सुगौली, पूर्वी चंपारण : संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए डीडीसी अखिलेश सिंह ने बूढ़ी गंडक नदी पर बने तटबंध को मजबूत करने का निर्देश बाढ़ नियंत्रण के अधिकारियों को दिया है। प्रशासन की एक टीम के साथ गुरुवार की सुबह उन्होंने लालपरसा, चिलझपटी सिकरहना नदी पर बने तटबंध का निरीक्षण किया। गत वर्ष लगातार भारी बारिश के चलते सिकरहना नदी पर बने तटबंध लालपरसा के समीप ही तटबंध टूट जाने की वजह से नगर और गांव क्षेत्र में पानी प्रवेश कर गया था जिससे भारी नुकसान हुआ था।
डीडीसी ने अधिकारियों से ली जानकारी
डीडीसी श्री सिंह स्वयं खड़े होकर स्थानीय लोगों से टूटे हुए तटबंध की मरम्मत के बारे मे जानकारी ली ताकि पिछले साल जैसी भयावह बाढ़ की पुनरावृति न हो। इसे लेकर उन्होंने विशेष सतर्कता बरतने निर्देश दिया। मनरेगा पीओ प्रवीण कुमार मिश्र को उन्होंने कहा कि तटबंध को और मजबूत करावें ताकि समय रहते क्षतिग्रस्त स्थल को मजबूत किया जा सके। साथ ही बीडीओ अंतिमा कुमारी को निर्देश दिया गया कि आपात स्थिति में मौजूद रहना सुनिश्चित करें। डीडीसी ने सिकरहना पुल के किनारे नदी में जो बोरा की चादर है, उसे तटबंधों के किनारे सुरक्षित करने का भी निर्देश दिया। बांधों के निरिक्षण के बाद उन्होंने सुगौली नगर पंचायत कार्यालय में जा कर विभिन्न वार्डों में चल रही जल—नल योजना की जानकारी ली और सुगौली नगर वार्ड 10 में जाकर जल नल योजना के तहत हो रहे कार्य का निरिक्षण कर आवश्यक निर्देश भी दिए।
जनप्रतिनिधियों संग कार्यों की समीक्षा
निरिक्षण के बाद सुगौली के नन्द हाई स्कूल में प्रखंड के सभी जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ सरकार द्वारा हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सुगौली के कई पंचायतों में स्वक्षता मिशन के तहत शौचालय निर्माण में कमी आयी है। सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जल्द से जल्द बचे हुए शौचालयों का निर्माण कराया जाय। निरीक्षण और बैठक के दौरान नगर पंचायत की अध्यक्ष गोदावरी देवी, उपाध्यक्ष श्याम शर्मा, मुखिया अशफाक अहमद, प्रभाकर मिश्र व प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष अंगद चौरासिया तथा बीइओ जयश्री, प्रखंड विकास पदाधिकारी अंतिमा कुमारी, सीओ ज्ञान प्रकाश सेरफिन, सहित अन्य मौजूद थे।