जिले के वरीय पदाधिकारियों द्वारा कंटेनमेंट जोन का किया गया निरीक्षण
मुजफ्फरपुर : मुख्य सचिव, बिहार सरकार के निर्देश के आलोक में जिले के वरीय पदाधिकारियों द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर बनाए गए कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया गया ।
प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार एवं आई० जी गणेश कुमार द्वारा संयुक्त रुप से कई कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया गया एवं इस संबंध में आवश्यक निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिए गए। प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा रामराजी रोड माड़ीपुर, महेश बाबू चौक एवं इमलीचट्टी के बीच बने कंटेनमेंट जोन, छाता बाजार चौक एवं साहू रोड में बने कंटेनमेंट जोन , मालीघाट एवं पड़ाव पोखर स्थित lane-1 एवं लेन दो में बने कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया गया।
प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि प्रत्येक कंटेनमेंट जोन में पर्यवेक्षण के लिए दो होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करें। प्रत्येक कंटेनमेंट जोन में सैनिटाइजेशन की प्रॉपर व्यवस्था हो। साथ ही कंटेनमेंट जोन की साफ-सफाई को लेकर भी उनके द्वारा निर्देश दिया गया। मुख्य सड़कों पर जहां बैरिकेडिंग किया गया है वहां अनावश्यक आवाजाही पर सख्ती बरती जाए।
प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार द्वारा कंटेनमेंट जोन के निरीक्षण के क्रम में आई० जी गणेश कुमार ,अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी कुंदन कुमार एवं डीएसपी टाउन राम नरेश पासवान भी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत के द्वारा भी शहर में बनाए गए विभिन्न कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा पड़ाव पोखर पर बनाए गए कंटेनमेंट जोन के निरीक्षण के क्रम में बैरिकेडिंग करने का निर्देश दिया गया। वहां मेडिकल टीम द्वारा स्क्रीनिंग भी की जा रही थी। जिलाधिकारी द्वारा साहू रोड स्थित कंटेनमेंट जोन तथा गरीब नाथ मंदिर स्थित कंटेनमेंट जोन का भी निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा कंटेनमेंट जोन को लेकर पूरी सख्ती बरतने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया। साथ ही मेडिकल टीम द्वारा हाई रिस्क क्लोज कांटेक्ट के ट्रेसिंग एवं सेंपलिंग के निर्देश भी दिए गए।
बाढ़ की स्थिति और राहत कार्यों का जिलाधिकारी ने लिया जायजा
मुजफ्फरपुर : समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिलधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में बाढ़ की अद्धतन स्थिति एवं बाढ़ को लेकर चलाये जा रहे राहत कार्यों से सम्बंधित समीक्षा बैठक की गई ।बैठक में जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे ।साथ ही सभी प्रखंडों के बीडीओ/ सीईओ एवं वरीय प्रभारी पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे ।
बैठक में मुख्य रूप से बाढ़ राहत को लेकर किए जा रहे कार्यों यथा- सामुदायिक किचेन का संचालन ,उसमें भोजन करने वाले लाभुकों की संख्या, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे हैं स्वास्थ्य कैंप तथा उसमें उपचारित मरीजों की संख्या, मोबाइल मेडिकल टीम का संचालन, पशु स्वास्थ्य शिविर, पेयजल एवं स्वच्छता, बाढ़ सहायता राशि का भुगतान इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की गई ।
बताया गया कुल 45 स्वास्थ्य कैंप चल रहे हैं। जिसमें अभी तक 9459 मरीजों का इलाज किया गया है जबकि 22633 हैलोजन टेबलेट वितरित किया गया है और 1508 किलोग्राम ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है। इसके साथ ओआरएस का पैकेट भी वितरित किया जा रहा है। अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन द्वारा बताया गया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को 06 हजार रुपया प्रति परिवार की दर से सहायता राशि उपलब्ध कराई जा रही है । इसमे लाभान्वित परिवारों की संख्या 236618 है।
जिलाधिकारी के द्वारा प्रखंडों के सभी वरीय प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि सप्ताह में 2 दिन प्रत्येक बुधवार और शनिवार को वे प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं संबंधित प्रखंडों के स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ अनिवार्य रूप से बैठक करेंगे ।
मुजफ्फरपुर वासियों द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और सांसद संजय राऊत का पुतला दहन
मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर वासियों द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और सांसद संजय राऊत का पुतला भारतीय जनता टीबी एंड सिने कामगार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फूल सिंह ने फूंका।
उन्होंने कहा कि बहुत शर्म की बात है आज हमारा देश ने एक होनहार बेटा खो दिया। बिहार ने एक उम्दा कलाकार खो दिया। बिहार ने अपने एक बेटे को खो दिया और महाराष्ट्र सरकार को कुछ फर्क ही नहीं है, वह आपके लिए एक छोटा अभिनेता होगा, लेकिन वह अपने पिता का इकलौता सहारा था, अपनी बहनों का रक्षक और दुलारा भाई था,बिहार का आन बान शान था बिहार का बेटा था, आपके लिए वो भले कुछ नहीं होगा,कुछ ऐसे ऐसे लोग है जो प्रत्येक दिन सुशांत सिंह राजपूत के खिलाफ बयान देते रहते हैं, कभी शरद पवार, कभी संजय राउत, उद्धव ठाकरे, बयान देना बहुत आसान होता है जितना समय आप बयान देने में लगाते हैं ना इतना समय अगर आप जांच कराने में लग जाते ना तो आज हमारे सुशांत को न्याय मिल जाती, आखिर महाराष्ट्र सरकार किसको बचाना चाहती है?
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एड़ी चोटी का दम लगा ले महाराष्ट्र सरकार वादा है हमारा और हमने प्रण भी लिया है जब मैं सुशांत सिंह की तेरहवीं में उसके घर गया था उसके परिवार वालों के पास गया था उसी दिन मैंने प्रण ले लिया था कि चाहे मुझे दिल्ली या मुंबई मे लड़ाई लड़नी होगी मैं लडूंगा लेकिन मैं अपने बिहार के बेटे को न्याय दिला कर रहूंगा। वह हमारे बिहार का आन बान शान था है और रहेगा।
बाढ़ का दैनिक प्रतिवेदन
मुजफ्फरपुर : प्रभावित प्रखंडों की संख्या-15,प्रभावित पंचायतों की संख्या-263 ,पूर्ण रुप से प्रभावित पंचायतों की संख्या -164,आंशिक रूप से प्रभावित पंचायतों की संख्या -99,प्रभावित वार्डों की संख्या-2578, प्रभावित जनसंख्या-1894203,मृतकों की संख्या (अबतक)-06,संचालित सामुदायिक किचन की संख्या-215,संचालित मोटरबोट की संख्या-16,संचालित सरकारी नावों की संख्या-31,संचालित निजी नावों की संख्या-290, वितरित पालिथीन सीट की संख्या -66569,वितरित सूखा राशन पैकेटों की संख्या -56633, सामुदायिक किचन में भोजन करने वाले लाभुकों की संख्या-176045,अब तक सामुदायिक किचन में भोजन करने वाले कुल लाभुकों की संख्या-3357214
मानव स्वास्थ्य संबंधी विवरण (स्वास्थ्य विभाग)
कुल स्वास्थ्य कैम्पों की संख्या-45
उपचारित मरीजों की संख्या-9459
मोबाइल मेडिकल टीम-20
आज उपचारित मरीजों की संख्या-4516
वितरित हैलोजन टैबलेट्स की संख्या-22633 टैबलेट्स
छिड़के गये ब्लीचिंग पाउडर की मात्रा-1508 किलोग्राम
वितरित ओ०आर०एस०-16050
सभी स्वास्थ्य कैंपों में कोविड स्क्रीनिंग की सुविधा उपलब्ध है तथा साथ ही उक्त स्वास्थ्य कैंपों में कोविड टेस्ट हेतु एंटीजन व स्वैब टेस्ट भी रैंडमली किया जा रहा है।
पशु संबंधी विवरण
प्रभावित पशुओं की संख्या-52003
मृत पशुओं की संख्या-13
पशु स्वास्थ्य शिविर की संख्या-12
वितरित पशुचारा-598.55 क्विंटल
उपचारित पशुओं की संख्या-19827
पशुओं को दी गयी कृमिनाशक दवा-19827
पेयजल एवं स्वच्छता
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाये गये नये चापाकलों की संख्या-128
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निर्मित नये शौचालयों की संख्या-248
संचालित जल टैंकर-11
संचालित जलदूत-3
चापाकल डिसइन्फेक्शन दल -10 टीम
आवश्यकतानुसार चापाकल डिस्इंफेक्शन दल द्वारा युद्ध स्तर पर चापाकलों की मरम्मती की जा रही है तथा हैलोजेन टेबलेटस् का वितरण किया जा रहा है। साथ ही शौचालय और चापाकल के आसपास ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी किया जा रहा है)
बाढ़ GR भुगतान
बाढ़ प्रभावित परिवारों को वितरित GR (प्रति परिवार 6000 रू० बाढ़ राहत सहायता) राशि-141.97 करोड़
लाभान्वित परिवारों की संख्या-236618
जिलाधिकारी ने लिया स्वतंत्रता दिवस की तैयारी का जायजा
मुजफ्फरपुर : जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह एवं पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरपुर जयंतकांत द्वारा आज स्वतंत्रता दिवस 2020 को लेकर की जा रही तैयारियों का जायजा लिया गया ।
इस क्रम में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने स्थानीय सिकंदरपुर स्टेडियम,जहां मुख्य समारोह का आयोजन होगा, का निरीक्षण किया। विशेष तौर पर परेड का निरीक्षण किया गया। मुख्य समारोह स्थल पर साफ-सफाई को और दुरुस्त करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया।
साथ ही स्टेडियम के दीवाल का पेंट करने का भी निर्देश दिया गया। इस बार स्वतंत्रता दिवस को लेकर सरकार का निर्देश है ,कि प्रमंडलीय मुख्यालय में प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा झंडोत्तोलन किया जाएगा एवं जिलों में संबंधित जिला पदाधिकारी द्वारा झंडोत्तोलन किया जाएगा।
मुजफ्फरपुर प्रशासन द्वारा बच्चों को मानव तस्कर गैंग से करवाया गया मुक्त
मुज़फ़्फ़रपुर : शदादतपुर में बच्चों को मानव तस्कर गैंग से मुजफ्फरपुर प्रशासन द्वारा मुक्त कराया गया।घटना के संबंध में बताया जाता हैं कि बिहार के अररिया से दिल्ली ले जा रहे 10 बच्चे को मानव तस्करों के चंगुल से मुज़फ़्फ़रपुर में प्रशासन ने मुक्त कराया । दो तस्कर को भी गिरफ्तार कर वही यूपी नम्बर बस को भी पुलिस ने जप्त किया है।
मानव तस्करों के चंगुल से गुरुवार की रात मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम ने 10 बच्चे को कांटी थाना के सदातपुर में मुक्त कराया है। बच्चों को एक बस से अररिया से दिल्ली ले जा रहें थे। जहां से सभी को अलग-अलग राज्यों में भेजने की तैयारी थी। दो तस्करों को भी पकड़ा गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। फिलहाल सभी बच्चे को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है।इसके अलावा कांटी थाने में मानव तस्करी को लेकर जिला प्रशासन की ओर से एफआईआर भी करायी गई है।पुलिस ने यूपी नंबर बस को भी जब्त कर लिया गया है। साथ ही चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक उदय कुमार झा ने 10 बच्चे को मुक्त कराने की पुष्टी की है। पटना की एक संस्थान बचपन बचाओ के स्टेट को-ऑडिनेटर मनोज कुमार ने जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह को मानव तस्करी से संबंधित जानकारी दी।
इसके बाद डीएम ने बाल संरक्षण पदाधिकारी उदय कुमार झा के नेतृत्व में एक तत्काल टीम का गठन किया। साथ ही यूपी नंबर एक बस का नंबर भी दिया। डीएम द्वारा गठित टीम चांदनी चौक से रेकी करना शुरू की। इसबीच सदातदपुर यादव चौक के पास बस दिखी। टीम ने उसे रोकने का इशारा भी किया। लेकिन, चालक बस नहीं रोका।
इसके बाद कांटी थानेदार कुंदन कुमार और सब-इंस्पेक्टर अभय कुमार ने उसका पीछा किया। इसबीच बस को छपरा स्थित एक पेट्रोल पंप के समीप घेर कर रोका। बस में करीब तीन दर्जन के करीब यात्री थे। साथ की 10 की संख्या में बच्चे भी थे।पूछताछ के क्रम में वे लोग टीम को संतोष जनक जबाव नहीं दिया।
इसके बाद टीम ने सभी को बस से उतारकर जांच पड़ताल शुरू की। इस दौरान दो तस्कर मो. मसूद और मो. अंसार को दबोच लिया। दोनों अररिया के रहने वाले है। अन्य यात्रियों से भी टीम ने गहनता से पूछताछ कर रही है।पूछताछ पूरी होने के बाद सभी को छोड़ा जाएगा।
बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक उदय कुमार झा ने बताया कि डीएम साहब के निर्दश पर बच्चो के तस्करी की सूचना के आधार पर पुलिस के सहयोग से 10 बच्चो को।रेस्क्यू कराया गया है।दो तस्कर भी गिरफ्तार किए गए है।
इन बच्चों को।यहां तक भी जानकारी नही है कि जाना कहा है।नही उनके कोई परिजन ही साथ है फिलहाल इन सभी बचो को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है।
शहर के उत्पाद विभाग में कार्यरत इंस्पेक्टर अभय कुमार की संदिग्ध हालत में मौत
मुजफ्फरपुर : उत्पाद निरीक्षक अभय सिंह(50) का शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे ब्रह्मपुरा स्थित एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत की वजह का खुलासा हो सकेगा। इंस्पेक्टर पटना के बख्तियारपुर मोहम्मदपुर के रहने वाले थे। बीते साल से मुजफ्फरपुर में पोस्टेड थे।
इधर, मौत की सूचना मिलते ही उत्पाद अधीक्षक संजय राय व काजी मोहम्मदपुर थाने के थानेदार मो. सुजाउद्दीन अस्पताल व उत्पाद बैरक पहुंचकर छानबीन की। इसके बाद ब्रह्मपुरा स्थित निजी अस्पताल भी पहुंचे। जहां डॉक्टर ने इंस्पेक्टर अभय को मृत घोषित किया था।
एसडीओ पूर्वी डॉ. कुंदन कुमार व ब्रह्मपुरा पुलिस भी अस्पताल पहुंचकर मामले की जानकरी ली। उत्पाद अधीक्षक ने इसकी जानकारी अभय सिंह के परिजन को दे दी है। उनलोगों के आने के बाद शव का मजिस्ट्रेट की निगरानी में ब्रह्मपुरा थाना पोस्टमार्टम कराएगी। मौत की पुष्टि जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी कमल सिंह ने की है।
इधर, छाता चौक स्थिर उत्पाद बैरक के जवानों ने बताया कि सुबह साढ़े नौ बजे तक इंस्पेक्टर अभय बिल्कुल स्वस्थ्य थे। सुबह में रोज की तरह मॉर्निंग वाकिंग किये। फिर इसके बाद व्यायाम भी किया। सुबह साढ़े नौ बजे के बाद अचानक सीने में दर्द की शिकायत की और पसीना से पूरी तरह भींग गए। इसपर आनन फानन में सभी ने ब्रह्मपुरा स्थित निजी अस्पताल में उनको लेकर गए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर अभय के मौत से आबकारी विभाग में सभी आहत है।
सुनील कुमार अकेला की रिपोर्ट