Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Featured Trending देश-विदेश बिहार अपडेट संस्कृति

कब है धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली और गोवर्द्धन पूजा, जानिए सही तिथि और मुहूर्त

सांस्कृतिक डेस्क : प्रकाश के पर्व दिवाली का सभी को बेसब्री से इंतजार होता है। धन-ऐश्वर्य देने वाला ये पर्व पूरे पांच दिनों को होता है जिसकी शुरुआत धनतेरस के साथ होती है और समापन भाई दूज के साथ होता है। इस बार प्रदोष काल में त्रयोदशी तिथि मिलने के कारण धनत्रयोदशी का पावन पर्व 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा। पटना सिटी के ज्योतिषाचार्य पंडित जुकलकिशोर के अनुसार इस दिन बेहद शुभ समझा जाने वाले त्रिपुष्कर और ऐन्द्र योग का निर्माण हो रहा है। अत: इस योग में खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है। धनतेरस के अगले दिन 23 अक्टूबर को यम दूतिया या नरक चतुर्दशी मनाने का विधान है।

दिवाली पूजन का ये है श्रेष्ठ मुहूर्त, जानें तिथि

धनतेरस के बाद दिवाली 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस साल अमावस्या तिथि 24 और 25 अक्टूबर दोनों दिन रहेगी। लेकिन प्रदोष व्यापिनी अमावस्या 24 अक्टूबर को ही प्राप्त हो रही है। इसलिए इस साल दीपावली 24 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी। दीपावली पूजन का शुभ मुहूर्त इस बार वृश्चिक लग्न लग्न सुबह 7.51 से 10.08 बजे तक श्रेष्ठ होगा। दिन में स्थिर कुंभ लग्न 1.50 बजे से 3.30 बजे तक है। संध्या 5.15 से 8.33 बजे तक दीपावली पूजन के लिए शुभ मुहूर्त के रूप में प्रयोग किया जाएगा। इसके बाद रात्रि 10.47 बजे तक निशीथ काल में व्यापारी वर्ग के लिए लक्ष्मी पूजन शुभ रहेगी और मध्य रात्रि 3.18 बजे तक महा निशीथ काल में कर्क और सिंह लग्न होने के कारण यह समय भी लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ है।

सूर्य ग्रहण ने गोवर्द्धन पूजा की तिथि खिसकाई

इस वर्ष का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगेगा। इसलिए इस साल दीपावली पूजन ग्रहण के सूतक लगने से पूर्व ही संपन्न कर लिए जाएंगे। यह आंशिक ग्रहण होगा,जिसे देश के कई हिस्सों में देखा जा सकेगा। भारत में सूर्य ग्रहण का स्पर्श संध्या 4.29 बजे और मोक्ष संध्या 5.42 बजे होगा। यह ग्रहण स्वाति नक्षत्र पर लग रहा है। ग्रहों का ऐसा संयोग 27 साल बाद बना है। इससे पूर्व 1995 में भी दीपावली पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव था। ग्रहण का सूतक 12 घंटे पूर्व 25 अक्टूबर को सुबह 4.29 बजे से लगेगा। ऐसे में सूर्य ग्रहण का प्रभाव होने के कारण दीपावली के अगले दिन होने वाला गोवर्द्धन पूजा और अन्नकूट 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा।