सैंड आर्टिस्ट ने बॉलीवुड स्टार सोनू सूद की बनाई कलाकृति
सारण : नदी किनारे बालू कलाकार शहर के मशहूर सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार ने बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद का बालू की रेत से कलाकृति बनाया। आपको बता दे की आज पूरा देश इस समय वैश्विक महामारी से लड़ रहा है और अभी बॉलीवुड के बिलन सोनू सूद कब द्वरा हजारो बसों से बिहार,उत्तरप्रदेश, झारखंड के हजारों प्रवासी मजदूरों को वह अपनी बसों से लगातार प्रवासी मजदूरों को घर घर पहुचा रहे हैं। जबकि पूरे भारत में बॉलीवुड सिनेस्टार अपनी दफ्तर, घरों मे में है,सोनू सूद की सभी फिल्में में उनका किरीदार नकरात्मक रहता है,जबकि अभी के समय मे वह सचमुच कोरोनावारीयस के रूप में लगातार इस महामारी का मुकाबला कर रहे है।अभी तक उनके द्वरा तीस हजार प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित घर तक पहुचाया जा चुका है।
वही आज शहर के यमुना नदी किनारे सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार ने उनका कलाकृति बनाते हुए । वही अशोक कुमार ने कहा कि आज देश को सोनू सूद जैसे रियल हीरो की जरूरत है,इस वैश्विक में कलाकार आगे आकर इस संकट से पूरे देश की जनता को बचा सकते है। वही इस कलाकृति को अशोक कुमार, सोनू कुमार, प्रकाश ,विवेक, कौशल आदि के सहयोग से बनाया गया।
लॉकडाउन में कपड़े का बना पैड एक बेहतर विकल्प
सारण : लॉकडाउन के कारण कई जगह सेनेटरी पैड की अनुपलब्धता ने महिलाओं एवं लड़कियों को डिस्पोजेबल पैड की जगह कपडे के पैड इस्तेमाल करने पर बाध्य कर दिया है।
कोरोना काल में कपडे का सेनेटरी पैड बेहतर विकल्प :
रेगुलर सेनेटरी पैड के विकल्प के रूप में कपड़े से बने पैड को भी सामान रूप से प्रचारित किया जा सकता है। जैसे कपड़ों से बने पैड को 4-6 घंटे तक इस्तेमाल की जाए, पैड बदलने से पूर्व एवं बाद में हाथों की सफाई की जाए, साफ़ सूती कपडे से बने ही पैड इस्तेमाल में ली जाए, और पैड को अच्छी तरह धोने के बाद धूप में सुखाया जाए ताकि किसी भी तरह के संक्रमण प्रसार का खतरा कम हो सके।
लंबे समय से लॉकडाउन ने सेनेटरी पैड की उपलब्धता को किया प्रभावित:
जिलों में सरकार द्वारा स्कूलों में सेनेटरी पैड का वितरण किया जाता है. लेकिन लॉकडाउन के कारण स्कूलों के बंद होने से कई लड़कियों एवं उनके परिवार के अन्य सदस्यों को सेनेटरी पैड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. लॉकडाउन के कारण सेनेटरी पैड का निर्माण भीबाधित हुआ है जिससे ग्रामीण स्तर के रिटेल पॉइंट्स पर पैड की उपलब्धता भी बेहद प्रभावित हुयी है. गाँव के जो लोग प्रखंड या जिला स्तर से सेनेटरी पैड की खरीदारी कर सकते थे, वह भी लॉकडाउन के कारण यातायात साधन उपलब्ध नहीं होने से प्रखंड या जिला स्तर पर आसानी से पहुँच नहीं पा रहे हैं।
सेनेटरी पैड की आसान उपलब्धता में होलसेलर्स को भी दिक्कत का सामना करन पड़ रहा है. निरंतर दो महीने तक देशव्यापी लॉकडाउन के कारण सेनेटरी पैड की होलसेल वितरण काफी प्रभावित हुयी है. यद्यपि धीरे-धीरे इसे पुनः नियमित करने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन अधिक यातायात कॉस्ट( रोड एवं हवाई भाड़ा) अभी भी चुनौती रहने वाली है. अभी सेनेटरी पैड के सिमित उत्पादन की संभावना बनी रहेगी, क्योंकि फैक्ट्री के अंदर मजदूरों को सामाजिक दूरी का ख्याल रखना होगा. साथ ही जिन फैक्ट्रियों में प्रवासी मजदूरों की संख्या अधिक थी, वहाँ मजदूरों की कमी की समस्या बढ़ सकती है।
एमएचआई ने किया खुलासा :
यह खुलासा वाटर ऐड इंडिया एंड डेवलपमेंट सौलूशन द्वारा समर्थित मेंसट्रूअल हेल्थ अलायन्स इंडिया(एमएचएआई) द्वारा माहवारी स्वच्छता जागरूकता एवं उत्पाद से जुड़े संस्थानों से इस वर्ष के अप्रैल माह में सर्वेक्षण किया गया. एमएचआई भारत में मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता पर काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों, शोधकर्ताओं, निर्माताओं और चिकित्सकों का एक नेटवर्क है। सर्वेक्षण में महामारी के दौरान सेनेटरी पैड का निर्माण, पैड का समुदाय में वितरण, सप्लाई चेन में चुनौतियाँ, सेनेटरी पैड की समुदाय में पहुँच एवं जागरूकता संदेश जैसे विषयों पर राय ली गयी। माहवारी स्वच्छता जागरूकता एवं उत्पाद को लेकर एमएचएआई द्वारा कराये गए सर्वे में देश एवं विदेश के 67 संस्थानों ने हिस्सा लिया।
माहमारी के बाद 67% संस्थानों को रोकनी पड़ी सामान्य कार्रवाई:
कोविड-19 के पहले माहवारी स्वच्छता जागरूकता एवं उत्पाद से जुड़े 89% संस्थान सामुदायिक आधारित नेटवर्क एवं संस्थान के माध्यम से समुदाय तक पहुँच रहे थे, 61% संस्थान स्कूलों के माध्यम से सेनेटरी पैड वितरित कर रहे थे, 28% संस्थान घर-घर जाकर पैड का वितरण कर रहे थे, 26% संस्थान ऑनलाइन एवं 22% संस्थान दवा दुकानों एवं अन्य रिटेल शॉप के माध्यम से सेनेटरी पैड वितरण कार्य में लगे थे. लेकिन महामारी के बाद 67% संस्थानों ने अपनी सामान्य कार्रवाई को रोक दी है. कई छोटे एवं मध्य स्तरीय निर्माता सेनेटरी पैड निर्माण करने में असमर्थ हुए हैं जिसमें 25% संस्थान ही निर्माण कार्य पूरी तरह जारी किए हुए हैं तथा 50% संस्थान आंशिक रूप से ही निर्माण कार्य कर पा रहे हैं.
पैड निर्माण के रॉ मटेरियल आयात में भी चुनौतियाँ:
दूसरे देशों से आयात रोके जाने से कई सामग्रियों के लिए इससे चुनौती बढ़ी है। विशेषकर माहवारी कप्स के आयात में काफी मुश्किलें आयी है। भारत और अफ्रीका के कई मार्केटर्स यूरोप में बने कप्स को ही खरीदते हैं ताकि आइएसओ की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। अब इनके आयात में समस्या आ रही है. डिस्पोजेबल सेनेटरी पैड के लिए जरूरी रॉ मटेरियल वुड पल्प होता है, जिसकी उपलब्धता भी लॉकडाउन के कारण बेहद प्रभावित हुयी हैं।
लॉकडाउन के कारण ऑनलाइन बिक्री और कूरियर सेवाएं चालू नहीं थीं. इससे नियमित मांग और राहत प्रयासों दोनों को विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के बीच उत्पाद मांग की सेवा के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
महिलाओं एवं लड़कियों की फीडबैक भी जरुरी :
इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ऑन वीमेन (ICRW) एशिया की टेक्निकल एक्सपर्ट सपना केडिया कहती हैं, माहवारी स्वच्छता कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए इस संबंध में महिलाओं एवं लडकियों से भी फीडबैक लेनी चाहिए. इस फीडबैक में मासिक धर्म स्वास्थ्य उत्पादों एवं सेवाओं की उपलब्धता, पहुंच, लागत, स्वीकार्यता (गुणवत्ता औरअन्य स्थानीय कारक) को शामिल करना चाहिए।
बाढ़ से निपटने की तैयारियों के लिए डीएम ने अधिकारियो को दिए निर्देश
सारण : जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा सारण जिला अंतर्गत संभावित बाढ़ के पूर्व सभी तैयारी विभागीय निदेश एवं मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरुप पूर्ण कराने का निदेश सभी अंचलाधिकारियों, संबंधित विभाग के पदाधिकारियों एवं अभियंताओं को दिया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा सभी अंचलाधिकारियों को बाढ़ की स्थिति में विस्थापित परिवारों के लिए पूर्व से चिन्हित शरणस्थलियों एवं राहत केन्द्र स्थलों पर पेयजल, शौचालय, विद्युत आपूर्ति आदि की व्यवस्था के सत्यापन करते हुए अंतिम प्रतिवेदन की माँग की गयी है। तथा सारण जिला जनसंख्या निष्क्रमण हेतु चिन्हित लगभग 500 निजी नाव के नाव मालिकों/ नाविकों से एकरारनामा करने हेतु निदेश दिया गया है।
पूरे देश में 1.55 करोड़ की लेनदेन के साथ दूसरी बार शीर्ष पर पहुंचा छपरा पोस्ट ऑफिस
सारण : आधार आधारित भुगतान व्यवस्था से लेनदेन के मामले में पोस्ट ऑफिस की छपरा शाखा लगातार दूसरी बार पूरे देश में शीर्ष स्थान पर बना हुआ है। इस शाखा ने 1.55 करोड़ रुपए का लेन-देन की है। इससे पहले 8 मई को को भी यह टॉपर रहा था, लॉकडाउन की अवधि में इस शाखा ने सर्वाधिक लेनदेन किया. इस उपलब्धि पर प्रवर डाक अधीक्षक सुबोध प्रताप सिंह ने बताया कि डाकघर छपरा शाखा लगता दूसरी बार भी एईपीएस टॉपर रहा है। इसका श्रेय मुजफ्फरपुर का पोस्ट मास्टर जनरल अशोक कुमार के नेतृत्व में एवं उनके मार्गदर्शन में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा हमारे ग्रामीण डाक सेवक, पोस्टमैन डाक कर्मियों को जाता है।
जुड़वा बच्चो ने मुख्यमंत्री राहत कोष दिए ग्यारह हज़ार
सारण : उत्क्रमित मध्यविद्यालय पहाड़पुर गरखा की नियोजित शिक्षिका सुमनलता एवं उनके पति शीतीश श्वेताम जो कि वितरहित विद्यालय में शिक्षक है अपने जुड़वा बच्चे प्रज्ञा और प्रणव के दूसरे जन्मदिन पर जिलाधिकारी को 11 हजार का चेक मुख्यमंत्री कोरोना राहत कोष में जमा कराने के लिए प्रदान किया। शिक्षिका ने बताया कि बच्चों का जन्मदिन मनाने के लिए कुछ राशि इकट्ठा किया था लेकिन विश्व कोरोना संकट से जुझ रहा है तो अपने बच्ची के जन्मदिन पर केक कटवाने से बेहतर राहत कोष में राशि जमा करायी जाय। जिसके लिए जिलाधिकारी सुब्रत कुमार ने शिक्षक दम्पति की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया और कहा कि समाज में ऐसे विचारों का सम्प्रेषण एवं सम्मान होना चाहिए।
करंट लगने से हुई मौत पर, सांसद मदद का आश्वासन
सारण : सांसद राजीव प्रताप रूडी के दिशा निर्देश पर प्रतिनिधि मंडल की एक कमिटी प्रदेश कार्य समिति सदस्य सह सांसद प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह और मंडल अध्यक्ष विनय कुमार शर्मा की अध्यक्षता में दरियापुर प्रखंड के सुतिहार गांव में पहुंच कर करंट लगने से हुई मौत की घटना स्थल का जायजा लिया। पीड़ित परिवार से मिल कर हर संभव मदद करने का अश्वासन दिया। जिसमें पीड़ित के भाई कृष्णा साह से सांसद रुडी ने फोन पर बात कर हर संभव मदद की बात कही।
मालूम हो कि कल मंगलवार को शाम में सुतिहार निवासी राजेश साह पिता विमल साह को 11 हजार वोल्ट तार के चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जिसकी जानकारी ग्रामीणों ने सांसद राजीव प्रताप रुडी के कंट्रोल रूम में दी। जिसके बाद रुडी के सांसद प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह ने सारण जिलाधिकारी सुब्रत सेन सिविल सर्जन छपरा से बात कर रात में ही पोस्टमार्टम करवाने के लिए बोले जिसके बाद पोस्टमार्टम रात में ही हुआ। मृतक राजेश साह के दो बेटा और एक बेटी हैं और वह घर में कमाने वाले एकलौते व्यक्ति था और काफी गरीब था। उनके मृत्यु से परिवार के लोगो का रो रो कर बुरा हाल है । वहां उपस्थित लोगों ने समझा कर शांत कराया । जिसमें भाजपा नेता राजविकाश सुमंत बाबा राजेश शास्त्री समिति सदस्य मुकेश कुमार सरपंच प्रतिनिधि उपेन्द्र राय सोनू कुमार अमन कुमार बालेश्वर साह टंडन साह सहित आदि ग्रामीण उपस्थित थे।
पूर्व विधयक ने क्वारंटाइन केंद्र में रह रहे लोगों के बीच बांटे राहत सामग्री
सारण : बनियापुर विधान सभा के पूर्व विधायक भाजपा नेता तारकेश्वर सिंह ने बनियापुर प्रखंड के बेसिक स्कूल बलुआ व पैगम्बरपुर के क्वारंटाइन सेंटर पर रहने वाले प्रवासी लोगों के बीच साबुन, सैम्पू, बिस्कुट एवं अन्य भोजन सामग्री का वितरण किया। जहा सभी प्रवासी लोगों से यह अपिल की कि सभी प्रवासी लोगो को संयमित रहने तथा सोशल डिस्टेंस बना कर रहने की जरूरत है। तभी इस महामारी से निजात पाई जा सकती है। उसके बाद पूर्व विधायक पैगम्बरपुर पंचायत के कवला छपरा बलुआ पिठौरी पंचायत के खाकी मठीया बजार एवं मिर्जापुर में भी सभी भाजपा के कार्यकर्ताओं मिले और सोशल डिस्टेंस बना कर घर पर ही रहने की सलाह दी। उनके साथ भाजपा के जिला कार्यकारिणी के सदस्य राममनोहर सिंह लड्डू, पूर्व मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा, पूर्व मंडल उपाध्यक्ष चंद्र मोहन कुवंर, पूर्व जिला पार्षद पप्पू सिंह, पैक्स अध्यक्ष अक्षवर सिंह, अनिल तिवारी, मुन्ना सिंह, पूर्व मंडल किसान मोर्चा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह, भोलु श्रीवास्तव, बलिंनदर. सिंह, विवेक सिंह आदि मौजूद थे।
क्वारंटाइन केंद्र में रह प्रवासी व ग्रामीणों में हुई झड़प कई घायल
सारण : एकमा थाना क्षेत्र के छित्रवलिया बाजार के समीप बनाए गए अंबिका दादा हाई स्कूल परिसर के क्वारंटाइन सेंटर पर रह रहे प्रवासी मजदूरों और ग्रामीणों के बीच जमकर मारपीट हुई जहां दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए बताया जाता है कि क्वारंटाइन सेंटर से कई लोग गांव में घूमने गए थे जहां ग्रामीणों ने घूमते हुए लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर से बाहर निकलने पर मना किए जाने को लेकर प्रवासी मजदूरों ने ग्रामीणों पर हमला बोल दिया वही फिर ग्रामीणों ने हमलावर मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में घुसकर पीटने की सूचना प्राप्त हुई जहां मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह बवाल पर काबू पाया जहां दर्जनों दुकान क्षतिग्रस्त हो गए कई लोग घायल हो गए इसी बीच पुलिस ने गांव तथा क्वॉरेंटाइन सेंटर को छावनी में तब्दील कर दी तथा क्वॉरेंटाइन सेंटर और ग्रामीणों के बीच दिए गए आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी।
मन की बात सप्तऋषि के साथ सुनने का लोगों ने लिया निर्णय
सारण : छपरा विधानसभा के छपरा सदर मंडल अंतर्गत नैनी शक्तिकेंद्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 31 मई 2020 को ेपजीत होने वाले “मन की बात-सप्तऋषि के साथ” सुनने के लिए निर्णय लिया गया। सारण के सांसद राजीव प्रताप रुढी के मार्गदर्शन व भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री शैलेंद्र सेंगर के सौजन्य से हस्तनिर्मित मास्क वितरण किया गया। मौके पर भाजपा छपरा सदर मंडल अध्यक्ष श्री विश्वास गौतम, मंडल मंत्री श्रीमती रंजना सिंह मंडल आईटी सेल के संयोजक मुकेश कुमार सिंह एवं बूथ अध्यक्ष उपस्थित रहें।