पटना : जदयू का कोई माई—बाप नहीं। इसमें सभी मालिक ही हैं। जिसको जो मन कर रहा है, वही अपना एजेंडा चला रहा है। पहले पवन वर्मा और अब आज प्रशांत किशोर।पार्टी अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार की कुछ नहीं चल रही। आज प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को चिढ़ाते हुए न सिर्फ उनके सहयोगी भाजपा के डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर हमला बोला, बल्कि बतौर जदयू उपाध्यक्ष यह घोषणा भी कर दी कि बिहार में किसी भी सूरत में CAA लागू होने नहीं देंगे। यह एक तरह से नीतीश कुमार के संसद में CAA पर मोदी सरकार को दिये समर्थन के फैसले के एकदम उलट है।
नीतीश कुछ भी करें, पीके नहीं मानेंगे जदयू का फरमान
प्रशांत किशोर के इस ताजा बयान से जदयू में जबर्दस्त उबाल उठ खड़ा हुआ। पार्टी के वरिष्ठ नेता ललन सिंह ने इसे पार्टी और नीतीश कुमार पर सीधे हमले के तौर पर लिया। ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने बड़ी मेहनत पार्टी को खड़ा किया है। बिहार में क्या होगा ये सीएम नीतीश कुमार तय करेंगे, प्रशांत किशोर नहीं। डिप्टी सीएम सुशील मोदी के पक्ष में खड़ा होते हुए ललन सिंह ने कहा कि सुशील मोदी हमारे पुराने साथी हैं, प्रशांत किशोर को उनके खिलाफ बोलने से पहले पार्टी अध्यक्ष की इजाजत लेनी चाहिए थी।
विदित हो कि प्रशांत किशोर आज शनिवार को काफी दिनों के बाद नयी दिल्ली से पटना पहुंचे। यहां आते ही उन्होंने सुशील मोदी को निशाने पर लिया तथा CAA पर नीतीश कुमार और जदयू के स्टैंड की एक बार फिर धज्जियां उड़ाते हुए इसपर अपनी लाइन जारी रखने की घोषणा कर दी।