पटना : राजद और लालू कुनबे में बगावत का रुख अख्तियार करने वाले लालू—राबड़ी के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव को जान से मारने की धमकी मिली है। यह खबर आने के बाद राजद में विरासत की लड़ाई और तीखी हो गई है। जानकारी के अनुसार तेजप्रताप यादव को एक अज्ञात नंबर से फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। उन्होंने पटना स्थित सचिवालय थाना में मामला दर्ज करवा दिया है। डीएसपी राजेश कुमार प्रभाकर मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस कॉल रेकॉर्ड की जांच कर रही है। बताया जाता है कि जिसने ये धमकी दिया उसने खुद को गोह का छात्र राजद अध्यक्ष बताया है।
उधर तेजस्वी ने बुधवार को तेजप्रताप को जान से मारने की धमकी वाले मामले पर जहां कुछ नहीं कहा, वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने तेजप्रताप के हक की लड़ाई को वाजिब बताते हुए कहा कि परिवार में तेजप्रताप को नीचा दिखाने की कोशिश हो रही है। उन्हें नीचा दिखाने के लिए ही उनके ससुर चंद्रिका राय को टिकट दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि तेजप्रताप में लालू की छवि नजर आती है और लोग उन्हें पसंद भी करते हैं। श्री मोदी ने कहा कि मीसा भारती भी राजद में काफी लोकप्रिय नेता हैं, लेकिन उनको भी स्टार प्रचारक नहीं बनाया गया। ऐसे में इस मसले पर पार्टी के बड़े नेताओं खासकर शिवानंद तिवारी को बोलना चाहिए। श्री मोदी ने कहा है लालू परिवार में सत्ता का वारिस बनने के लिए लड़ाई है। सारे प्रकरण पर बड़े नेताओं की चुप्पी कुछ और ही इशारा कर रही है। सुशील मोदी यहीं नहीं रुके। तेजप्रताप को धमकी मिलने पर तेजस्वी के किसी भी तरह का बयान ना देने पर सुशील मोदी ने निशाना साधा और कहा कि तेजप्रताप को नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है। आठ महीने से तेजप्रताप घर पर नहीं गए। तलाक देने का आवेदन दिया है। तेजप्रताप को नीचा दिखाने के लिए ससुर को टिकट दे दिया गया। मोदी ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ दोनों भाइयों के बीच नहीं, बल्कि न्याय और अन्याय के बीच है।