क्वॉरेंटाइन सेंटर को सजा घर के बजाय सहायता घर के रूप में विकसित करें राज्य सरकार : सत्येंद्र नाथ तिवारी

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झारखंड : केंद्र सरकार के द्वारा 12 मई से स्पेशल ट्रेन से सफर करने वाले सभी यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य एहतियात बरतते हुए 15 जोड़ी ट्रेनों के परिचालन का आदेश देकर भिन्न-भिन्न जगहों पर फंसे हुए जनो को अपने घर वापसी की सुविधा देने का ऐलान किया गया है। इस ऐलान के बाद लोगों में खुशियों का माहौल है। वहीं झारखंड के गढ़वा रंका विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने भी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को धन्यवाद दिया है।

क्वॉरेंटाइन सेंटर के बारे में लोगों के मन में बैठी है गलत अवधारणा

तिवारी ने कहा कि कई जगहों से ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि प्रवासी मजदूर क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रहने खाने की काफी लचर व्यवस्था के कारण भड़क कर लोग प्रशासन से नोकझोंक कर बैठते हैं।इसका मुख्य कारण क्वॉरेंटाइन सेंटर के बारे में लोगों के मन में गलत अवधारणा बनी है। लोग इसे सजा घर मान रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को सुझाव देते हुए कहा कि प्रशासन लोगों की इस अवधारणा को बदलने के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रहने-खाने की समुचित व्यवस्था कर, लोगों का नजरिया सजा घर के बजाए सहायता घर के रूप में विकसित करे।

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उन्होंने कहा कि आज कई असामाजिक तत्व सरेआम लॉकडाउन का उल्लंघन कर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। प्रशासन ऐसे सभी समाज विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करे, जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो सके।

राज्य की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था पर की चिंता जाहिर

राज्य की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि अधिकांश स्वास्थ्य केंद्र एवं उप स्वास्थ्य केंद्र बंद पड़े हैं। यहां तक कि अधिकांश निजी और कुछ एक सरकारी अस्पताल भी मरीजों का इलाज करने से मना कर रहे हैं। जिससे कई लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं, जो काफी अमानवीय है।

तिवारी ने वैश्विक महामारी कोरोना से निजात दिलाने के लिए अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों की सेवा करने वाले सभी कोरोना योद्धाओं को धन्यवाद भी दिया ।साथ ही साथ उन्होंने आम जनों से लॉक डाउन के नियमों का अक्षरशः पालन करने का निवेदन भी किया।

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