पटना : भाजपा के फायरब्रांड नेता और बेगूसराय से प्रत्याशी गिरिराज सिंह द्वारा हरे रंग पर प्रतिबंध लगाने की मांग ने बिहार की सियासी हवा में तूफान खड़ा कर दिया है। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने उनके बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हरे रंग के बारे में गिरिराज सिंह की भावनाओं को देखने से ऐसा लग रहा है कि अपनी संभावित हार को देखते हुए उनका मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है। वैसे भी यह सीधे तौर पर राष्ट्रद्रोह का मामला बनता है। चूंकि हरा रंग हमारे राष्ट्रीय ध्वज का एक महत्वपूर्ण अंग है, अत: उनका बयान देश के खिलाफ जाता है। संविधान के अनुसार मानसिक रूप से विक्षिप्त अथवा राष्ट्रद्रोही व्यक्ति संसद और विधानमंडल का चुनाव नहीं लड़ सकता। ऐसी स्थिति में चुनाव आयोग की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह स्वयं संज्ञान लेकर गिरिराज सिंह के नामांकन को रद्द करे और उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज करे। राजद नेता ने कहा कि काफी सोच समझकर ही संविधान निर्माताओं ने हरे रंग को राष्ट्रध्वज में शामिल किया था। हरा रंग किसानों का प्रतिनिधित्व करता है। हरे रंग को खेत खलिहानों और देश की प्राकृतिक सुन्दरता के प्रतीक के रूप में तिरंगे में शामिल किया गया है। हरे रंग के बारे नकारात्मक सोच रखने वाले केन्द्रीय मंत्री की बातों से देश के किसानों को गहरा आघात लगा है।
सत्यम दुबे
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