नारायण चिकित्सा महाविद्यालय ने महेन्द्र को दिया नया जीवन
सासाराम : रोहतास जिले में सासाराम के निकट जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डाक्टरों ने पेट का अल्सर फट जाने एवं लगातार हो रहे रक्तस्राव तथा खून की उल्टी से पीड़ित एक मरीज को नया जीवन दिया है। खास बात यह कि बिहार में पहली बार ऐसे किसी गंभीर रूप से बीमार मरीज के ईलाज में हीमोस्टैटिक क्लिप का सफलता पूर्वक इस्तेमाल किया गया। अस्पताल के गैस्ट्रोइन्ट्रोलॉजी विभाग के डाक्टर आज उस मरीज के लिए किसी भगवान से कम नहीं हैं।
नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में गैस्ट्रोइन्ट्रोलॉजी विभाग के डाक्टर आसिफ इकबाल ने बताया कि पिछले दिनों रोहतास निवासी महेन्द्र को उसके परिजन गंभीर अवस्था में लेकर यहां आए। वह लगातार खून की उल्टियां और पेट दर्द से तड़प रहा था। उसकी जब इंडोस्कोपी जांच करायी गयी तो पता चला कि उसके पेट के उपरी भाग में दो अल्सर हैं जिनमें से एक फट गया। खून का रिसाव तीव्र गति से हो रहा था और रक्तचाप भी गिर रहा था। तत्काल अस्पताल के डाक्टर उसके ईलाज में जुट गए तथा हीमोस्टैटिक क्लिप की मदद से रक्त प्रवाह को रोका गया। यदि उसका रक्त प्रवाह नहीं रुकता तो उसकी मौत भी हो जाती। साफ है कि हीमोस्टैटिक उपकरण का प्रभावशाली उपयोग कर यहां के डाक्टरों ने महेंद्र को नवजीवन प्रदान किया। डाक्टरों की टीम में डा. इकबाल के अलावा डा. राजन गोयल एवं उनके सहयोगी नियामत अली व धनंजय कुमार की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही।