सारण: बेमौसम बारिश की वजह से राज्य के किसानों को काफी नुकसान हुआ है। लगातार बारिश और ओलावृष्टि के चलते कई जिलों में फसल की भारी क्षति हुई है। बिहार के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों मे पिछले कुछ दिनों से हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। बिहार सरकार ने फसलों की क्षतिपूर्ति के लिए शीघ्र इनपुट अनुदान की राशि किसानों के खातों में देने की घोषणा की है।
लेकिन, सारण जिले के किसानों को फसल क्षतिपूर्ति अनुदान देने से अलग रखे जाने को लेकर भाजपा नेता व एमएलसी सच्चिदानंद राय ने सरकार को पत्र लिखते हुए कहा था कि बेमौसम भारी बारिश एवं ओलावृष्टि के कारण सारण जिले के किसानों के रवि की फसलों गेहूं, दलहन, फल और साग सब्जियों का भारी नुकसान पहुंचा है।
जल्द भुगतान को सुनिश्चित करें जिलाधिकारी
राय के पत्र को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बे-मौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से सारण (छपरा) में किसानों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति की राशि आवंटित करने का स्वीकृति प्रदान की। सरकार की तरफ से सारण के जिलाधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वह इस दिशा में जल्द से जल्द भुगतान को सुनिश्चित करें। राय ने कहा कि किसानों की हित में मेरी इस पहल को स्वीकृति देने के लिए मुख्यमंत्री जी धन्यवाद के पात्र हैं।
भुखमरी की नौबत है
पत्र में भाजपा एमएलसी ने लिखा था कि एक तरफ जिले के किसान कोरोना वैश्विक महामारी के प्रकोप से जूझ रहे हैं वहीं दूसरी और भारी बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि ने खेतों-खलिहान में फसलों को क्षति पहुंचा सारण के किसानों का कमर तोड़ रखा है। सारण जिले के किसानों एवं उनके परिवारों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है।
किस कारणवश सारण के किसानों को नहीं मिल रहा अनुदान
भाजपा एमएलसी ने पत्र में कहा कि घोर आश्चर्य की बात है कि एक तरफ बिहार सरकार जहां फसलों की क्षतिपूर्ति के लिए शीघ्र इनपुट अनुदान की राशि किसानों के खातों में देने की घोषणा की है। वहीं, दूसरी ओर सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा किन कारणों से सारण जिले के किसानों को फसल क्षतिपूर्ति अनुदान देने से अलग रखा गया है।
शीघ्र अनुदान प्रदान करें, किसानों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश है
उन्होंने पत्र में लिखा आज भी सारण जिले के 25 से 30 प्रतिशत किसानों के गेहूं की फसलों का कटनी एवं दवनी नहीं हुआ है। गेहूं के फसल खेतों एवं खलिहानों में बारिश की वजह से सड़ रहे हैं। आप अपने स्तर से सारण जिले के किसानों की फसलों की हुई भारी क्षति का आकलन कर शीघ्र अनुदान की राशि दिलाने का प्रयास करें। सारण जिले के किसानों के प्रति भेदभाव पूर्ण रवैये से सरकार के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है।