भारतीय सिनेमा के मुकुट मणि हैं सौमित्र चटर्जी : प्रो. जय देव
पटना : सत्यजीत रे अगर भारतीय सिनेमा के मुकुट हैं, तो सौमित्र चटर्जी को उस मुकुट का मणि कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी। सौमित्र ऐसे कलाकार हुए जिन्होंने रंगमंच व फिल्म दोनों को साधा। उक्त बातें जानेमाने फिल्म विश्लेषक प्रो. जय…
सिने सोसायटी के कार्यक्रम में बोले विशेषज्ञ, चाक्षुष कला का विस्तार है सिनेमा
—चाक्षुष कला सिनेमा विधा की आंखें हैं —स्थापत्यकला से बनते हैं फिल्मों के सेट —पेंटिंग ने भरा फिल्मों में रंग पटना : सिनेमा विधा मौलिक रूप से चाक्षुष कला का विस्तार है। भारत के राजारवि वर्मा से लेकर स्पेन के…
लॉकडाउन में बड़े पर्दे की बेबसी, कब खुलेंगे सिनेमाहॉल?
कोविड19 के प्रकोप कारण देश में जारी लाॅकडाउन का असर फिल्मों की रिलीज पर भी पड़ा है। मार्च के दूसरे सप्ताह में अंग्रेजी मीडियम व बागी-3 रिलीज तो हुई, लेकिन इसी भी लाॅकडाउन लागू होने के कारण सिनेमाघर बंद हो…
स्मार्टफोन फिल्ममेकिंग; सिनेमा में मिलेगा रोजगार, अगर करेंगे ये काम
सिनेमा के क्षेत्र में अगर गंभीरता पूर्वक व सही दिशा में परिश्रम किया जाए, तो इस क्षेत्र में रोजगार की बहुत अच्छी संभावनाएं हैं। डिजिटल तकनीक आने से फिल्म निर्माण आसान हो गया है। अब बस सही कंटेंट के साथ…
फिल्म तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़े बिहार : डाॅ. सी.पी. ठाकुर
पटना। फिल्म उद्योग में तकनीकी पक्षों का सबसे अहम योगदान होता है। तकनीकी प्रशिक्षण पाकर बिहार के युवा भी इस क्षेत्र में बड़ा काम कर सकते हैं। क्योंकि, बिहार शुरू से कई क्षेत्रों में आगे रहा है। उक्त बातें पूर्व…
धरोहरों को बचाने में क्षेत्रीय सिनेमा का योगदान अहम : कृष्ण कुमार ऋषि
पटना : अपने पूर्वजों को आज की पीढ़ी भूल रही है। फिल्मों के माध्यम से हम आने वाली पीढ़ी को अपना इतिहास बता सकते हैं। उस दिशा में ‘क्षेत्रीय सिनेमा और बिहार’ नामक स्मारिका का प्रकाशन एक सराहनीय प्रयास है।…