4 मई : मधुबनी की मुख्य खबरें

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5 नए मामलों के साथ कोरोना मरीजों की संख्या हुई 23

मधुबनी : जिले में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है आज सोमवार को 5 नए मामलों के साथ जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर अब 23 हो गई है। 5 नए मरीजों के मिलने की पुष्टि हुई है। नए मामले जिले के झंझारपुर अनुमंडल के हैं।

झंझारपुर अब मधुबनी जिले का कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है। बता दें कि झंझारपुर में इससे पहले कोरोना के 4 पॉजिटिव मरीज थे, और अब इन पांच मरीजों के पॉजिटिव मिलने से मधुबनी के झंझारपुर अनुमंडल में कोरोना के कुल 9 मामले हो गए हैं, वहीं मधुबनी जिले में कुल 23 संक्रमित हैं। सोमवार को मिले पांच संक्रमित मरीजों में तीन महिला और दो पुरुष हैं। एक महिला की उम्र 35 वर्ष है तो वहीं दूसरी अभी नाबालिग 16 वर्ष की है। पुरुषों में एक 40 वर्षीय हैं, और दो किशोर हैं। जिनकी उम्र क्रमशः 8 और 16 वर्ष हैं।

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सड़क एवं नाली निर्माण कार्य में पैसो की उगाही से ग्रामीणों में आक्रोश

मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखण्ड क्षेत्र के पंचायत वार्ड नंबर पांच में वार्ड सदस्य मंजुला देवी पति नन्दलाल साह एवं वार्ड सचिव सूर्यमोहन यादव पिता उदय यादव के द्वारा नाली एवं सड़क का निर्माण किया गया था। स्थानीय लोगों के बताने की मुताबिक वार्ड सदस्या एवं वार्ड सचिव के द्वारा पैसो की उगाही करने एवं गलत तरीको से नाली का कार्य किया हैं। बताया की सड़क पहले से बना हुवा हैं और पैसे उगाही करने के लिए गलत ढंगों से नाली बनाया गया हैं जो जिसमें पानी जाम हो जाता हैं। जिससे स्थानीय सभी लोगों के घरों में पानी जाने से घर पोखर सी बन जाती हैं।

स्थानीय लोगों को इससे काफी परेशानियां झेलना पड़ता हैं। अभी भी वर्तमान में जो सड़क बन रहा हैं, वो भी पुरे गलत ढंग से पैसा उगाही करने के तरीको से कार्य किया जा रहा था, जिस पर स्थानीय लोगों ने आक्रोश ब्याप्त करते हुए जेई को सुचना दिया। जहाँ जेई ने किये जा रहे निर्माण कार्य को स्थगित करवा दिया। जेई ने बताया कि वार्ड पांच में हो रहें कार्य में शिकायत के मामलों पर पूरी जांच करने के बाद कार्य शुरू की जायेगी एवं जाँच में दोषी पाने पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी। स्थानीय लोगों ने बताया कि अगर आगे की कार्रवाई नहीं की गई तो बीडीओ एवं वरीय अधिकारी को लिखित शिकायत की जायेगी।

डीएम व एसपी ने ब्लॉक कैंपस व हरलाखी बॉर्डर इलाके का लिया जायजा

मधुबनी : कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए मधुबनी डीएम नीलेश रामचंद्र देवरे व पुलिस अधीक्षक डॉ० सत्यप्रकाश ने प्रवासी श्रमिकों के रहने के लिए ब्लॉक संगरोध केंद्रों का बेनीपट्टी, हरलाखी प्रखंडों में निरीक्षण किया।

इसके उपरांत कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन का जायजा लेने के लिए हरलाखी बॉर्डर इलाके का निरीक्षण किया। इस क्रम में बेनीपट्टी एसडीएम मुकेश रंजन, एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह सहित कई अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।

अन्य राज्यों से लौट रहे मजदूर व छात्रों को किया जाएगा क्वारंटाइन

मधुबनी : जयनगर के टीपीसी भवन के सभागार में जयनगर एसडीएम शंकर शरण ओमी की अध्यक्षता में ग्राम जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक हुयी। इस बैठक को संबोधित करते हुये एसडीएम श्री ओमी ने कहा कि दिल्ली, मुम्बई समेत अन्य राज्यों व जगहों से आनेवाले मजदूरों व छात्रों को ग्राम में प्रवेश से पूर्व क्वारंटाइन में रहना होगा, तथा चिकित्सयी स्क्रेनिंग व मोनेटरिंग के उपरांत 14 दिन बाद घर जा सकेंगे। ताकि कोरोना संकट के फैलाव से बचाव हो सके।

उन्होंने सभी पंचायत के मुखिया को कहा कि बाहर से आनेवाले कोई भी मजदूर व छात्र गांव में प्रवेश न करने दे, तथा उन्हें विभिन्न पंचायतों में स्कूलों में बने क्वारंटाइन में भर्ती कराये।

एसडीएम ने क्वारंटाइन सेन्टर में पेयजल, साफ-सफाई इत्यादि सुविधा के लिए पीएचईडी इंजीनियर,खाने के लिए बीडीओ तथा बिजली सुविधा के लिए सहायक अभियंता विद्युत को निर्देश दिया है। क्वारंटाइन में भर्ती सभी को रहने, खाने, पेयजल, साफ-सफाई की व्यवस्था सुदृढ़ रखने का निर्देश दिया गया। ताकि किसी को असुविधा न हो।

इस बैठक में अपर एसडीएम गोविंद कुमार, जयनगर बीडीओ चंदकांता कुमारी, जयनगर प्रखंड प्रमुख सचिन सिंह, जयनगर सीओ संतोष कुमार समेत पंचायतों के मुखिया उपस्थित थे।

प्रखंड स्तर पर बने क्वारंटाइन केंद्रों में छात्र व मज़दूर को रखा जाएगा

मधुबनी : कोरोना वायरस के संक्रमण के परिपेक्ष्य में लागू वर्तमान लॉकडाउन के दौरान बिहार के बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों/ छात्रों एवं अन्य व्यक्तियों को प्रखण्ड स्तरीय क्वारंटाइन सेन्टरों पर रखे जाने का निदेश प्राप्त है। मधुबनी जिले के प्रत्येक प्रखण्ड स्तर पर 1000 व्यक्तियों का आकलन करते हुए क्वारंटाइन केंद्र बनाने का निदेश जिला पदाधिकारी मधुबनी के द्वारा सभी संबंधित अधिकारियों को दिया गया है। लोगों के उक्त केंद्रों पर पहुँचते ही बैठने हेतु बैंच डेस्क की व्यवस्था करने के साथ साथ सर्वप्रथम उन सभी लोगों का हेल्थ स्क्रीनिंग कराते हुए निबंधन किया जाना है।

ततपश्चात आए सभी लोगों को डिग्निटी किट, मास्क/ सैनिटाइजर उपलब्ध कराने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। क्वारंटाइन सेन्टर पर रहने वाले सभी प्रवासियों को दो वक्त का पका हुआ गुणवत्तापूर्ण भोजन कराने के साथ ही सभी केंद्रों पर सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी बनाए रखने का भी स्पष्ट निदेश दिया गया है।

मधुबनी जिलाधिकारी डॉ० निलेश रामचन्द्र देवरे प्रवासियों के आगमन के मद्देनजर सभी प्रखण्डों के वरीय प्रभारी पदाधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए प्रखण्ड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटरों पर सभी तैयारी को निदशानुसार सुनिश्चित करने का निदेश पारित किया है, जिसके आलोक में अनुमण्डल पदाधिकारी मधुबनी के द्वारा पंडौल प्रखण्ड के एवं जिला भू-अर्जन पदाधिकारी मधुबनी के द्वारा लदनियां प्रखण्ड के मुखिया एवं पंचायत समितियों के साथ बैठक कर कार्यनीति बनायी गयी।

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को ले प्रशासन अलर्ट

मधुबनी : कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस महामारी को कंट्रोल करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं और उम्मीद है कि आने वाले समय में बढ़ते केसों को रोका जा सकेगा।

मधुबनी जिले में कोरोना के 18 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद कोरोना की रोकथाम को लेकर प्रशासन भी पुरी तरह सतर्क है। जिन जगहों पर पॉजिटिव मरीज मिले हैं प्रशासन द्वारा उन स्थानों को सील कर उस जगह को कंटेनमेंट व बफर जोन घोषित कर दिया गया है। साथ ही उन जगहों पर कोरोना की रोकथाम के लिए विशेष नजर रखी जा रही है। पॉजिटिव मरीजों के मिलने के बाद प्रशासन द्वारा कंटेन्मेंट एरिया की हर गली व नाली सहित भवनों को सैनिटाइज करने का काम किया जा रहा है।

अनुमण्डल पदाधिकारी जयनगर शंकर शरण ओमी के द्वारा अपनी देखरेख में फुलकाहा कंटेन्मेंट एरिया में सैनिटाइजर का छिड़काव कराया गया, साथ ही उनके द्वारा बासोपट्टी प्रखण्ड स्तरीय क्वारंटाइन सेन्टर का भी जायजा लिया गया।

मारवाड़ी युवा की नयी कार्यकारिणी का हुआ गठन, व्हाट्सअप के माध्यम से हुआ चुनाव

मधुबनी : अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के जयनगर शाखा का नये सत्र के लिए लॉकडाउन में वाट्सएप के माध्यम से बैठक आयोजित हुयी, तथा कार्यकारिणी का गठन हुआ। वाट्सएप पर ही वीडियो एक दुसरे से कॉनफ्रेसिग किया गया। अध्यक्षता व चुनाव अधिकारी रौशन बैरोलिया ने किया तथा सर्वसहमति से अध्यक्ष मनीष बंका, सचिव संदीप बैरोलिया, कोषाध्यक्ष सुमित सिंघांची(गोलू) का चुने गए।

व्हाट्सएप ग्रुप पर निवर्तमान अध्यक्ष प्रकाश कैसान, प्रतीक सुरेका, मनीष बंका, संदीप बैरोलिया, सुमित सिंघानिया, दीपक सुरेका, रोहित मोर(चंदू), विजय चौधरी, रौशन कैसान, मयंक भीमसरिया, रिषभ दारुका, सोनू जोशी, विजय चौधरी, संदीप सराफ, कन्हैया सराफ व अन्य उपस्थित रहे।

स्टाफ़ स्पेशल ट्रेन चलाने की उठाई मांग

मधुबनी : ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्पलाईज यूनियन की तरफ से समस्तीपुर मंडल के रेल कर्मचारियों के लिए लॉकडाउन 3.0 के लिए स्टाफ स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की गई। इस संबंध में ई.सी.आर.ई.यू.,समस्तीपुर डिवीजन के डिवीजनल सेक्रेटरी रत्नेश वर्मा के द्वारा एक मांग-पत्र डी.आर.एम./समस्तीपुर को भेजा गया है। डिवीजनल सेक्रेटरी रत्नेश वर्मा ने बताया कि कई विभाग में मार्च में हुए लॉक डाउन के बाद से हीं कर्मचारी प्रतिदिन जान पर खेलकर रेलवे का अति आवश्यक मालगाड़ी चलाने में लगे हुए है, जबकि कई कर्मचारी मार्च से ही ड्यूटी में नहीं आ पा रहे हैं। यदि स्टाफ स्पेशल ट्रेन चलाया जाए तो लॉकडाउन में घर पर फंसे हुए कर्मचारी भी मुख्यालय आकर ड्यूटी करने लगेंगे।

वहीं जो लोग दिन-रात एक करके कार्य पर डटे हुए है, उन्हें भी घर जाकर परिवार, बच्चों से मिलने का मौका लगेगा। रेलवे के संरक्षा से संबंधित आवश्यक सामग्री, स्वास्थ्य केंद्रों में मेडिकल से संबंधित सामग्री जो स्टोर से मंगाया जाता है। उसे भी लाने का मौका मिलेगा। बड़े इंजीनियरिंग ब्लॉक जैसे कार्यो में कर्मचारी पहुंच कर कार्य कर सकेंगे एवं रनिंग कर्मचारी जैसे गार्ड, लोको-पायलट के लिए मुख्यालय से आना-जाना आसान हो जाएगा। पार्सल, डाक-कुरियर, पत्र आदि एक जगह से दूसरे जगह भेजा जा सकेगा। कई दूसरे रेलवे, जैसे पूर्व रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे में कोविड-19 लॉक डाउन के समय से ही स्टाफ स्पेशल ट्रेनो का परिचालन किया जा रहा है।

उन्होंने रेल कर्मचारियों से कोविड-19 की गंभीरता को समझते हुए इससे बचाव के तरीके अमल में लाने एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिये गए निर्देशों का पालन अक्षरशः करने का आग्रह किया एवं स्टाफ स्पेशल ट्रेन चलने पर उसमे भी सोशल फिजिकल दूरी 02 मीटर का पालन करते हुए, मास्क, ग्लोव्स पहन कर हीं यात्रा करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 लॉक डाउन से उत्पन्न हालात के मद्देनजर रेल कर्मचारियों के हित का ध्यान रखते हुए रेल प्रशासन स्टाफ स्पेशल ट्रेन की घोषणा जल्द से जल्द करे तो अति उत्तम होगा। इसकी मांग डी.आर.एम. के समक्ष रखी गयी है।

अचानक कमला नदी में बढ़े जलस्तर के कारण फसल हुए बर्बाद

मधुबनी : जयनगर में कमलानदी के क्षेत्र में खेती करने वाले किसान को लॉकडाउन के कारण काफी नुकसानों का सामना करना पड़ रहा है। किसान गया ने कहा कि लॉकडाउन के कारण पहले से परेशान इन किसानों के सामने अब बहुत ज्यादा मुसीबतों का पहाड़ टूट गया है। लॉकडाउन के कारण फसल उचित दर पर बिक नही रही थी, न ही बाहर जा पा रही थी, जिससे इस बार लगातार व्यापार में घाटा हो रहा था। पर रही सही कसर नदी के बढ़े जलस्तर ने कर दिया है। अब इनको इनके लागत लगे पूंजी ओर भी आफत हो गया है। इसलिए हम सरकार से अपील करते हैं कि इन छोटे बर्फ के गरीब किसानों की मदद की जाए।

कमला नदी में बढ़ते जलस्तर से दर्जनों गाँवो को सता रहा बाढ़ का डर

मधुबनी : जिला में भौगोलिक रूप से अंधराठाढ़ी प्रखंड कमला नदी से दोनों तटबंध से प्रभावित इलाका है। कमला नदी इस प्रखंड को दो भागों में बांट देती है। प्रखंड की 18 पंचायत में से दो मैलाम और गंगद्वार पश्चिमी तटबंध से जुड़ा है। बाकी 16 पंचायत पूर्वी तटबंध से जुड़े हैं। इसमें सात पंचायत सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित इलाका माना जाता है। हालांकि नदी में जलस्तर का दबाव बढ़ने के साथ ही विभागीय पदाधिकारियों एवं ठेकेदारों की चहल पहल तटबंध पर काफी बढ़ जाती है। जो कार्य बाढ़ पूर्व होना चाहिए, वह कार्य नदी में पानी आने के बाद की जाती रही है। इसका खमियाजा अबतक लोगों को प्रलंयकारी बाढ़ के रूप में झेलना पड़ता रहा है।

बाढ़ की आहट से ही तटबंध के किनारे बसे दर्जनों गांव के लोग बाढ़ की आशंका से भयभीत हो उठते हैं। कमला नदी जब उफान पर होती है तो तटबंध किनारे बसे इन गांवों के लोगों के मन में हमेशा भय बना रहता है कि न जाने कब तटबंध कहां से टूट जाए। दर्जनों गांव के लोग हमेशा इसको लेकर आशंकित रहते हैं।बारिश शुरू होते ही लोगों का दिल कांपने लगता है। उन्हें याद आने लगता है साल 2002, 2004 और 2019 की प्रलयंकारी उस बाढ़ की, जिसने कमला तटबंध तोड़कर इलाके को तिनके की तरह अपने साथ बहा ले गई थी। लोगों को डर है कि तटवंध पर पानी का विशेष दबाव आया तो एकबार फिर कमला कहर बनकर पर टूट पड़ेगी।

कोरोना संकट के बीच अप्रैल ख्त्म होने वाला है। जून-जुलाई से बाढ़ की विभीषिका का डर अभी से ही लोगों को सताने लगा है। जल संसाधन विभाग द्वारा अंधराठाढ़ी के रखवारी में बांध टूट स्थल पर बांध बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इसके बावजूद कई ऐसी जगह है कि अगर कमला बलान रौद्र रूप में आई तो कमजोर बांध नदी के प्रवाह को रोक नहीं पाएगी। कई जगह बांध की साइट में बड़े बड़े होल दिखे जो किसी बड़े खतरे का सबब बन सकता है। विभागीय मनाही के बावजूद नदी तक ले जाने के लिए ट्रैक्टर वालों ने बांध के साथ छेड़छाड़ की है। इतना ही नहीं पूरे बांध पर झर-झंखाड़ का अंबार है।वर्तमान में तटबंध में कई जगह कटान साफ देखा जा सकता है। भू-माफिया द्वारा नदी के तलहटी से मिट्टी कटाई अवैध रूप से की जाती रही है। इसके कारण ट्रैक्टर चलने से कई जगह तटबंध में कटाव हो गया है। यह आने वाले समय में खतरे का सबब बन सकता है। तटबंध पिछली बार जहां टूटा था, वहां युद्धस्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन, कई जगह तटबंध अब भी जर्जर अवस्था में है।

हालांकि, इस बार जल संसाधन मंत्री संजय झा खुद मामले की मॉनिटरिग कर रहे हैं। मंत्री इसके निर्माण कार्य के निरीक्षण के लिए खुद कई बार आ चुके हैं। कुछ दिन पहले ही जिलाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे के साथ एसपी डॉ. सत्य प्रकाश और एसडीओ शैलेश कुमार चौधरी ने तटबंध निरीक्षण किया था। निर्माण कार्य को लेकर डीएम ने इस दौरान कई जरूरी निर्देश दिए थे। हालांकि, विभाग के कार्यपालक अभियंता विमल कुमार पूरी मुस्तैदी से इसके पुनर्निर्माण में जुटे हैं। वे आत्मविश्वास से कहते हैं कि इस बार बांध का निर्माण पूरी वैज्ञानिक तकनीकी से की जा रही है। सभी कमजोर स्थलों को चिह्नित कर लिया गया है। बाढ़ से पूर्व पुनर्निर्माण का सारा काम कर लिया जाएगा। उन्हें भरोसा है कि इस बार वो बाढ़ के प्रकोप को थामने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने यह भी बताया कि तटबंध के दोनों किनारों पर मजबूत सड़क निर्माण की किया जाएगा। इसके लिए करीब 350 करोड़ की राशि स्वीकृत भी हो चुकी है।

डीएम व एसपी ने क्वारंटाइन सेंटरों का किया मुआयना

मधुबनी : डीएम व एसपी ने हिसार सीएमपी स्कूल, आइएसपी स्कूल सहित सभी क्वारंटाइन सेंटर का मुआयना करते हुए पदाधिकारियों को प्रवासियों को सेंटर में रखने को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने पदाधिकारियों से प्रवासियों के लिए बनाए गए क्वारेनटाइन सेंटरों में वायरस से बचाव को लेकर इस्तेमाल किए जाने वाली सभी आवश्यक वस्तु उपलब्ध कराने सहित साफ—सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। इसके बाद डीएम व एसपी ने प्रखंड क्षेत्र के जटही, हरिणे व कमलावरपट्टी से सटे नेपाल बॉर्डर का भी जायजा लिया।

बॉर्डर पर एसएसबी जवानों के अलावे स्थानीय पुलिस प्रशासन को लॉकडाउन के दौरान बॉर्डर की गतिविधियों पर सख्त नजर रखने के निर्देश दिए। डीएम ने इस वैश्विक महामारी को लेकर लागू किए गए लॉकडाउन को लेकर सरकार के गाइडलाइन के अनुसार काम करने के निर्देश देते हुए पदाधिकारियों को बॉर्डर पर विशेष नजर बनाए रखने की बात कही। मौके पर बेनीपट्टी एसडीएम मुकेश रंजन, एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह, इंस्पेक्टर राजेश कुमार, स्थानीय बीडीओ अरुणा कुमारी चौधरी, सीओ शशिभूषण प्रसाद सिंह, हरलाखी थानाध्यक्ष अशोक कुमार, खिरहर थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण, प्रखंड प्रमुख राजेश कुमार पाण्डेय, एसएसबी कंपनी इंचार्ज हंसराज वर्मा, सीआई रामबालक राम, मुखिया दयानंद झा सहित कई लोग मौजूद थे।

सुमित राउत

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