व्यर्थ नहीं जाएगा भारतीय फौज का बलिदान ,चीनी सेना को मिलेगा करारा जवाब – पप्पू वर्मा

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पटना : पटना विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य पप्पू वर्मा ने कहा कि15-16 जून की देर रात 14 हजार फीट ऊंची गलवान वैली भारत और चीन के जवानों के बीच हुए हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय फौज की बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगी।भारतीय सेना अब चीनी सेना को करारा जवाब देगी।

ध्यान भटकाने का काम कर रहा है चीन

वर्मा ने कहा कि पूरे दुनिया में कोरोना वायरस फैला कर लाखों लोगों का हत्यारा चीन अपने द्वारा फैलाए गए वायरस से विश्व को ध्यान भटकाने के लिए,और बड़े पैमाने पर भारतीयों द्वारा चीनी ऐप व सामग्रियों के बहिष्कार के कारण यह कदम उठा रहा है क्योंकि भारतीय लोगों द्वारा स्वदेशी चीजों के इस्तेमाल से चीन की अर्थव्यवस्था की कमर टूट चुकी है।

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गिरती अर्थव्यवस्था के बौखलाहट में गलत कदम उठा रहा है चीन

औंधे मुंह गिरते अर्थव्यवस्था को देखकर चीन बौखलाहट में भारत के सरहदों पर हमला करवा रहा है। वैश्विक महामारी फैलाने के कारण चीन दुनिया के नजर में इतना गिर चुका है कि आज हर देश चीन के साथ व्यापारिक संबंध नहीं रखना चाहता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है डब्ल्यूएचओ में भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन का विश्व स्वास्थ्य संगठन का कार्यकारी अध्यक्ष बनना डब्ल्यूएचओ में बरसों से कब्जा जमाया चीन का अचानक सूपड़ा साफ हो जाना चीन के लोगो लिए बुरे सपने जैसा है। पूरे विश्व में भारत की बढ़ती हुई लोकप्रियता व ताकत से घबराकर चीन अपने पाप को छुपाने के लिए भारत से टकराने का प्रयास कर रहा है।

चीन के अंदरूनी स्थिति बेहद खराब

पप्पू वर्मा ने कहा चीन की अंदरूनी स्थिति काफी खराब हो चुकी है। वायरस के कारण चीन के लाखों लोगो की मृत्यु हो चुकी है। जिसको लगातार विश्व के जन समुदाय से छुपाने का प्रयास चीन द्वारा किया जाता रहा है। आज चीन के लोग भी तानाशाह चीन के राष्ट्रपति से नफरत करने लगे हैं। पूरे विश्व के व्यापार जगत के लोग मानवता के दुश्मन चीन से अपना धंधा समेटने के फिराक में है भारत में अपनी गिरती हुई साख को देखकर हड़बड़ाहट में विश्व को यह मैसेज देना चाहता है कि चीन दुनिया के ताकतवर मुल्क है। लेकिन वह भूल गया है कि 2021 का भारत दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क
है। दुश्मनों को करारा जवाब देने के लिए हर तरह से साधन संपन्न है।

चीन की बादशाहत समाप्त होने के कगार पर

वर्मा ने कहा कि चीन का बादशाहत समाप्त होने के कगार पर है चीन का सबसे अच्छा और बेहतर इलाज है बड़े पैमाने पर चीनी सामग्रियों का बहिष्कार, चीन का अधिकांश व्यापार जगत भारतीय मार्केट पर डिपेंड करता है। अब सभी भारतीयों को संकल्पित होकर चीनी सामग्री और चीन का पुरजोर विरोध करना होगा और उसे एहसास कराना होगा की 1962 का भारत नहीं है। 2021 का भारत दुनिया को नई दिशा और दशा निर्धारित करने वाला मुल्क है। आज कोई भी देश भारत के ऊपर आंख दिखाने व हथियार उठाने का साहस नहीं कर सकता है।अब चीन को भारत हर मोर्चे पर जवाब देने के लिए तैयार हैं।

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