मुजफ्फऱपुर : दिमागी बुखार से लड़ाई लड़ रहे मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल के साथ कुछ भी ठीक नहीं घट रहा। अकेले 130 से अधिक बच्चों की मौत का गवाह बनने और परिसर में नरकंकाल मिलने का कलंक मिटा भी नहीं, कि नई मुसीबत आज इसके आईसीयू की छत गिरने के रूप में सामने आई। रविवार को अचानक एसके एमसीएच के आईसीयू वार्ड में छत का एक हिस्सा गिर गया। घटना के वक्त वहां मौजूद लोग बाल-बाल बच गए। जिस आईसीयू की छत गिरी है, वहां चमकी से पीड़ित बड़ी तादाद में बच्चों का इलाज चल रहा है। जैसे ही छत गिरी, वहां अफरा—तफरी मच गई। लोग इधर—उधर भागने लगे और मरीज चीखने लगे। शीघ्र ही अस्पताल प्रशासन ने मलबे को हटवाया और छत की मरम्मत कराने के लिए पहल शुरू कर दी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर भड़के लोग, नारेबाजी
चमकी बुखार पर अब आम लोगों को किसी भी तरह की राजनीति कतई मंजूर नहीं। ऐसी किसी भी पहल पर अब मुजफ्फरपुर के लोग भड़क जा रहे हैं। लोगों के इसी आक्रोश से आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदनमोहन झा और अन्य नेताओं को दो—चार होना पड़ा। पीड़ित बच्चों को देखने रविवार को एसकेएमसीएच पहुंचे कांग्रेस के नेताओं को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। श्री मदन मोहन झा और वीरेंद्र सिंह राठौर समर्थकों की भीड़ के साथ अस्पताल पहुंचे। इसी दौरान वहां मौजूद लोगों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। नारेबाजी और लोगों के भारी विरोध के बाद कुछ देर के लिए एसकेएमसीएच में पूरी तरह से अफरा-तफरी का माहौल हो गया। काफी समझाने के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए तब जाकर कांग्रेस के नेता अस्पताल के अंदर जाकर पीड़ित बच्चों के परिजनों से मिल सके। इसबीच जब वे बाहर आए तो पत्रकारों ने उनपर सवालों की झड़ी लगा दी। इसपर कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष मदन मोहन झा काफी गुस्से में आ गए और पत्रकारों को भला—बुरा कहने लगे।