Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Featured Swatva पटना बिहार अपडेट बिहारी समाज राजपाट

MU के छात्रों का राजभवन मार्च, चौधरी ने मांगी 6 माह की मोहलत

पटना : राज्य के कई विश्वविद्यालयों में परीक्षा और शैक्षणिक सत्र काफी विलंब से चल रही है। जिसको लेकर इन विश्वविद्यालयों के लाखों की संख्या में ग्रेजुएशन कर रहे छात्र -छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के कई विश्वविद्यालयों में सेशन इस कदर लेट है कि यहां से ग्रेजुएशन कर रहे छात्र – छात्राओं को तीन की जगह पांच-छह साल इंतजार करना पड़ रहा है। जो की छात्रों के लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। इसमें भी खासकर मगध विश्वविद्यालय में सत्र नियमित अभी तक नहीं है। यहां छात्रों का सत्र दो से तीन साल तक लेट चल रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को जल्द से जल्द सत्र नियमित करने की मांग को लेकर छात्रों ने राजभवन मार्च किया।

मगध विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति नियुक्त करने की मांग

राजभवन मार्च कर रहे छात्रों का कहना है कि राज्यपाल से मिलकर मगध विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति नियुक्त करने और सत्र नियमित करने की गुजारिश करेंगे। जो लगातार लेट चल रहा है। बता दें कि ,मगध विश्वविद्यालय के छात्र ज्यादा परेशान हैं। यहां पिछले कई बार यह देखने को मिल रहा है कि तीन साल की जगह ग्रेजुएशन पांच-छह साल में पूरा करवाया जा रहा है। जबकि,अब इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत मात्र 129 कॉलेज हैं, जिसमें 85 कॉलेज एफिलिएटेड हैं। यहां पर वर्तमान में 2 लाख से अधिक छात्र पढ़ते ह। जबकि, इस विश्वविद्यालय में वर्तमान में लगभग 2 हजार शिक्षक हैं।

यूनिवर्सिटी के पदाधिकारियों के साथ की है मीटिंग

इधर, मगध यूनिवर्सिटी के छात्रों के राजभवन मार्च पर शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि 6 महीने में यूनिवर्सिटी का सेशन ठीक होगा। चौधरी ने कहा कि हमने यूनिवर्सिटी के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की है। 6 महीने के अंदर सभी सेशन को सही कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसको लेकर यूनिवर्सिटी के VC और अधिकारी ने गारंटी दी है।

गौरतलब हो कि, हाल ही में मगध यूनिवर्सिटी के छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी से मुलाकात की थी। जिसके बाद विजय चौधरी ने कहा था कि हमें मगध विश्वविद्यालय के छात्रों से कई शिकायतें मिली हैं। हमने जल्द ही विश्वविद्यालय में एक टीम भेजने और स्थिति की समीक्षा और आकलन करने का फैसला किया है। जल्द ही उनकी शिकायतें दूर कर दी जाएगी।