सत्ता सेवा करने का माध्यम, न कि मेवा उड़ाने का जरिया : नीतीश

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पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गया के शेरघाटी और औरंगाबाद में चुनावी सभा में कहा कि पिछले 13 वर्षोंं से मैं आपलोगो की सेवा कर रहा हूं और इस दौरान हर क्षेत्र, हर वर्ग के लिए काम किया है। आज आपलोगों के बीच अपनी मज़दूरी मांगने आया हूं। नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग सत्ता को पैसा कमाने और मेवा खाने का माध्यम समझते हैं। सत्ता पाने के लिए कई तरह का प्रयास करते हैं और जब सत्ता मिल जाती है तो उसका दुरुपयोग करते हैं। जबकि मेरे लिए सत्ता का मतलब लोगों की सेवा करना है। नीतीश कुमार बिहार में पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान राज्य में जो हालात बने हुए थे उस पर कटाक्ष कर रहे थे। लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी का बिना नाम लिए हुए उन्होंने कहा कि 15 वर्षों तक बिहार में शासन करने वाले लोग आज फिर से झूठे वादे करके लोगों को गुमराह करने पर तुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि 15 वर्ष के उस शासनकाल को याद करके आज भी बिहार के लोग कांप जाते हैं। विकास के सारे काम ठप पड़ गए थे। आज वही लोग फिर से आपके सामने हैं। ये आपको निर्णय लेना है कि बिहार के लिए सुशासन अच्छा है या जंगल राज। नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग सत्ता में आए हैं काम करने के लिए और उसी के आधार पर आपसे वोट देने की अपील भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ जाति को आधार बनाकर हम चुनाव नहीं लड़ते। बल्कि कैंडिडेट की क्षमता और डिलीवर करने की कैपेसिटी को देखकर ही यहां फैसला लिया जाता है।
मधुकर योगेश

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