गया में पंचायत का तुगलकी फरमान, रेप पीड़िता का बाल मुंडवाया

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प्रतीकात्मक

गया जिले में एक कस्बा जो मोहनपुर प्रखंड में पड़ता है। यह कस्बा आजकल अपनी तुगलकी फरमान को लेकर चर्चे में है। दरअसल बीते 14 अगस्त को एक नाबालिग लड़की अपने घर से बाज़ार के लिए निकली थी। लेकिन, घर से निकलने के कुछ दूरी पर ही शाम के 7 बजे छह लोगों ने उस लड़की को अगवा कर एक सवारी गाडी में बैठा लिया। उसके बाद वह लड़की बेहोश हो गई ,जब उसे होश आया तो उसने खुद को खून से लथपथ व नग्न अवस्था में पंचायत भवन के छज्जे पर पायी। स्थानीय लोगों ने जब घटना की सूचना पीड़िता के परिवार को मिली तो परिवार वालों ने पीड़िता का इलाज स्थानीय स्तर पर करवाया गया।

गैंगरेप का मसला जब गांव के पंचायत के पास पहुंचा, तो पंचायत के लोगों ने पीड़िता को ही गलत मानकर लड़की के खिलाफ तुगलकी फरमान सुना दिया। पंचायत ने लड़की का सर मुंडवाकर पूरे गांव में घुमाया। लेकिन, इंसानियत को शर्मसार करने की घटना तब सामने आयी जब गांव के लोग लड़की और उसके परिवार पर फब्तियां कसने लगे। पीड़िता के माँ ने कहा कि पंचायत ने जिसके पक्ष में फैसला सुनाया है, वह दबंग है और पंचायत ने यह भी कहा कि मामले को लेकर पुलिस के पास नहीं जाना है।

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लेकिन घटना के 11 दिनों बाद किसी तरह हिम्मत जुटाकर पीड़िता की तरफ से जब गया के वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा से बात करने का प्रयास किया गया, तो बात नहीं हो पायी। इसके बाद पीड़िता ने हिम्मत करके बिहार पुलिस महानिदेशक को फ़ोन किया , जिसके बाद डीजीपी के आदेशानुसार पीड़िता गया एसएसपी के पास पहुंचीं और एसएसपी ने इस घटना पर कार्रवाई करने का आदेश गया के सिटी एसपी मंजीत को दिया है। उसके बाद मामला उजागर हुआ और महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। 26 अगस्त को पीड़िता का बयान कोर्ट में दर्ज कराया गया।

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