पटना : बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के सभागार में साहित्यकार विजय अमरेश की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर ‘स्मृत्यंजलि’ नामक पुस्तक का लोकार्पण भी हुआ जिसमें विभिन्न साहित्यकारों द्वारा विजय अमरेश की स्मृति में लिखे गए आलेखों का संग्रह है। इस अवसर पर पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गुलाबचंद राम जायसवाल, पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ एसएनपी सिन्हा, पटना दूरदर्शन की निदेशक डा रत्ना पुरकायस्थ, साहित्य मंत्री डॉ भूपेंद्र कलसी, उपाध्यक्ष डॉ शंकर प्रसाद, श्री मृत्युंजय मिश्र ‘करुणेश’ आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. अनिल सुलभ ने की। इस अवसर पर एक कवि-गोष्ठी का भी आयोजन हुआ। कविता-पाठ करने वालों में डॉ शंकर प्रसाद, श्री भगवती प्रसाद द्विवेदी, डॉ प्रणव पराग, समीर परिमल, कालिंदी त्रिवेदी, श्री आनंद किशोर शास्त्री, यशोदा शर्मा आदि प्रमुख थे। संचालन डॉ जोगेंद्र प्रसाद मिश्र ने किया। सम्मेलन के प्रधानमंत्री डॉ शिववंश पांडे ने भी इस अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त किए।
(डॉ प्रणव पराग)