होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को उपलब्ध कराया जार रहा मेडिकल किट
सारण : कोरोना पॉजिटिव मिले कई मरीजों को अब होम आइसाेलेशन भेजा जा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराया जा रहा है। मेडिकल किट में दो मास्क व विटामिन-सी, एंटीबायोटिक की गोली एजीथ्रोमाइसिन 10-10 पीस व पैरासिटामोल और सिट्रीजीन की 5 गोलियाँ दी जाएगी।
यही दवा आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना मरीजों को इलाज के दौरान दी जाती है। एएनएम समय-समय पर फोन से मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी लें रही है और जरूरत पड़ने पर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के घर जाकर उनका उपचार भी करती है। राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा एक पत्र जिला स्वास्थ्य समिति को जारी कर यह निर्देश दिया गया है कि जिन मरीजों के पास अलग घर व बाथरूम है, वैसे मरीज होम आइसोलेशन में रह सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के कर्मी वैसे मरीजों के घर जाकर वहां की व्यवस्थाओं की जांच करेंगे। इसके बाद ही ऐसे संक्रमित को होम आइसोलेशन में रहने का आदेश दिया जाएगा।
बिना लक्षण वाले मरीज ही होंगे होम आइसोलेट:
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि बिना लक्षण वाले मरीजों को ही होम आइसोलेशन की सुविधा मिलेगी। वैसे व्यक्ति जिन्हें होम आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध नहीं है, यानि जिनके घरों में अलग रहने की व्यवस्था नहीं है उन्हें होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं मिलेगी। मधुमेह, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप के मरीजों को भी होम हाइसोलेशन की सुविधा नहीं मिलेगी।
टेली मेडिसीन की मिलेगी सुविधा:
डीपीएम अरविंद कुमार ने बताया कि आशा कार्यकर्ता मरीज एवं उनके परिजनों को टेली मेडिसीन की सुविधा उपलब्ध कराएगी। घर बैठे 8010111213 पर मिस्ड कॉल देकर चिकित्सीय सलाह प्राप्त कर सकते हैं। 102 नंबर पर कॉल कर एंबुलेंस की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। 104 नंबर पर कॉल कर चिकित्सीय परामर्श प्राप्त कर सकते हैं।
मरीजों से बात करेंगे चिकित्सक:
होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के स्वास्थ्य की देखभाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक प्रतिदिन दूरभाष के माध्यम से कर रहे है। मरीजों का हालचाल जानने के बाद चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराया गया है।
किट में रहेगा ये उपलब्ध:
•एजिथ्रोमाइसिन की 5 गोली
•सिट्रीजिन की 10 गोलियाँ
•बिटामिन-सी की 10 गोलियां
•विटामिन-बी12 की 10 गोलियां
• पेरासिटामोल की 10 गोलियाँ
• ओआरएस-1 पैकेट
•मास्क-2
•मास्क 3 लेयर- 1 पीस
साथ ही गोलियों के सेवन के विषय में पूरी जानकारी भी किट में दी जाएगी।
होम आइसोलेशन की शर्ते:
•घर में होम आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध हो।
•दो कमरा और दो शौचालय होना चाहिए।
•नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
•कोरोना से संबंधित किसी भी प्रकार का लक्षण आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करना होगा। ताकि इलाज की समुचित व्यवस्था की जा सके।
•सैंपल देने के दस दिनों बाद होम आइसोलेशन समाप्त हो जाएगा। बशर्ते उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं हो।
•होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्ति को निर्धारित प्रपत्र में एक घोषणा पत्र जिलाधिकारी को देना होगा।
राशन कार्ड सर्वे में हुई धांधली पर नगर निगम का किया घेराव
सारण : राशन कार्ड सर्वे में हुई धांधली और पक्ष पात के खिलाफ न्याय फाइटिंग फ़ॉर द पीपुल द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। आज बुधवार को न्याय फाइटिंग फ़ॉर द पीपुल के अध्यक्ष जिलानी मोबिन और संस्थापक महासचिव मो सुल्तान हुसैन इदरीसी के नेतृत्व में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुवे नगर निगम का घेराव किया गया। घेराव की सूचना पर नगर निगम के नगर आयुक्त के अनुपस्थिति में उप नगर आयुक्त हरिश्चन्द्र जी निगम आए और आंदोलनकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल से मिल कर बात करने की पेशकश की जिसके पश्चात एक प्रतिनिधिमंडल जिसमे जिलानी मोबिन मो सुल्तान हुसैन इदरीसी कामरान अंसारी लालबाबू खान रामएकबाल राय नोशेर आलम शामिल थे जाकर उप नगर आयुक्त से मुलाकात कर एक शिकायत पत्र सौंपा।
दिए गए आवेदन में कहा गया की छपरा नगर निगम के द्वारा जो राशन कार्ड का सर्वे किया गया जिसके आधार पर राशन कार्ड बनाया गया है उसमें वार्ड नम्बर 30 समेत हर वार्ड में सैकड़ो जायज लोगो को सर्वे करने वाले कर्मियों द्वारा छोड़ दिया गया है सरकार द्वारा जो कार्ड बनाने के लिए जो नियम निर्धारण किया गया था उसके अनुसार ठेले चालक .फुटपाथी दुकानदार .सब्जी बेचने वाले.सिलाई करने वाले .दाई का कार्य करने वाली .दूसरे के दुकान पर काम करने वाले .ड्राइवर. प्लम्बर मिस्त्री. जैसे लोगो का राशन कार्ड बनाना था परंतु सर्वे करने वाले लोगो ने जान बूझकर अइसे लोगो का फार्म लेकर भी सर्वे में नाम छोड़ दिया गया और पैसे लेकर सर्वे कार्य किया गया।
आवेदन में बताया गया है कि 13 मई 2020 को वार्ड 30 की महिला पार्षद नाज़िया सुल्ताना ने सर्वे में हो रहे धांधली की शिकायत कर सैकड़ो लोगो का नाम छोड़ देने की बात कही थी. दिए हुवे आवेदन को लगभग 3 महीना होने को है परंतु नगर निगम ने उस शिकायत पत्र पर कोई कार्यवाई नही कर दोषी कर्मचारी को बचाने का कार्य कर रही.. जिससे ये प्रतीत होता है की सरकार गरीबों को जीलाने नही मारने का कार्य कर रही जैसा कि आए दिन आर्थिक तंगी से आत्महत्या जैसे मामले सामने आ रही मगर सरकार इसके रोक थाम के लिए कुछ न कर उल्टे गरीब लोगों को राशन कार्ड जैसे महत्वपूर्ण चीज से साजिश वंचित करने का काम कर रही है जिससे गरीब जनता भूखे रहने और कर्ज लेकर जैसे तैसे जीवन यापन करने को विवश है।
प्रतिनिधिमंडल ने ये मांग की की वार्ड नम्बर 30 समेत पूरे नगर निगम में सर्वे में धांधली कर राशन कार्ड से वंचित करने वाले कर्मियों पर एफआईआर किया जाए और जायज लोगो को जल्द से जल्द राशन कार्ड मुहैया कराया जाए नही तो खाद सुरक्षा अधिनियम 2013 के विभिन्न धाराओं के अनुसार खाद सुरक्षा भत्ता दिलाने का कार्य किया जाए जिससे कोई भी व्यक्ति आत्महत्या जैसे कार्य न करे और न ही कर्जदार बने।
घेराव कार्यक्रम में मैनुद्दीन अंसारी बाबर अली सुनीता देवी अशोक राय संतोष राय जमील अख्तर कलामुद्दीन मुन्ना कुरैशी गिरजा देवी रेयाज इदरीसी हसन खान नईमुद्दीन महताब आलम मो हफीज सगीर अंसारी नन्हे खान रामाशंकर राय समेत दर्जनों अन्य लोग भी थे।
सुशील मोदी ने फोन कर श्याम बिहारी अग्रवाल से कुशल क्षेम पूछा
सारण : कोरोना जूझ रहे भाजपा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल से फोन पर बात कर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उनका हाल चाल जाना। पिछले दिनों भाजपा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल कोरोना पॉजिटिव हो गए थे, इसकी जानकारी जब बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को हुई तो उन्होंने भाजपा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल से फोन पर बात की तथा कुशल क्षेम पुछा तथा इस महामारी में मास्क तथा सोशल डिस्टेंसिंग एवम सेनिटाइज के हमेशा प्रयोग करते रहने की सलाह दीं। गिलोय बटी के सेवन करनें की भी सलाह दीं।
भाजपा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया भारतीय जनता पार्टी हीं एक ऐसी राजनीतिक पार्टी हैं जिसमें शीर्ष नेता पार्टी के कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करतें हैं। इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ता हैं।
हरी सब्ज़ी का सेवन कर कुपोषण से सुपोषण की ओर बढ़ रही रेखिया देवी
सारण : बेहतर पोषण हमेशा से चुनौती रहा है जिसके विरुद्ध समाज और सरकार दोनों प्रयासरत रहे हैं। पोषण एक दिन की बात नहीं यह रोजाना व्यव्हार है. विषम परिस्थितियों में और हासिये पर जीने वाले समुदाय ने समाज को बेहतरी के कई रस्ते दिखाए हैं और ऐसी ही कहानी है जिले के केवला पंचायत के अंतर्गत बाघरबिल गाँव की 37 वर्षीय रेखिया देवी रोजाना पोषण युक्त हरी सब्जियों का सेवन कर रही है। रेखिया देवी के पति योगेन्द्र ऋषि एक दिहाड़ी मजदूर हैं। बाकी दिहाड़ी मजदूरों की तरह वह महंगी सब्जियों को नहीं खरीद सकते हैं। लेकिन अब वे घर पर ही सब्जियां उगा रहे हैं, जिससे उन्हें हरी सब्जियों के लिए बाजार नहीं जाना पड़ता है. इन हरी सब्जियों के सेवन के कारण रेखिया देवी कुपोषण से सुपोषण की तरफ भी बढ़ रही है। पहले जहाँ इन्हें हरी सब्जियां रोजाना खाने को उपलब्ध नहीं होता था, अब अतिरिक्त उगायी गयी सब्जियों को वे पड़ोस में वितरित भी करते हैं।
सहयोगी संस्था ने किया सहयोग:
रेखिया के पति योगेन्द्र ऋषि बताते हों कि यह सब ‘सहयोगी संस्था’ के सहयोग से संभव हो सका है. सहयोगी संस्था ने उन्हें स्थनीय स्तर पर उगाई गई सब्जियों के बीज निःशुल्क प्रदान कराया था. साथ ही हरी सब्जियों के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के विषय में भी जानकारी दी थी. वह कहते हैं कि यदि सब्जियों के बीज उन्हें नहीं मिलते तो आज वे रोजाना सब्जियों का सेवन नहीं कर पाते. उन्होंने कहा कि निरंतर सब्जियों के सेवन से उनकी पत्नी रेखिया देवी के स्वास्थ्य में भी सुधार हुआ है. साथ ही उनके पड़ोसी भी इस तरह की कम लागत पर स्वास्थ्य और पोषण सुनिश्चित करने के इस प्रयास को आगे बढ़ाने की इच्छा दिखा रहे हैं।
थोड़े प्रयास से सबके थाली में हरी सब्जी संभव:
सहयोगी के कार्यकारी निदेशक रजनी ने कहा कि हम मुसहर समुदाय के पास न तो जमीन है और न ही सब्जी के लिए हमेशा नकद पैसे होते है क्योंकि ये जायदातर कृषि मजदूर हैं। ऐसे में हमलोगों ने घर के आँगन, छत जैसे छोटी जगह का चुनाव किया जहाँ सिर्फ का बीज बोने के लिए जगह और मिटटी हो. लती को छत पर चढ़ाकर या अगर आगन में जगह हो तो लकड़ी और रस्सी का सहारा देकर इसको विकास करने जगह दें. रेखीय और उस जैसी कई महिलाओं ने यह कर दिखाया है. यह कोई नई बात नहीं बल्कि हमारे दैनिक व्यव्हार का हिस्सा रहा है. बस थोड़े प्रयास की आवश्यकता है अलग अलग परिस्थितियों में इसको करना सिखने की।
बहुत की कम मेहनत से उगाई जा सकती हैं सब्जियां:
लक्ष्मी कान्त ऋषि ने बताया कि सहयोगी संस्था बेहतर सामुदायिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने की दिशा में सराहनीय प्रयास किया है. विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से वंचित समुदाय के पोषण स्तर को बेहतर करने में जुटी है। इसको लेकर सहयोगी संस्था समुदायों द्वारा किचन गार्डन और रूफ-टॉप वनस्पति को बढ़ावा दे रही है. साथ ही एनीमिक महिलाओं और कुपोषण से पीड़ित बच्चों के बेहतर पोषण सुनिश्चित करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है.इसी कड़ी में स्थानीय स्तर पर उगाई गयी हरी सब्जियों एवं फलों के बीज का वितरण सहयोगी संस्था द्वारा वंचित एवं गरीब समुदायों के बीच किया जा रहा है. इन बीजों को बहुत कम मेहनत एवं देखभाल से उगाया जा सकता है।
स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता पर कार्य कर रही ‘सहयोगी’ संस्था:
सहयोगी के संगठनकर्ता रामप्रताप पासवान ने बताया कि आईजीएसएसएस के सहयोग से ‘सहयोगी’ संस्था सुपोषण कार्यक्रम को कटिहार जिले के मनिहारी प्रखंड के 12 गाँवों एवं 7 पंचायतों में कार्यान्वित कर रही है। यह कार्यक्रम मुख रूप से समुदाय के वंचित एवं बहिष्कृत समुदाय के स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता में वांछित सुधार लाते हुए उनकी आजीविका बेहतर करने पर केन्द्रित है. स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता पर चर्चा करने तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके पोषण के लिए बुनियादी संसाधन भी उपलब्ध करा रही है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर डीएम ने स्थिति का लिया जायज़ा
सारण : जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन सारण जिला के बाढ़ प्रभावितों से लगातार सम्पर्क बनाये हुए हैं। जिलाधिकारी आज तरैया प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीण लोगों से मिलकर स्थिति की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान जिलाधिकारी के द्वारा इस प्रखंड में चलाये जा रहे कई राहत षिविर एवं सामुदायिक रसोई का भी निरीक्षण कर पदाधिकारियों को आवष्यक निदेष दिया गया जिलाधिकारी ने पीडि़त लोगों को आष्वस्त किया कि किसी को कोई पेरषानी न हो इसके लिए स्थानीय पदाधिकारियों को निदेष दिया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा लोगों को पालीथिन सिट्स तुरंत उपलब्ध कराने तथा पर्याप्त संख्या में नावों का परिचालन कराने का निदेष दिया गया।
जिलाधिकारी के द्वारा पदाधिकारियां को निदेष दिया गया कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में आवागमन में सहुलीयत हो इसकी व्यवस्था करायी जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि एनडीआरएफ की टीम को पंचायत वार लगाया जाय तथा इस टीम के साथ मेडिकल टीम भी रखा जाय। महिलाओं एवं बच्चों का रेस्क्यू सावधानी से किया जाय। गर्भवती महिला के रेस्क्यू पर विषेष ध्यान देने की जरूरत है। जिलाधिकारी ने शरणस्थलों एवं सामुदायिक रसोई का निरीक्षण करते हुए कहा कि खाने का कैम्प ऐसा बनायें ताकि शरणार्थियों को 500 मीटर से अधिक नहीं जाना पड़े।
जिलाधिकारी के द्वारा अधिक से अधिक कैम्प चलाने का निदेष पदाधिकारियों को दिया गया ताकि एक ही शरणस्थली पर ज्यादे की संख्या नहीं रहे और सभी को सहुलियत हो। इसके पूर्व जिलाधिकारी के द्वारा डीपीओ आईसीडीएस को षरणस्थली में रह रहे छः वर्ष तक के बच्चों को सुधा का दुग्ध चूर्ण वितरित कराने का निदेष दिया गया था। डीपीओ श्रीमती वंदना पाण्डेय के द्वारा बताया गया कि आज 200 ग्राम के 156 पैकेट सूधा दूग्ध चूर्ण का वितरण कराया है। उन्होंने कहा कि 18 ग्राम दूध चूर्ण से एक ग्लास दूध बनया जाता है।जिलाधिकारी के द्वारा बाढ़ को लेकर आपदा राहत कार्य संचालन एवं पर्यवेक्षण के लिए पदाधिकारियों की टीम गठित की गयी है। इसमें अपर समाहर्त्ता डा0 गगन को मषरख एवं तरैया तथा अपर समाहर्त्ता विभागीय जाँच श्री भरत भूषण प्रसाद को पानापुर, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड का वरीय नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
प्रत्येक प्रखंड के लिए अलग से नोडल पदाधिकारी बनाये गये हैं और उनको निदेष दिया गया है कि राहत बचाव कार्य, सामुदायिक किचन की व्यवस्था, नाव की व्यवस्था तथा अनुग्रह अनुदान का वितरण कराना सुनिष्चित करेंगे। जिलाधिकारी के द्वारा प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों को मेडिकल टीम बनाकर षरणस्थलों में रह रहे लोगों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराने का निदेष दिया गया। अपर समाहर्त्ता आपदा प्रबंधन के द्वारा बताया गया है कि सारण जिला के पाँच प्रखंडों पानापुर, तरैया, परसा, मकेर और मषरख के कुल 30 पंचायतों के 107 गाँव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। प्रभावित गाँवों में 73 गाँव चारों तरफ से पानी से घिरे हुए हैं।उन्होंने बताया कि जिला प्रषासन के द्वारा युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव का कार्य किया जा रहा है। कुल 99 नाव परिचालित करायी जा रही है। इसके अतिरिक्त 11 मोटर वोट लगाये गये हैं एवं एनडीआरएफ की टीम भी लोगों का सहयोग कर रही है। अपर समाहर्त्ता, आपदा प्रबंधन के द्वारा बताया गया कि 54 स्थानों पर सामुदायिक रसोई की व्यवस्था करायी गयी है जहाँ 31900 लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
बाढ़ व मूसलाधार बारिश ने बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ाई
सारण : मंगलवार को आयी प्रलयंकारी बाढ़ की विभीषिका झेल रहे पानापुर प्रखंड वासी को दोहरी मार झेलनी पड़ी। मंगलवार की सुबह से ही हो रही मूसलाधार बारिश ने उनका जीवन बद से बदतर बना दिया है। प्रखंड के विभिन्न सड़को एवं नहर के बांध पर शरण लिए बाढ़ पीडि़त तेज बारिश से बेहाल हैं।उन्हें खुद के साथ साथ मवेशियों के भोजन की चिंता सता रही है।भूख से बेहाल प्लास्टिक के बनाये आशियाने में वे तो किसी तरह अपने परिजनों को छुपाये बैठे है लेकिन मवेशी खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। बारिश के कारण मवेशियों के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो गयी है।
इस बीच आपदा विभाग द्वारा लगातार तीन दिन तक भारी बारिश की चेतावनी ने बाढ़ पीडि़तों की परेशानी को और बढ़ा दिया है।प्रकृति की इस दोहरी मार से बाढ़ पीडि़तों को नारकीय जीवन जीने पर मजबूर कर दिया है।प्रशासनिक दावे की हवा निकल गई है।स्थानीय प्रशासन बाढ़ पूर्व तैयारियों की उचित व्यवस्था का लाख दावा किया लेकिन बारिश ने उनके दावे की हवा निकाल दी है।
सीओ रणधीर प्रसाद ढाई हजार तिरपाल वितरण एवं दो दर्जन कम्युनिटी किचेन चलाने की बात कही लेकिन आज भी अधिकांश बाढ़ पीडि़त खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है।वही कुछ ऐसे कम्युनिटी किचेन बनाये गये है जहां बाढ़ पीडि़तों का पहुँचना मुश्किल है।प्रशासनिक उदासीनता के कारण बाढ़ पीडि़तों में आक्रोश बढ़ते जा रहा है।वही मशरक लखनपुर मार्ग पर राजापट्टी के पास शरण लिए सेमरी गांव के कुछ बाढ़ पीडि़तों ने मशरक सीओ पर पानापुर के बाढ़पीडि़तों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया।अगर ग्रामीणों का आरोप सही है तो सचमुच यह मानवता को शर्मसार करनेवाली बात है।
माइक्रो फाइनेंस कर्मी से लूट के मामले में लाइनर गिरफ़्तार
सारण : एकमा पुलिस अंचल के मांझी थाना इलाके में हाल ही में फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस कर्मी को चाकू से प्रहार करके अज्ञात बाइक सवार अपराधियों द्वारा हुई लूट के मामले में मांझी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस का दावा है कि इस घटना में लाइनर की भूमिका निभाने वाले को गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अपराधी मुबारकपुर गांव निवासी गुड्डू राय बताया गया है। गिरफ्तार अपराधी ने पुलिस को घटना में शामिल अपराधी की जानकारी दी है। बताया गया है कि वारदात में इस्तेमाल चाकू भी गितफ्तार अपराधी की निशानदेही पर बरामद कर ली गई है। वहीं पूछताछ में गिरफ्तार अपराधी ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।
गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया है कि फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्मी नवीन कुमार सिंह गांवों में रुपये वसूली की पूरी रेकिंग कर मैंने अपने साथियों को पूरी बात बातयी। इसके बार ग्लैमर मोटरसाइकिल से सवार तीन लोगों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया। गिरफ्तार अपराधी द्वारा पुलिस को बतायी गई जानकारी के आधार पर फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।बहरहाल, मांझी थाने की पुलिस का दावा है कि इस घटना में शामिल अन्य तीनों अपराधियों की पहचान कर ली गई है। घटना में उपयोग की गयी मोटरसाइकिल भी बरामद करने हेतु पुलिस लगातार प्रयासरत है।