नयी दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद भी राकेश टिकैत खुश नहीं हैं। उन्होंने अब केंद्र सरकार के समक्ष नई मांग रखते हुए आंदोलन को तत्काल खत्म करने से मना कर दिया है। कानूनों की वापसी के बावजूद किसानों का आंदोलन तत्काल समाप्त करने से इंकार करते हुए उन्होंने यूपी में साफ कहा कि देशभर में चल रहा किसान आंदोलन अभी तत्काल वापस नहीं होगा।
किसानों के आंदोलन के प्रमुख अगुआ रहे राकेश टिकैत ने पीएम मोदी द्वारा कानून वापसी की घोषणा पर खुलकर कुछ नहीं कहा। लेकिन उनके तेवर से यह साफ जाहिर होता है कि उन्हें प्रधानमंत्री की तरफ से इस मामले में अचानक ऐसे कदम की उम्मीद नहीं थी। राकेश टिकैत ने कहा कि अभी वे इंतजार करेंगे। तबतक जबतक कि सरकार तीनों कृषि कानून को संसद में रद नहीं कर देती। पीएम मोदी के शुक्रवार को सुबह ही तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करने के साथ ही किसानों से घर लौटने की अपील भी की है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने इसके साथ ही सरकार के सामने एक और मांग रख दी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य और किसानों के हित के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करे। संसद में सरकार ने जो ऐलान किया है, उसकी कार्यवाही पूरा करे। संयुक्त किसान मौर्चा की बैठक में सारी चीज़ें तय होगी।