छात्र संघ के अध्यक्ष ऋषि कुमार के द्वारा प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपा गया
मधुबनी : जिले के जयनगर में मिथिला स्टूडेंट यूनियन डी.बी. कॉलेज जयनगर इकाई के अध्यक्ष ऋषि कुमार ने प्राचार्य से स्नातक स्तरीय एससी, एसटी वर्ग के छात्र छात्राओं एवं सभी वर्ग के छात्राओं के लिए लागू मुफ्त शिक्षा व्यवस्था को शत प्रतिशत लागू करने की मांग की है।
उन्होंने प्राचार्य को आवेदन समर्पित कर मांग की है कि महाविद्यालय में छात्र छात्राओं से की जा रही अवैध वसूली पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है। प्रेषित आवेदन में लिखा है कि महाविद्यालय में पढ़ने वाले अधिकांश छात्र छात्राएं गरीब और मध्यम परिवार से आते हैं, ऐसे में इन छात्र छात्राओं से अवैध वसूली किया जाना न्यायसंगत नहीं है।
एससी, एसटी वर्ग के छात्र छात्राओं और सभी वर्ग के छात्राओं का स्नातक स्तरीय शिक्षा मुफ्त दिया जाना है, ऐसे में इन वर्ग के छात्र छात्राओं से की जा रही वसूली पर अविलंब रोक लग जाना चाहिए। छात्र संघ अध्यक्ष ने इस बाबत यूनियन के माध्यम से कॉलेज के विरुद्ध आमरण अनशन आंदोलन की जाएगी, जिसकी सारी जवाबदेही महाविद्यालय प्रशासन की होगी।
शिवरात्रि शांतिपूर्ण संपन्न करवाने को हुई शांति समिति की बैठक
मधुबनी : जिले के खजौली प्रखंड के देर शाम स्थानीय हथियाही गांव स्थित बाबा उदय नाथ मंदिर परिसर में बीडीओ मनीष कुमार की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में आगामी एक मार्च को होने वाले शिवरात्रि उत्सव को शांतिपूर्वक संपन्न करवाने का निर्णय लिया गया। बैठक में शिवरात्रि उत्सव पर मंदिर में होने वाले विशेष पूजन को लेकर श्रद्धालुओं की जुटने वाली भीड़ को नियंत्रित करने हेतु प्रशासनिक एवं मंदिर समिति की ओर से की जाने वाली पूर्व तैयारी पर विशेष चर्चा की गई।
भीड़ को नियंत्रित करने हेतु मंदिर के आसपास पुलिस बल को तैनात करने एवं मंदिर समिति की ओर से भोजन किया हॉल भोलंटीरियर को तैनात करने का निर्णय लिया गया। बैठक में अंचल अधिकारी मनीष कुमार, प्रशिक्षु दारोगा राम कुमार पासवान, मुखिया छोटू पासवान, समाजसेवी अमरेश कुमार, मुरारी गोइत, उदय कांत गीरी पुजारी ,रविंद्र कुमार महासेठ, राकेश कुमार ठाकुर, रवीश कुमार, रामदयाल यादव, मणिकांत कुमार यादव, सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
नावालिग किशोरी के साथ मारपीट की प्राथमिकी
मधुबनी : जिले के खजौली थाना क्षेत्र के तारापट्टी गांव निवासी रिंकी सिंह ने थाना को एक आवेदन देकर गांव के ही शैलेंद्र कुमार सिंह एवं अन्य लोगों पर अपनी नाबालिग पुत्री को उठाकर अपने घर ले जाने तथा मारपीट कर जख्मी कर देने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाई है।
दर्ज मामले में उन्होंने दर्शाया है कि मेरी नाबालिग पुत्री साईकिल से अपनी खेत की ओर जा रही थी, की रास्ते में शैलेन्द्र कुमार सिंह, उसकी पत्नी रेखा देवी एवं अन्य ने उसे जबर्दस्ती अपने घर ले गया और उसके साथ मारपीट तथा अश्लील हरक्क्त किया। उनका मोबाइल छीन कर भी फोड़ दिया। थानाध्यक्ष अजीत प्रसाद सिंह ने बताया कि आवेदन के आलोक में मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे सेवा हुआ बहाल, विधायक ने फीता काटकर किया शुभारंभ
मधुबनी : जिले के बासोपट्टी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे मशीन होने के बाबजूद टेक्निकल समस्या के कारण कई वर्षों से बंद पड़ा था। लेकिन अब विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने फीता काटकर एक्सरे सेवा बहाल कर दिया है।
विधायक ने बताया कि पहले स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे की सुविधा नहीं होने के कारण मरीजों को बाहर का रुख करना पड़ता है, और आर्थिक शोषण का शिकार होना पड़ता था।लेकिन अब एक्स-रे मशीन चालू होने से गरीब परिवारों को राहत मिलेगा।
वही प्रभारी चिकित्सक पदाधिकारी सुमंत कुमार ने बताया कि एक्सरे मशीन की सुविधा मिलने से ग्रामीण क्षेत्रों में भी मरीजों को आर्थिक बोझ से राहत मिलेगी।इस मौके पर चिकित्सा प्रभारी सुमंत कुमार, जिला परिषद विनोद साह सहित कई स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
आयुष्मान कार्ड बनाने में तेजी लाने का जिलाधिकारी ने दिया निर्देश
मधुबनी : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने में गति प्रदान करने के लिए जिलाधिकारी अमित कुमार ने तेजी लाने का निर्देश दिया है। साथ ही अब सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी आयुष्मान भारत के नोडल पदाधिकारी होंगे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की सभी स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक/ उपाधीक्षक, एमओआईसी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने में सहयोग करेंगे।
सरकारी अस्पताल में आने वाले आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को पहचान सुनिश्चित कर इलाज प्रारंभ करें तथा योजना का लाभ दिलाने में मदद करें। नवनियुक्त पंचायत प्रतिनिधि, जीविका के प्रतिनिधि, वीएलई( विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर) पंचायत स्तर पर बैठक कर लोगों को आयुष्मान योजना के बारे में तथा संबंधित सूची के बारे में अवगत कराएंगे। ताकि पात्र लाभार्थियों को ज्यादा से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बनाया जा सके।
आयुष्मान कार्ड जिला व पंचायत स्तर पर ही पात्र लाभार्थियों का बनेगा। कार्ड बनाने के लिए सीएससी, यूटीआईआईटीएसएल, कार्यपालक सहायक से संपर्क करना होगा। उक्त स्थान पर पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनेगा। आयुष्मान कार्ड बनाने में लाभार्थी से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। जिले में 23 लाख 70 हजार 685 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। अब तक 3,16,796 लाभार्थी कार्ड बनाया गया है। शेष लाभार्थियों का कार्ड बनाया जाना है।
पात्र लाभार्थियों का बनता है गोल्डन कार्ड
केंद्र सरकार ने सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के नि:शुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। इसमें सोशल इकनॉमिक कॉस्ट सेंसेज 2011 (सेक डेटा) के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभ दिलाने के लिए पात्र माना गया था। बीओसीडब्ल्यू के पंजीकृत मजदूरों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। इसी के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है। जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया कि जिले भर में आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी अस्पताल सहित 5 प्राइवेट अस्पताल पंजीकृत हैं। इसमें लाभार्थी को लाभ लेने व गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
जिलांतर्गत
•मधुबनी मेडिकल कॉलेज
•क्रिब्स हॉस्पिटल
•हरसन हॉस्पिटल
•मां उग्रतारा नेत्रालय
•आस्था सर्जिकल अस्पताल
सूचीबद्ध हैं एवं सभी सरकारी अस्पतालों में भी योजना का लाभ। दिया जा रहा है। साथ ही योग्य निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया भी की जा रही है।पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज
डीपीसी कुमार प्रियरंजन ने बताया कि यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसे सफल बनाने में सभी की सहभागिता अनिवार्य है। पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही उन्होंने जिले के योग्य अस्पतालों से आग्रह किया है कि इस योजना से जुड़े तथा गरीब तबके के लोगों को इस योजना का लाभ दिलाएं।
5 दिवसीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान जिले में हुआ आज से शुरू
मधुबनी : बच्चों में विकलांगता होने के प्रमुख लक्षणों में से एक पोलियो को जड़ से खत्म करने के लिए जिले में अंतर्राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत जिलाधिकारी डॉ. अमित कुमार ने सदर अस्पताल में शिशुओं को पोलियो ड्रॉप पिलाकर की। इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि पोलियो एक गंभीर बीमारी है, जो किसी व्यक्ति के शरीर को लकवाग्रस्त कर देता है।
चूंकि छोटे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है इसलिए उसे इस बीमारी से संक्रमित होने की सम्भावना अधिक होती है। इसे होने से पहले ही खत्म कर देने के लिए 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जा रही है। उन्होंने जिले के सभी परिजनों से अपने बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उन्हें पोलियो की दवा पिलाकर अभियान को सफल बनाने में जिला स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करने की अपील की।
हर बच्चा पीये दवा इसलिए टीम है पूरी तरह तैयार
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस के विश्वकर्मा ने बताया पल्स पोलियो अभियान के तहत 27 फरवरी से 5 दिनों तक चलने वाले चक्र में जिले के 8,18,565 घरों को लक्षित किया गया है तथा 6,74,393 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य है। अभियान के लिए 15,931 नए बच्चों को भी चिह्नित किया गया है।
अभियान की सफलता के लिए टीम का हुआ गठन
अभियान के सफलता के लिए जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा
डोर टू डोर: 1954
ट्रांजिट टीम: 362
मोबाइल टीम: 116
सुपरवाइजर: 707
लक्षित घर: 8,18,565
लक्षित बच्चे: 6,74,393
का गठन किया गया है। प्रत्येक दल में एक आशा और एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं जो घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएंगी। दवा पिलाने के बाद बच्चों के और उनके माता -पिता का नाम, गृह संख्या आदि फार्म में भर कर अपने केंद्र में जमा करवाएँगी।
लकवाग्रस्त बीमारी है पोलियो
डीआईओ डॉ. विश्वकर्मा ने बताया कि पोलियो एक लकवाग्रस्त वायरस जनित रोग है। बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण उसे पोलियो होने की सम्भावना ज्यादा है।यह बीमारी विशेष रूप से रीढ़ के हिस्सों व मस्तिष्क को ज्यादा नुकसान पहुँचाता है। इससे बचाव के लिए लोगों को अपने बच्चों को पोलियो की दवा जरूर पिलानी चाहिए। पोलियो ड्रॉप के साथ बच्चों को संपूर्ण टीकाकरण भी करवाना चाहिए जो 12 जानलेवा बीमारियों से बचाए रखता है।
कोविड संक्रमण से बचाव का रखा जाएगा ध्यान
एसीएमओ डॉ आर के सिंह ने बताया कि पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान कोविड संक्रमण से बचाव का पूरा ध्यान रखा जाएगा। कर्मियों द्वारा दवा पिलाने के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। स्वास्थ्य कर्मियों को पूरी तरह से मास्क व ग्लब्स का उपयोग करने के लिए निर्देशित किया गया है।
अभियान के उद्घाटन में प्रभारी अधीक्षक डॉ डीएस मिश्रा, सीडीओ डॉक्टर जीएम ठाकुर, डब्ल्यूएचओ एसएमओ डॉक्टर आदर्श वर्गीज, यूनिसेफ एसएमसी प्रमोद कुमार झा,आदि उपस्थित रहे।
सुमित कुमार की रिपोर्ट