पटना : राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र लिखते हुए राजीव गाबा ने कहा था कि अधिकांश कोरोना वायरस वाले लोग विदेश यात्रा से लौटे हैं, इसलिए जितने भी लोग विदेश से दौरा करके आए हैं, उनको आइसोलेट किया जाए और उनकी जांच की जाए।
राजीव गाबा के पत्र को गंभीरता से लेते हुए बिहार सरकार के मुख्य सचिव ने कहा कि विदेश से लौटे सभी लोगों की जांच की जायेगी। फिलहाल सभी को कोरेंटाइन में रखा गया है। मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा था कि इन लोगों की जांच शुरू की जायेगी। तथा विदेश से बिहार आने वाले हर शख्स की जांच की जाएगी।
इसी क्रम में आज से विदेश से आने वाले हर बिहारियों की स्क्रीनिंग की शुरू कर दी गई है। तथा 18 से 23 मार्च तक जो भी विदेश से बिहार आए हैं उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है।
आज वैसे लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है जो 22 और 23 मार्च को बिहार आए हैं। तथा कल यानी 30 मार्च को वैसे लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी जो 20 और 21 मार्च को बिहार आये हैं।
लॉक डाउन की वजह से दिहाड़ी मजदूर पैदल ही दिल्ली से बिहार के लिए निकल पड़े हैं। वे सारे अभी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर हैं। फंसे लोगों को घर पहुँचाने के लिए योगी सरकार ने 1000 बसों की व्यवस्था कर दी है तथा सभी को घर तक छोड़ा जाएगा। इन सभी के लिए तथा दूसरे राज्यों से बिहार आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग का इंजताम किया जा रहा है और बिहार के बॉर्डर पर ही उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी।