बड़े पर्दे पर दिखेगी मधुबनी की बैंडिट क्वीन की कहानी
मधुबनी : चर्चित निर्देशक हैदर काजमी बड़े पर्दे पर बिहार के मधुबनी की सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता की एक सच्ची कहानी को बड़े पर्दे पर लेकर आ रहे हैं। आने वाली फिल्म ‘बैंडिट शकुंतला’ की पूरी शूटिंग भी बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में हुई है।
निर्देशक हैदर काजमी ने बताया कि ‘बैंडिट शकुंतला’ बिहार के मधुबनी कस्बे की कहानी है। इसमें एक ऐसी दुष्कर्म पीड़िता की कहानी है जिसका उसके ही रिश्तेदारों और साथी ग्रामीणों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और फिर वो अन्याय का बदला लेने के लिए हथियार उठाती है। उन्होंने बताया कि इस बायोपिक की पूरी शूटिंग बिहार के जहानाबाद समेत अन्य लोकेशन पर हुई है। इस फिल्म में चर्चित अभिनेता अभिमन्यु सिंह के अलावा, ओमकार दास मानिकपुरी (पीपली लाइव फेम) भी एक प्रमुख किरदार में हैं। इस फिल्म की लीड किरदार खुद दस्यु शकंतुला हैं।
फिल्म में हैदर काजमी भी अभिनय करते दिखेंगे। यूपीजे फिल्म्स प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित इस फिल्म के पीआरओ रंजन सिन्हा हैं। फिल्म की कहानी शिवराम यादव ने लिखी है।
फिल्म को लेकर अभिमन्यु ने कहा, “मैंने लगभग 3 सप्ताह तक जहानाबाद के पास के गांव के इलाकों में शूटिंग की। यह फिल्म बिहार की सबसे खूंखार महिला डकैत – शकुंतला देवी की वास्तविक जीवन की कहानी पर आधारित है। फिल्म के बारे में दिलचस्प बात यह है कि शकुंतला देवी खुद मुख्य किरदार में हैं, जिनके साथ काम करने का अनुभव खास रहा।”
अभिनेता और निर्देशक हैदर काजमी ने कहा कि, “मुझे यकीन है कि इस फिल्म के बाद अभिमन्यु सिंह अपने फिल्मी करियर की सबसे यादगार भूमिका के साथ दर्शकों के दिल में एक खास जगह बनाएगा। फिल्म दर्शकों को जोड़ने का काम करेगी।
प्रवासी कामगारों को क्वारंटाइन के दौरान बरती जानेवाली सावधानियों की दी गई जानकारी
मधुबनी : कोरोना संक्रमण के कारण हुए देशव्यापी लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी कामगारों सहित छात्र एवं अन्य लोग अब अपने-अपने राज्य लौटने लगने लगे हैं। इन्हें सुरक्षित अपने घर पहुँचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों ने कई स्तर पर व्यवस्थाएं की है। जिसमें इनके आवाजाही के लिए स्पेशल ट्रेन सहित अपने राज्य पहुँचने पर क्वारंटाइन की सुविधा शामिल है। लेकिन कोरोना संक्रमण के इस दौर में भारी संख्या में लोगों के घर वापसी पर संक्रमण प्रसार को रोकने की भी चुनौती सरकार के सामने है। इसे ध्यान में रखते हुए यूनिसेफ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन(एनएचएम) एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने संयुक्त रूप से मार्गदर्शिका जारी की है, जिसमें प्रवासी कामगारों के घर वापसी पर प्रबंधन प्रोटोकॉल, प्रवासी कामगारों के लिए होम क्वारंटाइन के दौरान जरुरी सावधानियां एवं कोरोना से बचाव को लेकर विशेष वर्गों के लोगों के लिए सावधानी इत्यादि के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी है।
प्रवासी कामगारों के घर वापसी पर बनाये गए प्रबंधन प्रोटोकॉल :
प्रवासी कामगारों के घर वापसी पर कुछ प्रबंधन प्रोटोकॉल बनाये गए हैं, जिसमें बाहर से घर लौटने पर सभी प्रवासियों का जिला प्रशासन द्वारा पंजीकरण एवं स्क्रीनिंग की जानी है. जिन प्रवासियों में कोविड-19 के लक्षण मिलेंगे उन्हें कुछ तय प्रोटोकॉल के अनुपालन करने होंगे. जबकि जिन प्रवासियों में कोविड-19 के लक्षण नहीं भी मिलते हैं, उन्हें भी कुछ सावधानियों का अनुपालन करना अनिवार्य होगा.
कोविड-19 के लक्षण पाए जाने पर :
• सरकार द्वारा ऐसे प्रवासियों को सरकार द्वारा प्रबंधित क्वारंटाइन फैसिलिटी में रखा जाएगा
• प्रबंधित क्वारंटाइन फैसिलिटी में कोविड-19 की जांच होगी
• जांच में संक्रमण पाए जाने पर अस्पताल में भर्ती किया जाएगा
• जांच में संक्रमण नहीं पाए जाने पर 7 दिन क्वारंटाइन में रख दोबारा जांच की जाएगी
• 7 दिन के बाद भी संक्रमण न होने पर घर भेज दिया जाएगा जहाँ खुद को 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा
कोविड-19 के लक्षण नहीं होने पर
• ऐसे में प्रवासी को घर भेज दिया जाएगा
• घर में खुद को 21 दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा
• होम क्वारंटाइन के दौरान यदि खांसी, बुखार या सांस लेने में कोई कठिनाई जैसे लक्षण दिखाई देंम तो तुरंत आशा या सरकार की हेल्पलाइन नंबर ( 1800-180-5145) पर संपर्क करने की सलाह दी गयी है
बनें ज़िम्मेदार, होम क्वारंटाइन में प्रवासी बरतें सावधानियाँ:
होम क्वारंटाइन में प्रवासी सावधानी बरतकर संक्रमण प्रसार को रोका सकते हैं. इसके लिए मार्गदर्शिका में जरुरी जानकारी दी गयी है :
• घर पहुंचते ही 21 दिन होम क्वारंटाइन में रहें. इस दौरान अलग कमरे में ही रहें
• क्वारंटाइन में रहते हुए अनिवार्य रूप से मास्क/गमछा / दुपट्टे से मुँह एवं नाक को ढँक कर रखें
• मास्क/गमछा / दुपट्टे को साबुन एवं गर्म पानी से धोकर धूप में सुखाएं
• सिर्फ एक बार के उपयोग के लिए बने मास्क का दोबारा इस्तेमाल न करें
• हाथों को साफ़ पानी एवं साबुन से बार-बार धोते रहें
• किसी से भी हाथ मिलाने से परहेज करें
• घर का सामान जैसे बर्तन, पानी का ग्लास, बिस्तर, तौलिया या अन्य उपयोग की जाने वाली चीजों को घर के दूसरे सदस्य के साथ साझा न करें
• संक्रमित व्यक्ति के लिए अलग से थाली रखें एवं इसे अलग से गर्म पानी से अच्छी तरह धोएं
• अपने मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप्प का उपयोग करें
• किसी भी अन्य व्यक्ति का प्रवेश अपने घर में नहीं होने दें
• आपको या आपके परिवार के किसी भी सदस्य में यदि कोविड-19 के लक्षण दिखाई देते हैं तो इसकी सूचना आशा को तत्काल दें
• आपके घर से केवल एक व्यक्ति ही जरुरी सामानों की खरीदारी के लिए घर से बाहर जाए
• घर से निकलते समय मास्क/गमछा/दुपट्टा का प्रयोग करें एवं वापस लौटने पर हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं
संभावित बाढ़ की तैयारी को ले पीएचइडी मंत्री ने ज़ूम ऐप के माध्यम से की बैठक
मधुबनी : पीएचइडी मंत्री विनोद नारायण झा की अध्यक्षता में मधुबनी के सभागार में संभावित बाढ़-2020 की पूर्व तैयारी से संबंधित विषय पर ज़ूम ऐप माध्यम से एक बैठक का आयोजन किया गया।
उन्होंने अपने संबोधन में नरुआर के कटाव,विस्थापित परिवारों को बसाने हेतु उपलब्ध कराये गए भूमि में मिट्टी भरवाने की बात उठायी,जिसपर मधुबनी जिलाधिकारी ने उन्हें सूचना दी कि मनरेगा से मिट्टी भराई का कार्य कराया जाएगा। माननीय सदस्यों के द्वारा के द्वारा संभावित बाढ़-2020 से पहले सभी क्षतिग्रस्त तटबंधों, पूल-पुलिया, सड़कों की मरम्मती तथा कमला नदी की गाद को निकलवाकर जलप्रवाह को तेज करने के साथ-साथ सभी तटबंधों की ऊँचीकरण एवं पक्कीकरण पर आपदा प्रबंधन मंत्री एवं जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया। उपस्तिथ सदस्यों द्वारा बाढ के पूर्व अधिक से अधिक मात्रा में मोटरबोट,नाव एवं गोताखोर की व्यवस्था प्रत्येक प्रखंड स्तर पर करने पर बल दिया गया। सदस्यों ने बाढ़ के दौरान सर्पदंश की दवा, कुत्ता काटने की दवा एवं अन्य जीवन रक्षक दवाएं की व्यवस्था हरेक स्तर पर सुदृढ़ रखने का अनुरोध किया। जल-नल कार्य को प्राथमिकता दिया जाए। क्वारेंटाइन केंद्रों का स्वंय निरीक्षण किया जाए,जिसपर मधुबनी जिलाधिकारी द्वारा अनुपालन का आश्वासन दिया गया।
जिला पदाधिकारी, मधुबनी एवं संबंधित विभाग के पदाधिकारियों द्वारा सदस्यों के तरफ से उठाए विभिन्न प्रश्नों का समाधान करते हुए उनसे अनुरोध किया गया कि वे आपदा के कार्यों में अपना महत्वपूर्ण सुझाव एवं सहयोग विभागीय पदाधिकारीयों को दें। जिला पदाधिकारी ने कोरोना संक्रमण के कारण चल रहे कार्यों तथा कार्यों की विवरणी देते हुए इसमें जनप्रतिनिधियों को आगे आने का अनुरोध किया। सभा के अंत मे आपदा प्रबंधन मंत्री द्वारा सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को दो-दो आपातकाल में उपयोगी किट प्रदान करते हुए उनके स्वास्थ की कामना की।
इस बैठक में रामप्रीत मंडल(सांसद,झंझारपुर लोकसभा), गुलजार देवी, समीर महासेठ(विधायक,मधुबनी), सीताराम यादव(विधायक, खजौली विधानसभा), फैयाज अहमद(विधायक, बिस्फी), गुलाब यादव, रामप्रीत पासवान(विधायक,राजनगर), भावना झा(विधायक,बेनीपट्टी), डॉ० नीलेश रामचंद्र देवरे(डीएम,मधुबनी), डॉ० सत्यप्रकाश(पुलिस अधीक्षक, मधुबनी), अपर समाहर्ता(मधुबनी), उप-विकास आयुक्त(मधुबनी), प्रभारी प्रबंधन आपदा विभाग(मधुबनी), जिला कृषि पदाधिकारी(मधुबनी), जिला पशुपालन पदाधिकारी(मधुबनी), मधुबनी जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि-सुधार अपर समाहर्ता, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, लोक स्वास्थ अभियंत्रण प्रमंडल(मधुबनी), कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग(मधुबनी), एवं अन्य कार्य विभाग एवं चिकित्सा विभाग के पदाधिकारि मौजूद रहे।
अंतर्राष्ट्रीय बेबीनार का हुआ भव्य समापन
मधुबनी : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा की आनुषंगिक इकाई डी.बी. कालेज, जयनगर के वाणिज्य विभाग व इंडियन एशोसिएशन फार मैनेजमेंट डेवलपमेंट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बिहार के प्रथम अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार / डिजिटल संगोष्ठी का समापन हुआ। वेबीनार के समापन सत्र का शुभारंभ मुख्य अतिथि आई. ए. विश्वविद्यालय, इरान के कुलपति प्रोफेसर हामीद सेरेनी विशिष्ट अतिथि श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पी के भारती, कलिंगा विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर की प्रति कुलपति सश्मिता सामंता व पूर्णीया विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षाविद प्रोफेसर टी एन झा, प्रधानाचार्य प्रोफेसर नंद कुमार व डा शैलेश कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से माॅ सरस्वती की अर्चना व दीप प्रज्वलन कर किया। इंडियन एशोसिएशन फार मैनेजमेंट डेवलपमेंट के प्रतिनिधि व आयोजक डा शैलेश कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि प्रोफेसर हामीद सेरेनी जी व विशिष्ट अतिथिगण का आनलाईन स्वागत किया।
कोरोना संक्रमण का निदान सोशल डिस्टेंसींग व साफ सफाई है, लेकिन इसके निदान के लिए स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय व सरकारी कार्यालय भी बन्द किए गए हैं। छात्र किसी भी राष्ट्र का भविष्य होता है, उनका समय पर पाठ्यक्रम एवं परीक्षा समाप्त हो यह विश्व के प्रत्येक राष्ट्र का प्रथम दायित्व होना चाहिए है। इस क्रम में आनलाईन स्टडी छात्रों के साथ शिक्षको के लिए भी एक नया अनुभव है।
उक्त उदगार मुख्य अतिथि व आइ.ए. विश्वविद्यालय, ईरान के कुलपति प्रोफेसर हामीद सेरेनी के है। वह डी.बी. कालेज, जयनगर द्वारा कोविद -19 का सामाजिक आर्थिक और राजनैतिक प्रभाव पर आनलाईन आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार के समापन सत्र में छात्र छात्राओं व शिक्षको को सम्बोधित कर रहे थे।
वेबीनार को सम्बोधित करते हुए उदघाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश के कुलपति प्रो. पी के भारती ने कहा कि, प्रत्येक व्यक्ति हर क्षेत्र में कतई निपुण नहीं हो सकता। ये एक व्यवहारिक समस्या है लेकिन कोरोना महामारी में उपरोक्त समस्या का समाधान नवाचार तकनीकी के प्रयोग से किया जा सकता है । उन्होने शिक्षा पद्धति में नवाचार तकनीकों को प्रमुखता से शामिल करते हुए सामान्य मैडिसिन, कानून, नैतिकता, राष्ट्र के प्रति कर्तव्य आदि का अध्ययन कराने का सुझाव दिया।
विशिष्ट अतिथि कलिंगा विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर की प्रति कुलपति प्रोफेसर सश्मिता सामंता ने कहा कि करोना वायरस ने हमारे सामाजिक, मनोवैज्ञानिक और राजनैतिक पक्षों में बहुत बड़ा परिवर्तन किया है, कोरोना संकट का समाधान, आत्म अनुसंधान, सामाजिक दूरी और सरकारी नियमों के पालन से होगा।
अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डा नंद कुमार ने कहा कि, भारत के जीडीपी को नुकसान से उभरने में करीब दो साल का समय लग जाएगा। लेकिन इस संकट से सामाजिक और आध्यात्मिक तौर पर भारत को वैश्विक नेतृत्व प्राप्त करने में आसानी होगी।
आयोजक व इंडियन एशोसिएशन फार मैनेजमेंट डेवलपमेंट के मुख्य संपादक डाॅ. शैलेश कुमार सिंह ने रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि, दो दिवसीय वेबीनार में इरान, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, बांग्लादेश सहित भारत के झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, नई दिल्ली, हरियाणा, केरल, पश्चिम बंगाल सहित विभिन्न राज्यों के सैकड़ों प्रतिभागीयों ने प्रतिभाग किया। वहीं विभिन्न सत्रों में 80 से अधिक शिक्षाविद व शोधार्थीयों ने समसामयिक विषय कोविद -19 पर शोध पत्र प्रस्तुत किया, इस दौरान बेस्ट पेपर प्रजेंटेशन के लिए श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश की शेफाली शर्मा व गुजरात की शोधार्थी गार्गी गोयल को रिसर्च एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया।
अंत में आयोजन सचिव डा मो. मिनहाजुद्दीन ने समस्त अतिथि एवं प्रतिभागीयों के प्रति आभार प्रकट किया।
इस दौरान मुख्य रूप से कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, वाणिज्य व व्यवसाय प्रशासन विभाग के निदेशक प्रोफेसर एच के सिंह, प्रोफेसर मुनेश्वर यादव, डा नंद कुमार, डा विमलेन्दु मिश्रा, डा उमेश कुमार सिंह, डा शैलेश कुमार सिंह, डा जमील हसन अंसारी, डा अभिषेक झा, डा मनोज कुमार सिंह, डा प्रियंका सिंह, डा अरविन्द तिवारी, डा संजय कुमार पासवान, डा संजय कुमार, डा बुद्धदेव प्रसाद सिंह, डा अंतेश्वर यादव, डा ओम कुमार सिंह, डा अवध बिहारी यादव, डा आनंद कुँवर, डा रंजना, डा रमन कुमार ठाकुर, डा सुनील कुमार सुमन, डा मो. मुन्ना, डा मो. मिनहाजुद्दीन, डा अखिलेश कुमार सिंह सहित समस्त शिक्षक उपस्थित रहें।
राजद विधायक ने साफ-सफाई का लिया जायजा
मधुबनी : राष्ट्रीय जनता दल के विधायक समीर कुमार महासेठ ने आज मंगलवार को नगर परिषद के वार्ड नंबर-30 में चल रहे साफ-सफाई का जायजा लिया।इस संबंध में वार्ड नंबर-30 की पार्षद प्रभावती देवी के पुत्र अमित कुमार से विस्तार से बात की और हो रहे साफ-सफाई से संतुष्ट दिखे। वार्ड नंबर-30 के पार्षद पुत्र अमित कुमार ने बताया की नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा आवेदन देने के बावजूद भी साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अभी फिलहाल मुख्य पार्षद सुनैना देवी के पहल पर साफ-सफाई की शुरुआत हुई है।
वार्ड नंबर-30 के सटे भौआड़ा पंचायत के अन्तर्गत मुहल्ला लक्ष्मीसागर वार्ड नंबर-09 का राजद विधायक समीर कुमार महासेठ ने जायजा लिया। वहाँ की जनता ने घरो मे पानी लगने एवं पक्की सड़क नहीं होने की शिकायत विधायक से की। शिकायत सुनते ही विधायक ने तुरंत ही विभागीय एसडीओ से बात की।
विधायक समीर कुमार महासेठ ने बताया की तकनीकी कारणों से भौआड़ा पंचायत का वार्ड नंबर-09 का रोड बनने का काम रुका हुआ है, उसे जल्द दूर कर दो महीना के अंदर सारी प्रक्रिया पूर्ण कर रोड निर्माण करा ली जायेगी।
मौके पर मौजूद वार्ड नंबर-09 के निवासी गुलाब खान ने बताया की मेरे सामने ही विधायक ने इस सबंध मे एसडीओ से बात की है, कुछ तकनीकी समस्या है। उन्होने आश्वासन दिया है, की जल्द ही रोड का निर्माण कर लिया जायेगा। मौके पर मुख्य पार्षद सुनैना देवी के समाजसेवी पति निर्मल राय सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस : गर्भवती महिलाओं की देख-रेख में समर्पित डिम्पल कुमारी
मधुबनी : नर्स डिम्पल कुमारी कोरोना महामारी में अपनों से दूर पूरी निष्ठा से अपना कर्तव्य निभा रही है। 8 घंटे की ड्यूटी अभी 18 घण्टे तक करती है कार्य, लोगों के समर्थन से मिल रहा रहा हौसला, सदर अस्पताल के महिला वार्ड में नर्स के रूप में डिम्पल कार्य कर रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं की परिकल्पना नर्सों के योगदान के बिना संभव नहीं है। नर्स वह कड़ी हैं जो स्वास्थ्य सेवाओं को को बेहतर उपचार से जोडती है। नर्सों के इस बहुमूल्य योगदान को याद करते हुए प्रत्येक साल की 12 मई को विश्व नर्स दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष का यह आयोजन अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि कोरोना संक्रमण काल के इस दौर में कोरोना नर्स कोरोना पीड़ितों की देखरेख में दिन-रात जुटी हैं। ऐसे सभी प्रकार की जिम्मेदारियों को पूर्णियाँ सदर अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में कार्यरत ए ग्रेड स्टाफ नर्स डिम्पल कुमारी निभा रही है. वह न सिर्फ सभी गर्भवती महिलाओं की जांच करती है बल्कि उन्हें और उनके होने वाले बच्चे को कैसे कोरोना संक्रमण से बचा कर रखा जा सके इसकी भी जानकारी देती है।
जरूरत से ज्यादा समय तक करती है अपनी ड्यूटी :
नर्स डिम्पल कुमारी ने बताया कि आम तौर पर हमारी ड्यूटी 8 घण्टे की होती है पर अभी कोविड-19 के कारण हमें 18 घण्टे तक भी ड्यूटी करनी पड़ती थी दिन-रात मिला कर, क्योंकि बाहर के सभी अस्पताल भी बंद हो गए थे। अभी भी गर्भवती महिलाओं की संख्या ज्यादा होने पर हमें ज्यादा समय तक कार्य करना पड़ता है। भले ही लॉक डाउन के कारण लोग अस्पताल नहीं आ रहे, सिर्फ गम्भीर मरीज ही अस्पताल आते हैं पर गर्भवती महिलाओं के लिए हमेशा उपलब्ध होना जरूरी होता है. ऐसे में किसी भी महिला को कोई तकलीफ न हो इसलिए हमेशा वार्ड में उपस्थित रहना, किसी के आने पर उनका पूरी तरह जांच करना, उन्हें व उनके होने वाले बच्चे को इस कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी देना जरूरी होता है, इसके लिए हम जितना हो सके उपस्थित रहने की कोशिश करते हैं। इसके लिए अभी के समय में हम किसी तरह की छुट्टियां नहीं ले रहे हैं।
जांच के दौरान सतर्कता का रखती है ध्यान :
ए ग्रेड स्टाफ नर्स डिम्पल ने कहा कि कोरोना से बचने का सबसे आसान तरीका सतर्कता व सफाई ही है. ऐसे में हम सभी लेबर विंग कर्मी हमेशा इसका ध्यान रखते हैं. कोई भी गर्भवती महिला जांच के लिए आए तो उसकी जांच से पहले जरूरी किट व सैनिटाइजर का प्रयोग करते हैं। गर्भवती महिला और उसके साथ आए संबंधी को भी सैनिटाइज करते हैं। वार्ड में लोगों के बीच सेल्फ-डिस्टेंसिन्ग का ध्यान रखा जाता है। अगर जांच लम्बे समय तक चल रही हो तो हर आधे घंटे या बीस मिनट में हैंडवाश करवाया जाता है। सभी लोगों को मास्क लगवा कर रखने कहा जाता है। शुरुआत में जो लोग मास्क नहीं पहने होते थे उन्हें कपड़े से मुंह ढकने का निर्देश दिया जाता था। हालांकि अभी सब इसे गम्भीरता से लेते हैं और सभी लोग मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। हमलोग भी पूरी तरह किट, मास्क, ग्लव्स आदि का उपयोग करते हैं जिससे दूसरे लोगों को संक्रमित होने से बचा कर रखा जा सके। जांच में उपयोग होने वाले उपकरणों को भी दूसरे मरीजों पर इस्तेमाल करने से पहले कार्बोलिक एसिड से सभी उपकरणों को भी सैनिटाइज करते हैं।
घर पर सेल्फ आइसोलेशन का रखती है खयाल :
नर्स डिम्पल ने बताया कि काम के बाद जब भी घर पर जाती है तो वहाँ भी खुद को सेल्फ आइसोलेशन के लिए हर किसी से दूरी बना कर रखती है। ज्यादा समय अस्पताल में ही बिताने के बाद घर पर कोई संक्रमित न हो इसलिए हमेशा खुद को घर पर सैनिटाइज करते रहती हूँ. यह बहुत मुश्किल होता है कि आप अपने लोगों के साथ रहकर भी उनसे दूरी बना कर रहो पर हमें ऐसा करना पड़ता है। अभी देश को हमारी जरूरत है। हम जितना हो सके इसमें मदद करना चाहते हैं, जिससे हम ज्यादा लोगों की जिंदगियां बचा सकें। पहले लोग हमारे कार्यों को गंभीरता से नहीं लेते थे पर अभी सबलोग हमारी प्रशंसा कर रहे हैं. इससे हमें और ज्यादा काम करते रहने की प्रेरणा मिलती है. सिविल सर्जन, अस्पताल अधीक्षक तथा अस्पताल प्रबंधक द्वारा हमें कार्य में बहुत सहयोग मिलता है और उनके द्वारा नियमित हमारे कार्यों की हौसला अफजाई की जाती है।
बाज़ार लगाने को लेकर दो पक्षों में हिसक झड़प हुई पत्थरबाजी
मधुबनी : झंझारपुर स्थित स्थानीय आरएस ओपी के दीप गांव में हटिया बाजार लगाने को लेकर विवाद में दो पक्षों में हिसक झड़प हो गई। दोनों पक्षों की पत्थरबाजी में एक युवक संजय ठाकुर बुरी तरह घायल हो गया है। उसकी आंख में गंभीर चोट आई है। तनाव को देखते हुए घटनास्थल पर पुलिस कैंप कर रही है।
घटना के बाबत जानकारी है कि सोमवार दोपहर से ही फिजिकल डिस्टेंसिग का पालनकराने को लेकर पुलिस मुखिया प्रतिनिधि, सरपंच और कुछ बुद्धिजीवियों के साथ सक्रिय थी। लोगों के सुझाव पर दीप हाल्ट पर लगाए जाने वाली हटिया को स्थानांतरित कर इसे एक गाछी में लगाया गया। शाम पांच बजे जब पुलिस वापस हो गई तो एक पक्ष के लोगों ने मुखिया पति व जदयू के प्रखंड अध्यक्ष शशिकांत चौधरी के साथ अभद्रता शुरू कर दी। मुखिया पक्ष के लोगों ने जब प्रतिवाद किया तो घटना हिसक हो गई। देखते-देखते पत्थरबाजी शुरू हो गई। एक-दूसरे पर खूब पत्थर फेंके गए। इसमें संजय ठाकुर नामक व्यक्ति घायल हो गया। सूचना पर पुलिस पहुंची। मामले को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। गांव में इस घटना के बाद तनाव है। हालांकि, थानाध्यक्ष केपी सिंह ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है।
ट्रेनिंग कॉलेज नरार बनेगा आइसोलेशन केंद्र
मधुबनी : कलुआही प्रखंड के नरार गांव में कोरोना संक्रमण के चार मामले सामने आने के बाद से जिला प्रशासन गंभीर है। बढ़ते आकंड़े को देखते हुए प्रखंड एवं जिला में इसकी रोकथाम की तैयारी शुरू कर दी गई है। सोमवार को जिला पदाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. सत्य प्रकाश ने संयुक्त रूप से सिविल सर्जन व जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ प्रखंड का अचानक दौरा किया। डीएम ने सिविल सर्जन सहित अन्य पदाधिकारी के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कलुआही के नवनिíमत भवन का निरीक्षण किया।
कोविड-19 का जांच केंद्र यहां बनाने पर चर्चा की गई। बताया गया कि डीएम एवं सिविल सर्जन ने कोरोना जांच केंद्र के लिए सीएचसी कलुआही को उपयुक्त माना है। पीएचसी के बाद डीएम का काफिला अचानक टीएन हाई स्कूल कलुआही के परिसर में पहुचं गया। जहां क्वारंटाइन में रखे गए लोगों से डीएम ने स्वयं भोजन सहित अन्य सुविधा के बारे में जानकारी ली। वहां की स्थिति सही पाए जाने पर बीडीओ किशोर कुमार को सराहा गया। इसके बाद डीएम और एसपी टीचर ट्रेंनिग महाविद्यालय नरार पहुंचे। ट्रेंनिग कॉलेज का निरीक्षण करने के क्रम में डीएम ने यहां आइसोलेशन सेंटर बनाने का निर्देश सिविल सर्जन एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया। कारण ट्रेंनिग कॉलेज की आधारभूत संरचना बहुत बड़ी होने एवं घनी आबादी से अलग होने के कारण इसे उपयुक्त माना जा रहा है। ट्रेंनिग महाविद्यालय में महिला एवं पुरुष छात्रावास भी बेहतर बनाया गया है। इसमें कमरों की संख्या अधिक है। सभी तरह की सुविधा उपलब्ध है।
डीएम व एसपी ने कलुआही एवं जयनगर में बने क्वारंटाइन केंद्र का किया निरीक्षण
मधुबनी : जिलाधिकारी डॉ० निलेश रामचन्द्र देवरे एवं पुलिस अधीक्षक डॉ० सत्य प्रकाश द्वारा संयुक्त रूप से कलुआही एवं जयनगर के क्वारंटाइन कैंप का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के क्रम में कहा कि क्वारंटाइन कैम्प में रहने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
डीएम ने क्वारंटाइन कैम्प में रहने वाले व्यक्तियों को मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं के बारें में संबंधित पदाधिकारी से पूछताछ की साथ ही समय पर भोजन, पेयजल के साथ ही मच्छर आदि से बचाव के लिए भी समुचित व्यवस्था अपडेट रखने को कहा है।
मधुबनी जिला पदाधिकारी ने बाहर से आए मजदूर जो क्वारंटाइन कैम्प में रह रहे हैं, उनके दैनिक चिकित्सकीय परीक्षण रिपोर्ट की भी समीक्षा की। मधुबनी जिलाधिकारी द्वारा सभी व्यक्तियों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करने को कहा गया।
पेड़ काटने को ले दो गुटो में झड़प, कई घायल
मधुबनी : विस्फी प्रखंड क्षेत्र के मच्चा गांव के दक्षिणवारी टोल में जमीनी विवाद को लेकर दो गुटों में मारपीट हुई जिसमें एक महिला सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए । सभी घायलों का इलाज के लिए पीएचसी विस्फी में भर्ती कराया गया है। पीएचसी में इलाज करा रहे विनोद कुमार झा एवं अर्चना देवी के फर्द बयान पर गांव के ही गोपाल झा सहित पांच लोगों के खिलाफ स्थानीय थाना विस्फी में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई हैं।
पीड़ित द्वारा आवेदन में लिखा गया हैं, कि आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ अचानक घर में घुस गया और पेड़ काटने लगा, जब हम मना किया तो मारपीट करने लगा मेरी पत्नी जब बचाने के लिए आया तो उसे भी बेनन्ग कर इज्जत लूटने की प्रयास किया। और घर में रखे 25 सौ रूपया लेकर चला गया एवं जान से मार देने की धमकी दी। इस बाबत बिस्फी थानाध्यक्ष उमेश कुमार पासवान ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर घटना की जांच की जा रही है।
मारपीट के मामले में तीन गिरफ्तार
मधुबनी : विस्फी प्रखंड क्षेत्र के परसौनी उत्तरी पंचायत में भूमि विवाद के मामले में पैक्स अध्यक्ष कृष्णदेव यादव, जन वितरण प्रणाली के विक्रेता विभूति कुमारी के पति आशुतोष यादव और अभिषेक यादव को पतौना थाना ने गिरफ़्तार कर लिया है।
छापेमारी के दौरान तीन को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पतौना थाना अध्यक्ष विजय पासवान ने बताया कि इन तीनों पर पंचायत गांव के ही अधिवक्ता मनोज कुमार यादव को जमीनी विवाद को लेकर सामूहिक रूप से मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जिसको लेकर सघन छापेमारी की जा रही थी। लेकिन पुलिस के हिरासत में नही आ रहें थे। यह बहुत दिनो से फरार चल रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर उसे बीती रात घर से ही गिरफ्तार कर लिया गया है। वही पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
14 मई को मधुबनी पहुंचेगी गुरुग्राम से चली श्रमिक एक्सप्रेस
मधुबनी : जिलाधिकारी डॉ० नीलेश रामचंद्र देवरे एवं मधुबनी पुलिस अधीक्षक डॉ० सत्यप्रकाश ने आज अपर समाहर्ता, डीटीओ मधुबनी, एसडीओ, डीएसपी सदर के साथ मधुबनी रेलवे स्टेशन का मुआयना किया।
मधुबनी जिला समाहरणालय में आगंतुक श्रमिकों के लिए डिग्निटी किट नजारत उप समाहर्ता बुद्ध प्रकाश एवं समाहरणालय कर्मी द्वारा लगातार बनाया जा रहा है। वहीं, जिला परिवहन पदाधिकारी, सुशील कुमार ने भी वाहन कोषांग की तैयारी की है। प्रखंड वार बस से श्रमिकों को ब्लॉक क्वारंटीन केंद्र में उन्हें भेजा जाएगा।
सुमित राउत