बहन ने भाई के कलाई में राखी बांधकर जताया प्यार, निभाया रक्षाबंधन का पर्व
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड में भाई बहनों का पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन बिस्फी प्रखंड क्षेत्र में उत्साह पूर्वक मनाया गया। बाजार में दिनभर रक्षाबंधन के अवसर पर सड़क आवाजाही देखने को मिला। खासकर मिठाई की दुकानों पर काफी भीड़ का नज़ारा देखने को मिल रहा था। आपको बताते चलें कि रक्षाबंधन के दिन भाई बहनों के लिए खास होता है।
बहन-भाई के कलाई में राखी बांधकर उसके लिए अपना प्यार दर्शाती है, तो वही भाई भी उम्र भर बहन की रक्षा करने का वादा करते हैं। इस खास अवसर पर भाई बहन एक दूसरे को गिफ्ट देकर खुशी मनाते हैं।भाई-बहन के इस पवित्र और प्यार भरे त्यौहार को लेकर बाजारों में विभिन्न प्रकार के डिजाइनर राखियां उपलब्ध था।बाजार में पहले के अपेक्षा आज़ काफी चहल-पहल देखा गया। रक्षाबंधन के दिन बहने सज-संवरकर हाथों में मेहंदी रचाकर भाइयों को तिलक कर दाहिनी कलाई पर राखी बांधती है।
बहना ने भाई की कलाई पर प्यार बांधा है, आदि गीतों से गूंजता रहा क्षेत्र
मधुबनी : सदियों से चली आ रही भाई-बहन के अटूट बंधन का त्योहार “रक्षाबंधन” हरलाखी में हर्षोहल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बहनें अपने भाई के घर जाकर भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर जीवन भर रक्षा करने का संकल्प दिलायी। वहीं पर्व को लेकर बाजारों में मिठाई व रंगबिरंगे राखी की दुकानें सजी रही, जहां बहनों ने जमकर खरीदारी की।
इस अवसर पर बहनों ने शुभ मुहूर्त में भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधी, और विभिन्न प्रकार के मिठाइयों से भाइयों का मुंह मीठा कराई। साथ ही चंदन, रोली का टीका लगाकर भाइयों की आरती उतारकर उनके लंबी उम्र की दुवाएं मांगी, तो वहीं भाइयों ने भी बहनों की रक्षा करने का संकल्प ली।
वहीं कई घरों में भाइयों ने करोना संक्रमण से बचाव को लेकर बहनों को अन्य उपहार के साथ-साथ उपहार स्वरूप मास्क भी भेंट की। इस अवसर पर क्षेत्रों में चंदा रे मेरे भईया से कहना, बहना याद करें आदि अनेकों प्रकार के रक्षाबंधन के गीतों से क्षेत्र गुंजायमान हो रहे थे।
वहीं इस अवसर पर भगवान शिव की पवित्र मास सावन के अंतिम दिन कल्याणेश्वर मंदिर में पूरे दिन श्रदालुओं की भीड़ उमड़ी रही। सावन मास के समापन को लेकर महिलाएं मंदिर में भगवान शिव की नचारी गाते हुए देखी गई। यव भोला बाबा कब देवई दर्शनमा, अब त बीतल सावनमां ना आदि गीतों से मंदिर परिसर गूंजता रहा। वहीं सीमावर्ती क्षेत्र की बहनें मंदिर में आकर भगवान शिव की पूजा व जलाभिषेक कर अपने- अपने भाई की दीर्घायु का कामना की, मंदिर के पुजारियों ने भी श्रदालुओं को रक्षासूत्र बांधते देखा गया।
दरभंगा एम्स की माँग को लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन के कार्यलकर्ताओं के नेतृत्व में नकाला गया जन जागरूकता रथ यात्रा
मधुबनी : प्रस्तावित दरभंगा एम्स की माँग को लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन मधुबनी के कार्यकर्त्ता के द्वारा से एमएसयू जिला संगठन मंत्री अंकित आजाद के नेतृत्व में जन जागरूकता रथ यात्रा आज हरलाखी प्रखंड के खिरहर गाँव पहुँचा। रथयात्रा का स्वागत खिरहर पंचायत के एमएसयू के सेनानी सह भावी मुखिया प्रत्याशी राजू शर्मा ने किया। उसके बाद नुक्कड़ सभा किया गया, जिसके बाद लोगों ने अपना समर्थन ईंट देकर किया।
नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुये राजू शर्मा ने कहाँ की 6 करोड़ मिथिला वासी एक डीएमसीएच के भरोसे इलाज करवाने को मजबूर हैं। 2015 से लगातार मिथिला के लोगों को एम्स के नाम पर ठगने का काम किया गया। उन्होंने कहा की इस बार संगठन आरपार के मूड में है। 8 सितंबर को हजारों जन समर्थन के साथ एम्स का शिलान्यास करने जा रही है। इस मौके पर गोपाल राजा, पंकज मंडल, रंजीत मंडल सहित अन्य लोग मौजूद थे।
बहनों ने पेड़ों को भी राखी बांधकर पर्यावरण बचाने का दिया संदेश
मधुबनी : रक्षाबंधन के मौके पर देश के साथ-साथ मधुबनी जिले के जयनगर में कोरोना महामारी के बीच भी रक्षा बंधन उत्सव का पालन किया जा रहा है। सभी आयुवर्ग के लोग इस रक्षा बंधन उत्सव में शामिल हुए हैं, तो जिले की बहनों ने पेड़ों को भी राखी बांधकर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया है। बता दें कि श्रावन महीने का आखिरी दिन है। शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का पवित्र त्योहार मनाया जाता है। इस दिन बहने अपने भाईयों के कलाई पर प्रेम और स्नेह का पवित्र धागा बांधकर उनसे खुद की रक्षा का वचन मांगती है।यह उत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है।
राधी बांधने के बाद मौजूद एक समाजसेवी अमित कुमार राउत ने बताया कि हमने आज पेड़ को राखी बांधकर आने वाली हमारी पीढ़ी को पार्यवरण के प्रति संदेश दे रहे हैं, कि पर्यावरण और पेड़ों से हमारा रिश्ता कैसा होना चाहिए, ताकि भविष्य में आने वाली हमारी पीढ़ी पर्यावरण को लेकर जागरुक रहै। इस बीच दूसरी ओर, मधुबनी जिले में माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के कार्यकर्ताओं ने शहर के कई नागरिकों को राखी बांधीं।
सुमित कुमार की रिपोर्ट