बोधगया: मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो कमर अहसन पर भ्रष्टाचार व अनियमितता के गंभीर आरोप लगाते हुए शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ ने राज्यपाल से उनपर कार्रवाई की मांग की है। संघ का कहना है कि प्रो अहसन कुलाधिपति और पटना हाईकोर्ट का आदेश भी नहीं मानते। अपने कार्यकाल के डेढ़ वर्ष में इन्होंने मगध विश्वविद्यालय का करोड़ो रूपया पानी की तरह बहा दिया। संघ के महासचिव डा. अमरनाथ पाठक ने राज्यपाल से जांच टीम के माध्यम से गहन जांच कराने का अनुरोध किया है। उनका कहना है कि कुलपति के खिलाफ उपर्युक्त आरोपों के सभी साक्ष्य मौजूद हैं। कुलपति ने तीन-तीन सिक्यूरिटी एजेंसियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंप रखी है। इन सुरक्षा एजेंसियों को काम कैसे सौपा गया? इनकी संख्या कितनी है? और इनका भौतिक व कानूनी सत्यापन कहां है? यह सवाल जब पूर्व कुलसचिव प्रोफेसर शैलेश कुमार व पूर्व कुलानुशासक प्रोफेसर नन्द कुमार यादव ने भुगतान की संचिका पर पूछा तब कुलपति इनलोगों पर कुपित हो गये। इस तरह सिक्योरिटी एजेंसी के नाम पर बड़े भ्रष्टाचार का मामला सामने आ रहा है। इसी तरह उत्तर पुस्तिका खरीद में भी बड़ी अनियमितता की बात कही जा रही है।
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