पटना : राजद ने जो अपनी नई कार्यकारिणी बनाई है, इसमें नवनियुक्त 64 पदाधिकारियों में से एक नाम ऐसा है जो राजद में है ही नहीं। राजद ने राज्य सभा की पूर्व एमपी और फिलहाल जदयू की नेत्री कुमकुम राय को अपनी पार्टी का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया है। कुमकुम राय ने अगस्त 2019 में ही राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और वे बजाप्ता जदयू महासचिव आरसीपी सिंह के समक्ष नीतीश कुमार की पार्टी में शामिल हो गईं थी।
राजद ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की जो नई सूची जारी की है उसमें जदयू नेत्री कुमकुम राय को राष्ट्रीय सचिव जैसा महत्वपूर्ण पद दिया है। इसे लेकर जदयू ने राजद से जवाब मांगा है। जदयू के मंत्री नीरज कुमार ने शुक्रवार को कहा कि यहां भी लालू और तेजस्वी की पार्टी ने फर्जीवाड़ा किया।
नीरज कुमार ने कहा कि राजद फर्जीवाड़ा करने में उस्ताद है। अभी फर्जीवाड़े की बस से तेजस्वी युवाओं को बेरोजगारी का झांसा दे ही रहे थे कि यह नया कारनामा…। वैसे तो राजद अपने जंगलराज को लेकर जाना ही जाता है, अब वह राजनैतिक संगठन में जंगलराज कायम करने पर उतर आया है। कुमकुम राय जदयू की सदस्य हैं और उनका राजद से अब कोई नाता नहीं है। आज भी उनकी निष्ठा सीएम नीतीश कुमार में है। तेजस्वी इस जालसाजी का जवाब दें।
इधर जदयू नेत्री कुमकुम राय ने भी राजद के दावे को खारिज करते हुए साफ कहा कि वह लालू प्रसाद के साथ नहीं, बल्कि नीतीश कुमार के साथ हैं। पता नहीं कैसे उन्हें राजद में पदाधिकारी बना दिया गया।