पटना : आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप ने आज राजद से अलग अपना खुद का नया मोर्चा बनाने की घोषणा की है। लालू कुनबे के घरेलू विवाद को खुलकर व्यक्त करते हुए तेजप्रताप ने आज एक निजी चैनल से बात करते हुए राजद से अलग ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ बनाने का ऐलान कर दिया।
राजद में कोई मेरी नहीं सुनता : तेजप्रताप
हालांकि तेजप्रताप यादव ने अपने भाई का बचाव भी किया और कहा कि वह पूरी तरह से अपने माता-पिता और भाई के साथ हैं। लालू यादव हमारे हीरो हैं। पार्टी के लिए जो लोग मेहनत करेंगे उन्हें आगे बढ़ाने का काम करेंगे। आज राजद में मेरी कोई सुनने को तैयार नहीं। बचपन में तो मैं तेजस्वी को थप्पड़ भी मार देता था। लेकिन अब हालात दूसरे हैं। अब तेजस्वी कोई बच्चा है कि जो उसे मैं समझाऊं? ऐसे में मेरे पास अलग मोर्चा बनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। मेरा मोर्चा नौजवानों की आवाज बनेगा।
ससुर पर वार, कहा—सारण पुश्तैनी सीट, राबड़ी खुद लड़ें
इसके साथ ही तेजप्रताप ने सारण सीट को लेकर अपनी नाराजगी भी मीडिया के सामने बयां की। तेजप्रताप ने कहा कि सारण की सीट आरजेडी की पुश्तैनी सीट है। वहां से किसी बाहरी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। मालूम हो कि आरजेडी ने इस सीट से तेजप्रताप के ससुर चंद्रिका राय को उम्मीदवार बनाया है। तेजप्रताप यादव ने कहा कि वे चाहते हैं कि सारण सीट से उनकी मां राबड़ी देवी खुद चुनाव लड़े। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपनी मां से कई बार इस संबंध में प्रार्थना कर चुके हैं। तेजप्रताप ने शिवानंद तिवारी पर भी भड़ास निकाली और कहा कि उन्होंने ही उनके पिता को जेल भिजवाया था। वे और उनके जैसे पार्टी के सीनियर नेता मदद के समय सामने नहीं आते, सिर्फ राय देते हैं।