पत्रकारिता में अपना कैरियर तलाशने वाले युवाओं को यह समझ लेना चाहिए कि इस क्षेत्र में आत्मविश्वास अत्यंत आवश्यक है। विशेषकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में आपका आत्मविश्वास ही आपको सफलता प्रदान कराता है। यदि आपमें आत्मविश्वास है तो आप सफल पत्रकार हो सकते हैं। इसके अलावा आपको भाषागत सुधियों पर विशेष ध्यान देना होगा। यह बात विश्व संवाद केंद्र द्वारा चल रहे सात दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में प्रशिक्षु पत्रकारों को संबोधित करते हुए पत्रकार रजनीकांत ने बताई।
आज प्रशिक्षु पत्रकारों को इंटरव्यू का डेमॉन्स्ट्रेशन भी करके दिखाया गया पत्रकारों ने, कैसे साक्षात्कार लिया जाता है, इस विषय पर अभ्यास करके दिखाया।
विश्व संवाद केंद्र द्वारा चल रहे अभियान के बारे में संपादक संजीव कुमार ने विस्तार से प्रकाश डाला। ज्ञात हो कि विश्व संवाद केंद्र द्वारा राज्य के सभी 46,000 राजस्व ग्रामों का एक सर्वेक्षण कराया जा रहा है। उन्होंने प्रशिक्षु पत्रकारों एवं समाज का आह्वान किया कि वह अपने अपने गांव के बारे में जानकारी भेजें। जानकारी में उस गांव के प्रमुख व्यक्ति, प्रमुख पूजा स्थल एवं खान पान की जानकारी भेजनी है। आज के सत्र को वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष कुमार आर्य एवं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवींद्र कुमार ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन पत्रकार कुमुद रंजन सिंह ने किया। इस अवसर पर नवोदित पत्रकारों ने विश्व संवाद केंद्र के संपादक संजीव कुमार और वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष कुमार आर्य को माल्यार्पण कर आभार व्यक्त किया। वहीं सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी नालंदा, रविंद्र कुमार ने संपादक संजीव कुमार को अंग वस्त्र प्रदान कर स्वागत किया। इस अवसर पर नवोदित पत्रकार राजकुमार सिन्हा, विनय कुमार सिंह, मुन्ना कुमार, योगेंद्र कुमार पासवान, अमन कुमार, नीरज कुमार, दिनेश रजक, दिनेशकुमार, भूषण कुमार, सुधीर कुमार, नेहा कुमारी, प्रीतम देव व अन्य उपस्थित थे।
(कुमुद रंजन सिंह)