गोपालगंज : बिहार पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मामला गोपालगंज का है जहां एक महिला थानेदार की प्रताड़ना और अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी से परेशान होकर एक पीड़ित युवती ने आत्महत्या कर ली। युवती अपने माता—पिता के साथ कुछ मनचलों द्वारा उसे छेड़े जाने की शिकायत लेकर थानेदार के पास गई थी।
गोपालगंज महिला थाना का मामला
थाने पहुंची मांझागढ़ के जगरनाथा गांव की रहने वाली पीड़ित युवती पर महिला थानेदार ने शिकायत दर्ज नहीं कराने का दबाव बनाया और समझौता करने को कहा। जब युवती नहीं मानी तो थानेदार ने उसकी अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी दी। यही नहीं, थानेदार ने पीड़िता की मां को भी झूठे मुकदमे में फंसा देने का डर उसे दिखाया। पीड़ित युवती थानेदार की प्रताड़ना नहीं झेल सकी और घर आकर उसने फांसी का फंदा लगाकर ख़ुदकुशी कर ली।
माता—पिता ने लगाया आरोप
मृतका के माता—पिता ने थानेदार को अपनी बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए संगीन आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी गांव से गोपालगंज नगर थाना के जंगलिया मोहल्ले में कोचिंग करने जाती थी। रास्ते में उसके गांव का ही एक लड़का शहजाद अली अपने दोस्त इरफ़ान अली के साथ मिलकर उसे रोजाना छेड़ा करता था। यहां तक की वे उनकी बेटी का दुपट्टा खींच लेते थे और जबरन मोबाइल से फोटो खींचते थे। इसकी शिकायत जब छात्रा ने अपनी मां और पिता से की तो इस घटना को लेकर पीड़ित रविवार को महिला थाना आये। यहां महिला थानाध्यक्ष ने शिकायत करने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
कोचिंग जाने के दौरान छेड़खानी का शिकार थी
मृतका के पिता के मुताबिक थानेदार खुद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं करने का दबाव बनाने लगे। स्थानीय लोगों के दबाव की वजह से मांझा थाना में कल छेड़खानी की प्राथमिकी दर्ज की गई। लेकिन अरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इसी हताशा में छात्रा ने खुदकुशी कर ली। पीड़िता ने अपने सुसाइड नोट में पिता के नाम एक पत्र लिखा है जिसमें आरोपी को नहीं छोड़ने की अपील की गई है। इधर गोपालगंज के एसपी ने कहा है कि अगर परिजनों का कोई आरोप है तो वो लिखित शिकायत दें, कार्रवाई की जाएगी।