लॉकडाउन में बड़े पर्दे की बेबसी, कब खुलेंगे सिनेमाहॉल?
कोविड19 के प्रकोप कारण देश में जारी लाॅकडाउन का असर फिल्मों की रिलीज पर भी पड़ा है। मार्च के दूसरे सप्ताह में अंग्रेजी मीडियम व बागी-3 रिलीज तो हुई, लेकिन इसी भी लाॅकडाउन लागू होने के कारण सिनेमाघर बंद हो गए। जाहिर है कि इस अप्रत्याशित शटडाउन से फिल्म की कमाई प्रभावित हुई। बात सिर्फ इन्हीं दो फिल्मों की नहीं है। मार्च, अप्रैल व मई में रिलीज होने की कतार में खड़ी फिल्मों को भी बड़े पर्दे के लिए लंबी प्रतीक्षा करनी होगी। इसमें रोहित शेट्टी की ‘सूर्यवंशी’ से लेकर संजय गुप्ता की मुंबई सागा तक की रिलीज लंबित हो गई। मई के बाद के महीनों में रिलीज होने वाली फिल्मों की तारीख भी उत्तरोत्तर आगे बढ़ेगी।
इस संबंध में सिने सोसायटी पटना के पूर्व अध्यक्ष और जानेमाने फिल्म विश्लेषक प्रो. जय देव का कहना है कि लघु बजट की फिल्में तो डिजिटल माध्यम पर रिलीज होकर अपना खर्च निकाल लेंगी। लेकिन, बड़े बजट की फिल्मों को बड़े पर्दे के बिना रिलीज करना मनमाफिक मुनाफा नहीं देगा। निर्माताओं के पास तो फिर भी ओटीटी का विकल्प है। लेकिन, सिनेमाघर मालिकों के लिए तो यह दुःस्वप्न जैसा है। बकौल प्रो. देव, बड़े पर्दें की बेबसी का सबसे कड़ा प्रहार हाॅल मालिकों पर ही हुआ है। उन्हें तो यह चिंता भी सता रही है कि लाॅकडाउन के औपचारिक रूप से खत्म होने के बाद भी पहले की तरह दर्शकों की भारी भीड़ शायद ही सिनेमाहाॅल में जुटे।