिचायक है ।
महादलित परिवार के घर से खाली शराब की बोतल का जखीरा बरामद
नवादा : जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के कैथिर गाॅव महादलित टोला के गुलाब मांझी के घर से शराब की खाली बोतल का जखिरा पुलिस को मिला है । महादलित परिवार ने पंचायत की मुखिया नीरज कुमार ऊर्फ सेंम्पु पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुखिया एवं उसके समर्थक प्रतिदिन मनरेगा भवन में शराब पीकर खाली बोतल को गुलाब मांझी एवं शौचालय तथा बगल के कुऑ में डाल देता था । घटना थाना क्षेत्र के कैथिर पंचायत के कैथिर गाॅव की है । कैथिर महादलित टोला के गुलाब मांझी , बिगन मांझी , गणेश मांझी सहित दर्जन भर मांझी समाज के लोग ने बताया कि हम सभी गाॅव वासी ईंट भठ्ठा पर काम करने बंगाल सात माह पूर्व चलाया गया था । भठ्ठा पर जाने के पूर्व अपने अर्ध्द निर्मित मकान के दरवाजे को ईंट लगाकर बंद कर भठ्ठा पर चला गया था । उन्होंन ने बताया कि जब घर वापस आया तो घर एवं शौचालय के टंकी में शराब के खाली बोतल का जखीरा पड़ा हुआ था।
उन्होने कहा कि पता लगाने पर पता चला कि मुखिया नीरज कुमार एवं उनके समर्थक प्रतिदिन शराब पीकर खाली बोतल मेरे घर में डाल देता था । खाली बोतल देख गुलाब मांझी के नेतृत्व में महादलित परिवार खाली शराब के बोतल के साथ सड़क पर जमा कर हंगामा करने लगा । हंगामा को देख किसी गाॅव वासी ने इसकी सूचना आरक्षी अधीक्षक नवादा हरि प्रसाथ एस को सूचना दिया ।
एसपी के आदेश पर पुअनि सुभाष कुमार एवं चन्द्रशेखर प्रसाद कैथिर गाॅव जाकर मामले का तहकिकात किया । पुलिस ने गुलाब मांझी के घर एवं शौचालय में शराब के खाली बोतल देख दंग रह गये । आरक्षी निरीक्षक के आदेश पर पुलिस छः बोरा शराब की खाली बोतल बरामद किया तथा शेष बोतल वहीं छोड़ दिया।
इस संदर्भ में पंचायत की मुखिया नीरज कुमार शेम्पु ने बताया कि मुझे बदनाम करने की साजिश रची गयक है। प्रभारी थानाध्यक्ष लक्ष्मण राम ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में कार्रवाई की जायेगी।
जिले में कोरोना से एक की मौत, 49 ने जीता जंग
नवादा : जिले में प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है । इसके साथ ही कोरोना पाॅजिटीव की संख्या में भी वृद्धि होती है जा रही है । शतक के साथ काफी तेज छक्का लगाते हुए संख्या 106 पहुंच गयी है। सिविल सर्जन डा विमल प्रसाद सिंह के अनुसार अबतक 49 लोगों ने कोरोना की जंग जीत घर वापस लौट चुके हैं । शेष के भी जल्द ठीक होने की संभावना है। अबतक कोरोना से एक की मौत हुई है।
कोरोना जांच की मशीन इंस्टालेशन होते ही जांच का कार्य आरंभ किया जाएगा । प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बता दें जिले के 14 प्रखंडों में से अबतक काशीचक प्रखंड ही ऐसा जहां अबतक कोरोना के एक भी पाजिटिव नहीं पाये गये हैं । शेष तेरह प्रखंड इसकी चपेट में आ चुके हैं । वैसे काशीचक प्रखंड की सीमा जमुआंवा गांव के एक युवक की मौत कोरोना से हो चुकी है।
गदपुरणा घास खाते ही चार मवेशी की मौत
नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड क्षेत्र के सहजपुरा गांव में गदपुरणा घास के खाने से चार पशुओं की मौत हो गयी । बताया जाता है कि सहजपुरा गांव के स्व अर्जुन सिंह के पुत्र कुन्दन कुमार सिंह अपने घर के खंड में गदपुरणा का घास उगा हुआ देखा। पशुपालक ने उस घास को उखाड़ कर अपने मवेशी को खाने के लिये दिया।
घास खाते ही दो गाय और दो बछिया की हालत बिगड़ने लगी,तब उन्होंने मवेशी अस्पताल में जाकर चिकित्सक से सम्पर्क किया,और स्थिति की जानकारी दिया। चिकित्सक ने फ़ूड पॉइजन का मामला कहा,और दवा दिया। जब दवा लेकर पहुंचे, तबतक एक जर्सी गाय(गर्भवती) व दो बछिया की मौत हो गई,उसके बाद गंभीर हालत वाली गाय को दवा दिया गया,लेकिन हालत का सुधार नहीं हो सका,फलतः उसकी भी मौत हो गई। पशुपालक मवेशी की मौत से जहाँ मर्माहत है,वहीं आपदा राहत कोष से क्षतिपूर्ति की मांग डीएम से किया है।