पटना/भोजपुर : भोजपुर में संदेश के विधायक अरूण यादव के पटना आवास व कई ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद भी पुलिस उन्हें नहीं पकड़ सकी। विधायक पर आरोप है कि उसने 12 वर्षीया बच्ची के साथ लगातार कई दिनों तक अपने सरकारी बंगले पर बलात्कार किया।
नाबालिग बच्ची से लगातार बलात्कार का आरोप
मामला सामने आते ही संदेश विधायक ने तो खुद को निर्दोष बताया पर 164 और 151 के बयान के दौरान पीड़िता कोर्ट में विधायक की तस्वीर देखते ही संकेत देते हुए फफक पड़ी थी। उसे अनीता नामक की एक महिला ने एक इंजीनियर और विधायक अरुण के पास भेजा था। विधायक ने इस घटना के पीछे साजिश बताते हुए खुद को निर्दोष बताया था और कहा था कि पटना स्थित सरकारी आवास में वे रहते ही नहीं। उनके लोग रहते हैं। पर, जब पीड़िता को उनकी तस्वीर दिखायी गयी तो उसने सच बयां कर दिया।
इधर, वारंट का तामिला होते ही आरा पुलिस ने विधायक की तलाश में लगातार छापेमारी शुरू कर दी। उनके पैतृक आवास, आरा स्थित आवास, बिहटा स्थित उनके ठिकाने तथा पटना के सरकारी बंगले पर भी छापेमारी हुई। वे फरार हो गये हैं।
हथियार तस्करी में भी हाथ, बड़े बालू माफिया भी हैं अरुण
पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि विधायक ने दिल्ली स्थित कई क्षेत्रों में अपनी जमीन खरीदी है। जमीन की राशि उसे बालू की ठेकेदारी से आती है। वह बालू, जमीन माफिया तो है ही, हथियारों का भी तस्कर है। एके-47 की बिहार में हो रही तस्करी में भी उसके हाथ होने के संकेत मिले हैं। इस संबंध में एनआईए की नजर में भी है वो।
दिल्ली सहित कई जगहों पर है आवास, कानून पीछे पड़ा
सूत्रों ने बताया कि बालू तस्करी में वह बिहार के एक बड़े राजनेता को भारी धनराशि देता है। महज सुरक्षा के नाम पर। वह नेता सत्तारूढ़ गठबंधन से ताल्लुकात रखते हैं। इस मामले में भी सुरक्षा की गुहार वह उनसे लगा चुका है। पर, निरंतर कानून के हंटर से सभी सन्न हैं, क्योंकि यह मामला पाॅस्को से जुड़ा है।
सूत्रों ने बताया कि सूबे के बड़े रसूखदार अपराधियों के सरेंडर करने से पुलिस विभाग में भी शर्मिन्दगी है कि आखिर वे पकड़ में नहीं आकर सरेंडर कर दे रहे हैं। विधायक अनंत सिंह के बाद ये दूसरा विधायक है जो सरेंडर करने की जुगत में है।