वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के शोध पाठ्यक्रम में दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानव दर्शन शामिल
आरा : बिहार के वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पीएचडी कोर्सवर्क के पाठ्यक्रम में पं.दीनदयाल उपाध्याय के एकात्ममानव दर्शन को भी शामिल किया गया हैं। इस विश्वविद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग ने हाल ही में पीएचडी कोस वर्क का सिलेबस जारी किया है।
दीनदयाल उपाध्याय प्रतिपादित एकात्म मानव दर्शन को भी शामिल
इसके सिलेबस में समकालीन भारतीय व पाष्चात्य दर्शन खंड में भारतीय दर्शन में विवेकानंद के साथ दीनदयाल उपाध्याय प्रतिपादित एकात्म मानव दर्शन को भी शामिल किया गया है। छह माह के इस पाठ्क्रम की ऑनलाइन कक्षा भी शुरू हो गयी है। पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद छात्रों की परीक्षा होगी जिसमें 55 प्रतिशत अंक की अनिवार्यता रखी गयी है।
समकालीन भारतीय व पश्चिम दर्शन खंड में विवेकानंद का धर्म के साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रतिपादित एकात्ममानव दर्शन को भी शामिल किया गया हैं। इस खंड में विलियम जेम्स का सत्य सिद्धांत व ततवमीमांसा का निराकरण शामिल किया गया है।
शोध ऐसा हो जिसका उपयोग समाज कर सके
इस पाठ्यक्रम में दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानव दर्शन को शामिल करने के विषय पर विभागाध्यक्ष डा. किस्मत सिंह ने कहा कि शोध ऐसा हो जिसका उपयोग समाज कर सके। केवल पुस्तकालयों के सेल्फ में रखी पुस्तकों के संदर्भ के आधार पर शोध की परम्परा बदलनी होगी। दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानव दर्शन में ऐसे सारे तत्व हैं जिनका सम्बंध समाज और प्रकृति के सूक्ष्म तत्वों से है।