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सिंदुआरी हत्याकांड: पीड़ित परिवारों को 25 लाख का मुआवजा तथा हत्याकांड की सूक्ष्मता से जांच करवाए सरकार : सच्चिदानंद राय

गया/पटना: बिहार के गया जिले में बुधवार को कोंच थाना अंतर्गत आने वाले सिंदुआरी गांव में बच्चों के बीच मामूली झगड़े के कारण भीषण गोलीबारी हुई थी। इस गोलीबारी में 4 लोगों को गोली लगी थी। जिसमें दो व्यक्ति की मौत भी हो गई है। बताया जाता है कि बच्चों के बीच हुए झगड़े को समझाने के लिए कुछ लोग राकेश यादव के घर पर गए थे, लेकिन समझने की बजाय राकेश यादव और उसका परिवार छत रोड़ेबाजी तथा फायरिग शुरू कर दी, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई तथा 2 गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

सिंदुआरी हत्याकांड के पीछे गहरी साजिश नजर आती

सिंदुआरी हत्याकांड को लेकर भाजपा नेता व एमएलसी सच्चिदानंद राय ने पत्र जारी कर कहा कि गया जिले के कोच प्रखंड के सिंदुआरी गांव में जिस तरीके से दिनदहाड़े नृशंस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है उसके पीछे एक गहरी साजिश नजर आती है। बच्चों की लड़ाई के बहाने दिनदहाड़े की गई गोलीबारी में अति साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले 4 किसान बुरी तरह घायल हो जाते हैं बाकी भागने में सफल रहते हैं। चार घायलों में से दो लोगों की मौत हो चुकी है और 2 अस्पताल में जिंदगी से संघर्ष कर रहे हैं।

क्या यह एक नरसंहार की योजना थी?

इस हत्याकांड को लेकर राय ने अपने पत्र में सवाल पूछते हुए कहा कि क्या इस हत्याकांड के बहाने उस शांत इलाके को एक बार फिर से जातीय उन्माद में झोंकने की कोशिश तो नहीं थी? क्या यह एक नरसंहार की योजना थी? जिसमें आरोपी काफी हद तक सफल रहे! जरूरत है कि इसकी गहनता से जांच हो ताकि साजिश के पीछे खड़े व्यक्ति का चेहरा उजागर हो सके।

हत्याकांड की सूक्ष्मता से जांच की आवश्यकता

उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी राकेश यादव के रिश्ते और मोबाइल कॉल डिटेल्स की भी सूक्ष्मता से जांच की आवश्यकता है। इस हत्याकांड का स्पीडी ट्रायल करवा कर अभियुक्त को सजा दिलवाना भी जरूरी है ताकि इस तरह से जातीय उन्माद फैलाने की मंशा रखने वाले लोगों का फन कुचला जा सके। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे एसएसपी गया को भी आरोपी राकेश यादव के रिश्ते के बारे में काफी जानकारी मुहैया कराया है।

पीड़ित परिवारों को 25 लाख का मुआवजा दे सरकार

भाजपा एमएलसी ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि इस गोलीबारी में मारे गए लोग आर्थिक रूप से कमजोर हैं। मारे गए उदय शर्मा और गिरजेश शर्मा के परिवार का भविष्य क्या होगा? उदय शर्मा चार बेटियों के पिता थे जिसमें दो की शादी होनी बाकी है। वहीं गिरजेश शर्मा की मौत के बाद उनकी तीन बेटियां एवं एक पुत्र अनाथ हो गए हैं। पिता का साया उठ जाने से दोनों परिवारों की जिंदगी जुल्म बन गई है। वहीं एक और घायल से श्रीनाथ शर्मा की हालत भी चिंताजनक है।

आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि वे अपना इलाज करवा सकें। अतः सरकार इन परिवारों को इस संकट की घड़ी में आर्थिक सहायता मुहैया कराते हुए प्रति परिवार को 25- 25 लाख रुपए प्रदान करने का कष्ट करे।