पटना : राजद ने आज बेगूसराय में एक प्रेस कांफ्रेंस कर मशहूर गीतकार जावेद अख्तर को निशाने पर ले लिया। राज्यसभा सांसद और राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि बेगूसराय कोई फिल्मी दुनिया नहीं है। लालू प्रसाद यादव, राजद और तनवीर हसन को जानने के लिए जावेद अख्तर को सात जन्म लेना होगा। श्री झा ने कहा कि जावेद दरबारी शायर हैं, जबकि बिहार लालू प्रसाद जैसे जमीनी नेताओं की भूमि है। भाजपा वालों को खुश करने के लिए जावेद अख्तर बेगूसराय आकर तनवीर हसन के बारे में ज्ञान बांट रहे हैं क्योंकि दरबारी शायरी यहीं तक होती है। उनका कन्हैया कुमार के लिए वोट मांगने से कोई मतलब नहीं है। जावेद अख्तर मुंबई में बैठकर नहीं समझ पाएंगे कि जमीन पर फिरकापरस्त ताकतों की लाठियां कौन खा रहा है। लाठी जावेद अख्तर नहीं, तनवीर हसन खा रहे हैं।
राजद प्रवक्ता ने जावेद अख्तर को बरसाती किस्म के लोग बताते हुए कहा कि बरसात खत्म होते ही ये सभी लोग टर्र-टर्र करना बंद कर देंगे। लेकिन हम मौसमी क्रांतिकारी नहीं हैं। उन्होंने बेगूसराय के लोगों से अपील करते हुए कहा कि सदन और सड़क की लड़ाई देखकर सावधान हो जाइए क्योंकि कोई सामने से डकैती कर रहा है, तो कोई आपकी भावनाओं पर डाका डालने की कोशिश कर रहा है।
बात-बात पर लोगों को पाकिस्तान भेजने वाले गिरिराज सिंह आज बेगूसराय में तनवीर हसन से डरे हुए हैं। बेगूसराय के दलित, अकिलियत, पिछड़े, अति पिछड़े और अगड़े वर्ग के प्रगतिशिल समाज की गोलबंदी से वे घबराए हुए हैं। जहर उगलना उनकी मजबूरी है। ऐसे में जावेद अख्तर कन्हैया नहीं, गिरिराज सिंह की मदद करने के लिए यहां के अल्पसंख्यकों को भ्रम में डालने आये थे।